खत्म हो रहे जंगल: अब बर्ड फ्लू ने यहां बिछाया जाल, चारों तरह मची तबाही

एक तरफ राहत की वैक्सीन मिली और दूसरी तरफ बर्ड फ्लू ने तेजी से अपना कहर बरपाना शुरू कर दिया। बीते हफ्ते से अब तक देश के 10 राज्यों में एवियन इन्फ्लुएंजा फैलने पुष्टि हो चुकी है। सबसे ज्यादा खतरा हो अब खड़ा हुआ है, कि बर्ड फ्लू का संक्रमण जंगलों तक भी अपने पैर पसार चुका है।

Vidushi Mishra
Published on: 12 Jan 2021 7:01 AM GMT
खत्म हो रहे जंगल: अब बर्ड फ्लू ने यहां बिछाया जाल, चारों तरह मची तबाही
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नई दिल्ली: महामारी से देश को एक तरफ राहत की वैक्सीन मिली और दूसरी तरफ बर्ड फ्लू ने तेजी से अपना कहर बरपाना शुरू कर दिया। बीते हफ्ते से अब तक देश के 10 राज्यों में एवियन इन्फ्लुएंजा फैलने पुष्टि हो चुकी है। सबसे ज्यादा खतरा हो अब खड़ा हुआ है, कि बर्ड फ्लू का संक्रमण जंगलों तक भी अपने पैर पसार चुका है। ऐसे में केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय (Environment Ministry) ने बताया है कि अब एवियन इन्फ्लूएंजा यानी बर्ड फ्लू हिमाचल प्रदेश, गुजरात, केरल के जंगलों और संरक्षित इलाकों में भी मिल चुका है।

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प्रजातियों पर भयंकर खतरा

Bird flu फोटो- सोशल मीडिया

बर्ड फ्लू की वजह से यहां कई प्रवासी बत्तखें संक्रमित पायी गयी हैं। देश के बाकी राज्यों में भी बर्ड फ्लू ने पोल्ट्री को प्रभावित किया है। जिसके चलते संक्रमण के जंगलों में फैलने से जानवरों की विलुप्त हो रही प्रजातियों पर भयंकर खतरा मंडराने लगा है।

इस बारे में मंत्रालय के एडिशनल डायरेक्टर जनरल सौमित्र दासगुप्ता ने बताया, 'एवियन इन्फ्लूएंजा का पहला मामला हिमाचल प्रदेश के पोंग डैम में मिला। साथ ही ऐसी रिपोर्ट्स भी आई की ये केरल और गुजरात के जंगलों तक पहुंच गया है जहां बर्ड फ्लू से बत्तखों (प्रवासी) की प्रजातियां प्रभावित हुई हैं।'

BIRD FLU फोटो- सोशल मीडिया

ऐसे में मंत्रालय जंगलों में बर्ड फ्लू के तेजी से बढ़ रहे प्रसार को रोकने के लिए मत्स्य विभाग जैसी अन्य एजेंसियों की सहायता ले रहा है। इस पर दासगुप्ता ने कहा, 'हमें यह देखना होगा कि पक्षियों की कौन सी अन्य प्रजातियां बर्ड फ्लू से संक्रमित हुई हैं।'

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सुअर भी इससे संक्रमित

वहीं बॉम्बे नेचुरल हिस्ट्री सोसायटी के डायरेक्टर बिवश पांडव ने बताया, 'एवियन इन्फ्लूएंजा सामान्य स्थितियों में मानव शरीर को संक्रमित नहीं करता, लेकिन यह घरेलू पक्षियों में आसानी से फैल सकता है। इसकी वजह से हमारी पूरी पोल्ट्री बर्बाद हो सकती है यहां तक कि सुअर भी इससे संक्रमित हो सकते हैं। विलुप्त हो रहे जानवरों में वायरस जाने की आशंका को खारिज नहीं किया जा सकता है।'

साथ ही मंत्रालय द्वारा जारी की गई एडवाइजरी के अनुसार, बर्ड फ्लू से प्रभावित पक्षियों में दौरे, डायरिया, लकवा जैसी समस्याएं देखी जा रही हैं। इस एडवाइजरी में सभी चीफ वाइल्डलाइफ वॉर्डन्स से माइग्रेटरी पक्षियों की निगरानी करने के साथ ही आपात स्थिति से निपटने के लिए एक्शन प्लान बनाने को कहा गया है।

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