×

अयोध्या में इस चांदी की ईंट से रखी जाएगी राम मंदिर की नींव, देखें पहली तस्वीर

चांदी की इस अनोखी ईंट का वजन 22 किलो 600 ग्राम है। 5 अगस्त को भूमि पूजन के बाद प्रधानमंत्री मोदी चांदी की ईंट से मंदिर निर्माण के लिए शिलान्यास करेंगे। यह चांदी की ईंट अयोध्या पहुंच गई है।

Newstrack
Published on: 28 July 2020 7:05 PM IST
अयोध्या में इस चांदी की ईंट से रखी जाएगी राम मंदिर की नींव, देखें पहली तस्वीर
X

अयोध्या: राम मंदिर निर्माण के लिए अयोध्या में 5 अगस्त को भूमिपूजन कार्यक्रम को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं। मंदिर निर्माण को लेकर राम की नगरी अयोध्या में हलचल भी तेज हो गई है। लोगों में काफी उत्साह देखा जा रहा है। भूमि पूजन में राम मंदिर की नींव चांदी की ईंट से रखी जाएगी। इसकी पहली तस्वीर भी सामने आ गई है। फैजाबाद के बीजेपी सांसद लल्लू सिंह ने इसे लेकर ट्वीट किया है।

चांदी की ईंट पहुंची अयोध्या

लल्लू सिंह ने चांदी की ईंट की तस्वीर को साझा करते हुए लिखा कि यह मेरा सौभाग्य रहेगा कि इस पवित्र ईंट को प्रधानमंत्री मोदी द्वारा स्थापित किए जाने के समय मुझे प्रांगण में उपस्थित होने का सौभाग्य प्राप्त होगा। बता दें कि चांदी की इस अनोखी ईंट का वजन 22 किलो 600 ग्राम है। 5 अगस्त को भूमि पूजन के बाद प्रधानमंत्री मोदी चांदी की ईंट से मंदिर निर्माण के लिए शिलान्यास करेंगे। यह चांदी की ईंट अयोध्या पहुंच गई है।

ये भी देखें: भारत ने बांग्लादेश को दी बड़ी सौगात, रेल पटरियों पर दौड़ेंगे भारतीय रेल इंजन

नींव में टाइम कैप्सूल रखने की बात खारिज

वहीं, मंदिर की नींव में टाइम कैप्सूल रखने की खबर को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महामंत्री चंपत राय ने गलत बताया है। उनका कहना है कि नींव में कोई टाइम कैप्सूल नहीं रखा जाएगा। इससे पहले राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य कामेश्वर चौपाल ने दावा किया था कि राम मंदिर के नीचे एक टाइम कैप्सूल दबाया जाएगा, जिससे भविष्य में मंदिर से जुड़े तथ्यों को लेकर कोई विवाद न रहे।

ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय ने की ये अपील

ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय ने मंगलवार को कहा कि 5 अगस्त को राम मंदिर कंस्ट्रक्शन साइट की भूमि के नीचे टाइम कैप्सूल रखे जाने की खबर गलत है। मैं सबसे आग्रह करूंगा कि जब राम जन्मभूमि ट्रस्ट की तरफ से कोई अधिकृत वक्तव्य जाए, उसे ही आप सही मानें।

ये भी देखें: चीन पर राफेल का निशाना, लद्दाख में होंगे तैनात

स्वतंत्र भारत के इतिहास में "सबसे महत्वपूर्ण" कार्यक्रम

ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने यह भी कहा कि यह स्वतंत्र भारत के इतिहास में "सबसे महत्वपूर्ण" कार्यक्रम होगा। उन्होंने कहा कि दूरदर्शन और अन्य चैनलों द्वारा इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण किया जायेगा। उन्होंने भगवान राम के भक्तों से अपील की कि वे अयोध्या आने के बजाय निकटवर्ती मंदिरों या अपने-अपने घरों में इस मौके पर उत्सव मनायें।

ये भी देखें: खतरे में घाटी की लड़कियांः आतंकियों का आया फरमान, ऐसी दी धमकी

राम मंदिर भूमि पूजन में पीएम मोदी केअलावा, यूपी के मुख्यमंतीर योगी आदित्यनाथ, महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे, लाल कृष्ण अडवाणी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृहमंत्री अमित शाह, संघ प्रमुख मोहन भागवत, राम मंदिर संघर्ष से जुड़े लोग सहित कुल 200 से 300 लोग मौजूद रहेंगे।



Newstrack

Newstrack

Next Story