राम मंदिर मॉडल में किए गए कई बड़े बदलाव, अब बनेगा इतना भव्य

राम मंदिर निर्माण को लेकर अयोध्या में शनिवाप को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की अहम बैठक हुई। राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की बैठक में 3 व 5 अगस्त तारीख भूमि पूजन के लिए प्रस्तावित की गई है।

Newstrack
Published on: 18 July 2020 5:05 PM GMT
राम मंदिर मॉडल में किए गए कई बड़े बदलाव, अब बनेगा इतना भव्य
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अयोध्या: राम मंदिर निर्माण को लेकर अयोध्या में शनिवार को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की अहम बैठक हुई। राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की बैठक में 3 व 5 अगस्त तारीख भूमि पूजन के लिए प्रस्तावित की गई है। इसके साथ ही इस बैठक में मंदिर के भूमि पूजन की तारीखों के साथ मंदिर के मॉडल में भी बदलाव का फैसला लिया गया है।

मिली जानकारी के मुताबिक राम मंदिर की ऊंचाई और आकार में बदलाव का फैसला हुआ है। राम मंदिर के निर्माण में करीब 3 या साढ़े तीन साल का वक्त लगेगा। इसके अलावा मंदिर निर्माण के लिए 10 करोड़ लोगों से मदद ली जाएगी।

राम मंदिर ट्रस्ट के सदस्य कामेश्वर चौपाल ने जानकारी दी कि प्रस्तावित राम मंदिर मॉडल 128 फीट ऊंचा है, जिसे बढ़ाकर 161 फीट करने का फैसला लिया गया है। इसके अलावा गर्भगृह के आसपास अब 5 गुंबद बनाए जाएंगे, जबकि पहले तीन गुंबद बनाए जाने थे।

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ऐसा होगा राम मंदिर का माॅडल

कामेश्वर चौपाल ने बताया कि राम मंदिर प्रारूप के भू-तल वाले हिस्सों के पत्थरों की तराशी का काम पूरा हो चुका है। उन्होंने बताया कि राम मंदिर के भू-तल में सिंहद्वार, गर्भगृह, नृत्यद्वार, रंगमंडप बनेगा। जबकि प्रथम तल पर राम दरबार की मूर्तियों को स्थान दिया जाएगा। प्रस्तावित राम मंदिर के मॉडल के मुताबिक मंदिर में 24 दरवाजों का चौखट होगा, जिसका संगमरमर के पत्थरों से निर्माण किया जाएगा। इन संगमरमर के पत्थरों पर राजस्थान के मकराना में तराशी हो रही है।

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कामेश्वर चौपाल ने बताया कि मंदिर में 4 द्वार होंगे जो कि चारों दिशाओं में खोले जाएंगे। एक द्वार टेढ़ी बाजार, दूसरा द्वार क्षीरेश्वररनाथ मंदिर की तरफ, तीसरा द्वार गोकुल भवन और चौथा द्वार- दशरथ महल की तरफ से (ये मुख्य रास्ता होगा) खुलेगा। उन्होंने बताया कि इसके अलावा भूतल पर रामलला, प्रथम तल पर राम दरबार होगा। खास बात यह है कि इसके लिए सीमेंट और मौरंग का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा।

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