TRENDING TAGS :
भगवान राम पर विवादित बयान, ये क्या बोल गए सपा नेता
इतना ही नहीं सपा नेता ने आगे अपना बयान देते हुए कहा कि संविधान भी यह मान चुका है कि भगवान राम जैसा कोई नायक भारत में पैदा हुआ ही नहीं।
अयोध्या: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा अयोध्या में श्री राम मंदिर का भूमिपूजन किया जा चुका है। जिसके बाद अब शीघ्र ही राम मंदिर का निर्माण कार्य भी शुरू हो जाएगा। लेकिन भगवान राम के नाम पर राजनीति अब भी इस देश में जारी है। इसका का ताजा उदाहरण समाजवादी पार्टी के पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ प्रदेश अध्यक्ष चौधरी लौटन राम निषाद भगवान राम को लेकर दिया गया विवादित बयान है। लोटन राम निषाद ने भगवान राम के अस्तित्व पर सवाल खड़ा करते हुए उन्हें फिल्म के पात्र जैसा काल्पनिक बताया है।
इतना ही नहीं सपा नेता ने आगे अपना बयान देते हुए कहा कि संविधान भी यह मान चुका है कि भगवान राम जैसा कोई नायक भारत में पैदा हुआ ही नहीं। अब इस बयान के बाद राजनीति तो बनती ही थी। नतीजन सपा नेता के इस बयान पर पलटवार करते हुए भाजपा प्रदेश प्रवक्ता डॉ. चंद्रमोहन ने भी प्रतिक्रिया दी है और सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव से सफाई मांगी है।
राम एक काल्पनिक पात्र: चौधरी लौटन राम निषाद
Ram Lotan Nishad
इस देश में हर बात पर हर व्यक्ति पर राजनीति की जाती है। और भगवान राम तो इस देश में हमेशा से ही राजनीति का एक प्रमुख मुद्दा रहे हैं। जिनके नाम पर राजनीतिक पार्टियां अपनी रोटी सेंकती हैं। और सत्ता भी प्राप्त करती हैं। ऐसे में एक बार फिर भगवान राम को राजनीति में घसीठते हुए सपा नेता ने भगवान राम को लेकर विवादित बयान दिया। मीडिया से बातचीत के दौरान सपा नेता राम निषाद ने कहा, 'राम का मंदिर बने चाहे कृष्ण का मंदिर, मुझे उससे कुछ नही। राम के प्रति मेरी आस्था नहीं है, यह मेरा व्यक्तिगत विचार है। मेरी आस्था अगर है तो वो है डॉ. भीमराव अंबेडकर के बनाए हुए संविधान पर है, कर्पूरी ठाकुर में है, छत्रपति शिवाजी महाराज में है जिनसे हमें पढ़ने का, लिखने का, सरकारी नौकरियों में कुर्सी पर बैठने का अधिकार संविधान से मिला है।
ये भी पढ़ें- जलशक्ति मंत्री गजेंद्र शेखावत कोरोना पॉजिटिव, खुद ट्वीट कर दी जानकारी
ज्योतिबा फुले से मिला है, सावित्री बाई फुले से मिला है इसलिए जिनसे मेरा डायरेक्ट लाभ हुआ है मैं उनको जानता हूं। राम थे या नहीं थे, उनके अस्तित्व पर भी मैं प्रश्न चिह्न खड़ा करता हूं। सपा नेता ने सरेआम ये कहा कि मैं भगवान राम के अस्तित्व पर सवाल खड़े करता हूं। इसके आगे सपा नेता निषाद ने कहा कि राम एक काल्पनिक पात्र हैं जैसे फिल्म की स्टोरी बनाई जाती है। वैसे ही राम एक स्टोरी के पात्र हैं। जिनका कोई अस्तित्व नहीं है। संविधान भी कह दिया है कि राम कोई नायक पैदा नहीं हुआ था, भारत में राम नाम को कोई पैदा ही नहीं हुआ था।
भाजपा ने साधा निशाना, कहा- अखिलेश दें जवाब
BJP Spokesperson Chandramohan
ये भी पढ़ें- महिला डाक्टर की हत्या पर बोले अखिलेश, योगी सरकार पर जमकर साधा निशाना
सपा नेता की ओर से ऐसा विवादित बयान आते ही भाजपा ने इस पर पलटवार करना शुरू कर दिया। भाजपा प्रदेश प्रवक्ता डॉ. चंद्रमोहन ने निषाद के बयान को लेकर पूरी समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि सपा का कोई नेता अगर भगवान राम पर टिप्पणी करता है तो यह स्वाभाविक रूप से माना जाएगा कि वो अखिलेश यादव की टिप्पणी है। अखिलेश यादव इस पर टिप्पणी करें। भाजपा प्रवक्ता ने आगे कहा कि एक तरफ भगवान राम भगवान विष्णु का मंदिर बनाने की बात करते हैं दूसरी तरफ भगवान परशुराम का मंदिर बनाने की बात करेंगे। लेकिन भगवान राम के बारे में अगर ऐसी टिप्पणी आएगी तो पता चलता है कि समाजवादी पार्टी केवल औऱ केवल ओछी राजनीति करना चाहती है।
Akhilesh Yadav
ये भी पढ़ें- अब ये दिग्गज मंत्री कोरोना की चपेट में, अस्पताल में हुए भर्ती, ऐसी है हालत
भाजपा प्रवक्ता डॉ चंद्रमोहन ने आगे सपा पर निशाना साधते हुए कहा कि आज समाजवादी पार्टी की मजबूरी है कि वो मुद्दा विहीन हो चुकी है और उन्हें कुछ समझ में नहीं आ रहा है। राम भक्तों की ताकत के आगे ये सब लोग आज नेपथ्य की तरफ बढ़ रहे हैं। भाजपा नेता ने आगे कहा कि माननीय योगी जी की लोकप्रियता के आगे सपा के नेता बौना साबित हो रहे हैं इसलिए इस प्रकार के बयान दे रहे हैं। बांकि तो दुनिया जानती है और भगवान राम जन-जन के अराध्या हैं। भाजपा प्रवक्ता इस पूरे मामले पर अब समाजवादी पार्टी और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से जवाब मांगा है।