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ये आतंकियों का अड्डा: सीमा पर घुसपैठ के लिए यहां ट्रेनिंग, सामने आया इनका सच

घाटी में नापाक हरकतों को अंजाम देने वाले नकियाल में पाकिस्तान के आतंकियों का पूरा का पूरा गण है। यहां आतंकियों के लगभग 7 बड़े ट्रेनिंग कैंप चलते हैं। इन कैंपों में लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों को ट्रेनिंग दी जाती है। साथ ही आतंकियों का दूसरा बड़ा गढ़ कोटली है जो कि यहां से 50 किलोमीटर दूर है।

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Published on: 22 Dec 2020 9:13 AM GMT
ये आतंकियों का अड्डा: सीमा पर घुसपैठ के लिए यहां ट्रेनिंग, सामने आया इनका सच
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घाटी में नापाक हरकतों को अंजाम देने वाले नकियाल में पाकिस्तान के आतंकियों का पूरा का पूरा गण है। यहां आतंकियों के लगभग 7 बड़े ट्रेनिंग कैंप चलते हैं।

नई दिल्ली: आतंकियों के गण को लेकर बड़ी जानकारी सामने आई है। नकियाल में पाकिस्तान के आतंकियों का पूरा का पूरा गण है। यहां आतंकियों के लगभग 7 बड़े ट्रेनिंग कैंप चलते हैं। इन कैंपों में लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों को ट्रेनिंग दी जाती है। साथ ही आतंकियों का दूसरा बड़ा गढ़ कोटली है जो कि यहां से 50 किलोमीटर दूर है। इसके बोर्ड पर लिखा है कि रावलपिंडी 178 किलोमीटर की दूरी पर है और इस्लामाबाद वेल विदइन रेंज, यानी भारतीय सेना की एकदम पहुंच में है।

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पाकिस्तान की नापाक हरकतों के सबूत

ऐसे में यहां इस पोस्ट पर पाकिस्तान की ओर से ताबड़तोड़ गोलाबारी होती रहती है। जिसके चलते दो दिन पहले ही पाकिस्तान ने सीज फायर का उल्लंघन किया और अधिक कैलिबर के हथियारों का उपयोग किया। जबकि पहले जहां छोटे हथियारों का इस्तेमाल होता था, वहीं अब पाकि्स्तान हर तरह के हथियारों का उपयोग कर रहा है। ये पाकिस्तान की नापाक हरकतों के सबूत भी मिले।

air strick फोटो-सोशल मीडिया

हालाकिं कांच में गोलियों के निशान अब भी हैं और पाकिस्तानी सेना ने जो मोर्टार दागे उसके अवशेष भी यहां मौजूद हैं। लेकिन जिसमें पाकिस्तानी ऑर्डिनेंस फैक्ट्री की स्टैंप है। वहीं सितंबर में यहां दो दिन तक लगातार गोलाबारी होती रही।

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यहां सबसे ज्यादा घुसपैठ की कोशिश

सीमा पर सीजफायर की फिराक में पाकिस्तान आतंकियों को घुसपैठ कराने की कोशिश करता है। वैसे तो नकियाल यहां से पास है इसलिए यहां सबसे ज्यादा घुसपैठ की कोशिश होती है। ऐसे में 1 दिसंबर को ही 6 आतंकियों के एक ग्रुप ने घुसपैठ की कोशिश की थी।

लेकिन भारतीय सेना ने तीन आतंकियों को मार गिराया, जबकि तीन भाग गए। पर यहां घने जंगल होने की वजह से आतंकी छुपकर घुसने की ज्यादा कोशिश करते हैं। वहीं भारतीय सैनिक दिन रात मुस्तैद हैं और आतंकियों को उनके नापाक इरादों में कामयाब नहीं होने देते हैं।

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