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हुआ बड़ा खुलासा: विशाखापट्टनम जहरीली गैस लीक हादसे का सच, सामने आई वजह

गुरुवार सुबह विशाखापट्टनम में हुए गैस लीकेज के भयावह हादसे में मरने वाले का आकंड़ा बढ़कर 10 हो गया है। गैस रिसाव से स्थानीय लोगो का दम घुटने लगा, और वे बेहोश होकर इधर-उधर सड़कों पर, नालों में गिरने लगे।

Vidushi Mishra
Published on: 7 May 2020 3:04 PM IST
हुआ बड़ा खुलासा: विशाखापट्टनम जहरीली गैस लीक हादसे का सच, सामने आई वजह
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नई दिल्ली। गुरुवार सुबह विशाखापट्टनम में हुए गैस लीकेज के भयावह हादसे में मरने वाले का आकंड़ा बढ़कर 10 हो गया है। गैस रिसाव से स्थानीय लोगो का दम घुटने लगा, और वे बेहोश होकर इधर-उधर सड़कों पर, नालों में गिरने लगे। सुनकर ही बहुत भयानक मंजर आंखों के सामने आ जाता है। तत्काल हुई रिपोर्ट में ये सामने आया था कि गैस वॉल्व में दिक्कत के चलते ये हादसा हुआ है। ये बताया जा रहा कि गुरुवार सुबह 2.30 बजे गैस वॉल्व खराब हो गया और जहरीली गैस लीक हो गई। हालांकि ये तो ये तो सुबह की जांच रिपोर्ट है। जानकारी के मुताबिक, अभी अधिकारियों की पूरी टीम मामले की जांच और सतर्कता से करेगी।

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फैक्ट्री का कोई सायरन नहीं सुना

इस मामले की तत्काल जांच कर रहे एक आला अधिकारी के अनुसार, अभी तक पता चलता है कि गैस के लिए वॉल्व नियंत्रण को ठीक से संभाला नहीं गया था और वे फट गए, जिससे रिसाव हुआ।

इसके साथ ही फैक्ट्री के आसपास के इलाकों के स्थानीय ग्रामीणों ने फैक्ट्री का कोई सायरन नहीं सुना। इस वजह से हादसे की चपेट में अधिक लोग आ गए।

एलजी पॉलिमर्स का ये कहना है...

गैस रिसाव के बाद अपना पहला रिएक्शन देते हुए एलजी केम ने कहा है कि गैस रिसाव की स्थिति अब नियंत्रण में है और पीड़ितों को शीघ्र उपचार प्रदान करने के सभी तरीके अपनाए जा रहे हैं। आगे कंपनी ने कहा कि हम मामले की जांच कर रहे हैं ताकि रिसाव और मौतों का सटीक कारण पता चल सके।

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सड़कों पर लोग बेहोश होकर गिरने लगे

विशाखापट्टनम में एलजी पॉलिमर्स फैक्ट्री के प्लांट में गैस रिसाव ने अफरा-तफरी मच गई है। हादसे का शिकार हुए लोग इधर-उधर झुंझुलाएं हुए भाग रहे थे।

गैस का रिसाव होने से करीब 1,2 किलोमीटर तक इसका प्रभाव देखा गया। रिसाव से सड़कों पर लोग बेहोश होकर गिरने लगे। गैस कांड में अब तक 10 लोगों की मौत हो चुकी है। लगभग 316 लोग अस्पतालों में भर्ती हैं।

घटना स्थल पर मौजूद लोगों ने बताया कि हादसे के समय प्लांट में लगभग 2000 लोग मौजूद थे। गैस रिसाव से जब सांस उखड़ने लगी तो बदहवाशी में लोग इधर-उधर तड़पते हुए भागने लगे। इन्ही बचने की कोशिशे करने में कुछ लोग पास के नाले में भी गिर गए, तो कई लोग सड़कों पर बेहोश हो गए।

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Vidushi Mishra

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