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पब्लिक को चेताया मगर नेताओं को भूले मोदी, Dislike बढ़े तो भाजपा ने छिपाए नंबर
पीएम मोदी ने पब्लिक को तो जरूर चेताया मगर चुनावी मैदान में उतरे नेताओं के बारे में उन्होंने एक शब्द नहीं बोला जबकि नेता खुलेआम निर्देशों का मखौल उड़ा रहे हैं।
अंशुमान तिवारी
नई दिल्ली। कोरोना संकट काल में देश के नाम अपने सातवें संदेश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों से अपील की कि जब तक कोरोना की दवाई नहीं आ जाती तब तक किसी प्रकार की ढिलाई न बरतें। उन्होंने कहा कि त्योहारों के इस मौसम में ज्यादा सतर्कता की जरूरत है क्योंकि लॉकडाउन भले चला गया हो मगर वायरस नहीं गया है।
अपने संदेश में पीएम मोदी ने पब्लिक को तो जरूर चेताया मगर चुनावी मैदान में उतरे नेताओं के बारे में उन्होंने एक शब्द नहीं बोला जबकि नेता खुलेआम निर्देशों का मखौल उड़ा रहे हैं। संबोधन के दौरान भाजपा के यूट्यूब चैनल पर जब लाइक से ज्यादा डिसलाइक आने लगे तो पार्टी ने अपने चैनल से डिसलाइक के नंबर छिपा लिए।
अभी भी सावधानी बरतना जरूरी
पीएम मोदी ने कहा कि पिछले सात-आठ महीनों के दौरान हर देशवासी के प्रयास से भारत आज जिस संभली हुई स्थिति में पहुंचा है, हमें उसे बिगड़ने नहीं देना है। हाल के दिनों में हम सबने बहुत सी ऐसी तस्वीरें और वीडियो देखे हैं जिनमें साफ तौर पर झलकता है कि तमाम लोगों ने अब सावधानी बरतना बंद कर दिया है। ऐसे लोगों को ध्यान रखना चाहिए कि यह ठीक नहीं है क्योंकि अगर आप लापरवाही बरत रहे हैं या बिना मास्क के बाहर निकल रहे हैं तो आप खुद के साथ ही अपने परिवार को भी संकट में डाल रहे हैं।
हर नागरिक तक वैक्सीन पहुंचाने की तैयारी
पीएम ने कहा कि मानवता को बचाने के लिए हमारे देश के वैज्ञानिक भी जी जान से जुटे हैं और भारत में भी कई वैक्सीन पर काम चल रहा है। वैक्सीन के आते ही उसे जल्द से जल्द हर नागरिक तक पहुंचाने के लिए सरकार की ओर से तैयारी जारी है। उन्होंने देशवासियों को त्योहारों की बधाई और शुभकामनाएं भी दीं।
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जनता को पढ़ाया पाठ, नेताओं पर मूंदीं आंखें
प्रधानमंत्री ने पूरे संबोधन के दौरान आम जनता को तो खूब पाठ पढ़ाया मगर बिहार, मध्य प्रदेश और उपचुनाव वाले अन्य राज्यों में निर्देशों का खुलेआम उल्लंघन करने वाले नेताओं के बारे में एक शब्द नहीं कहा। बिहार, मध्य प्रदेश और अन्य राज्यों में भाजपा सहित तमाम दलों के नेता बिना मास्क पहने रैली में भारी भीड़ जुटाते देखे जा सकते हैं। कई नेता तो अपने भाषण में यहां तक कह रहे हैं कि कोरोना से डरने की कोई जरूरत नहीं है और निर्भीक होकर चुनाव प्रक्रिया में हिस्सा लीजिए।
चुनावी रैलियों में निर्देशों का खुला उल्लंघन
बिहार में एक हजार से अधिक लोग कोरोना से जान गंवा चुके हैं मगर इसके बावजूद वहां नेताओं की धुआंधार रैलियों का दौर जारी है। अब मतदान की तिथि नजदीक आने के साथ ही विभिन्न सियासी दलों ने पूरी ताकत झोंक दी है।
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राजनीतिक दलों की रैलियों में सोशल डिस्टेंसिंग के नियम का खुला उल्लंघन किया जा रहा है। हजारों की भीड़ में लोग बिना मास्क पहने दिख रहे हैं मगर पीएम ने अपने संबोधन के दौरान एक बार भी विभिन्न सियासी दलों के नेताओं से न तो कोई अपील की और न तो चुनावी रैलियों को आयोजित करने में सतर्कता के संबंध में ही कुछ कहा।
भाजपा के चैनल पर डिसलाइक के नंबर छिपाए
भाजपा के यूट्यूब चैनल पर मोदी के भाषण को कम पसंद किया गया। पीएम के राष्ट्र के नाम संदेश के दौरान भाजपा के यूट्यूब चैनल पर लाइक से ज्यादा डिसलाइक थे।
जब प्रधानमंत्री का संबोधन समाप्त होने को था तो पार्टी ने अपने चैनल से डिसलाइक के नंबर छिपा लिए। इसका मतलब है कि लोग लाइक डिसलाइक तो कर सकते थे मगर लाइक व डिसलाइक करने वालों की संख्या कितनी है, यह नहीं पता लगाया जा सकता था।
इन चैनलों पर पसंद किया गया पीएम का भाषण
वैसे पीएमओ, नरेंद्र मोदी और पीआईबी के चैनलों पर प्रधानमंत्री का भाषण पसंद किया गया और इन चैनलों पर डिसलाइक से ज्यादा लाइक मिले।
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शायद यही कारण था कि इन चैनलों पर अंत तक नंबर नजर आते रहे। पीएम मोदी के ऑफिशियल चैनल पर मोदी के भाषण के लिंक पर कमेंट तो किया जा सकता था मगर आप बाकी लोगों के कमेंट नहीं देख सकते थे।
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ट्विटर पर ट्रेंड करने लगा डिसलाइक
पीएम के राष्ट्र के नाम संबोधन को लेकर सोशल मीडिया पर काफी आलोचनाएं भी देखने को मिलीं। मोदी का संबोधन के दौरान ही ट्विटर पर डिसलाइक हैशटैग ट्रेंड करने लगा। भाजपा के यूट्यूब चैनल पर डिसलाइक का बटन बंद करने पर भी लोगों की तीखी प्रतिक्रिया दिखी।
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आखिर कब तक बटन बंद करके रखोगे
एक यूजर ने लिखा कि चंद मिनटों में साढे़ चार हजार डिसलाइक के बाद बटन को डिसेबल कर दिया गया। एक यूजर ने स्क्रीनशॉट भी शेयर किया जिसमें पहले डिसलाइक की संख्या दिख रही है मगर बाद में वह संख्या गायब है। एक यूजर ने तो यहां तक लिख दिया कि कब तक बटन बंद करके बचोगे कभी न कभी तो पब्लिक का सामना करना ही पड़ेगा।
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