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मिलेगा सस्ता घर:अब महानगरों में होगा खुद का आशियाना, जानिए क्या कहती हैं ये रिपोर्ट
अपना घर होना आम लोगों के लिए सपने जैसा है। कई सालों में घर की कीमतें आसमान छू रही हैं इसलिए लोग बड़े शहरों में घर नहीं खरीद पाते हैं।इतना अधिक मांग के बाद भी बड़े शहरों में घर की कीमतें आसमान छूती है जो आम दमी के बस की बात नहीं है। लेकिन जो इतने साल में नहीं हो पाया वो अब लॉकडाउन के कारण हो गया है। अ
नई दिल्ली : अपना घर होना आम लोगों के लिए सपने जैसा है। कई सालों में घर की कीमतें आसमान छू रही हैं इसलिए लोग बड़े शहरों में घर नहीं खरीद पाते हैं।इतना अधिक मांग के बाद भी बड़े शहरों में घर की कीमतें आसमान छूती है जो आम दमी के बस की बात नहीं है। लेकिन जो इतने साल में नहीं हो पाया वो अब लॉकडाउन के कारण हो गया है। अब जमीन और घर के कीमतों में गिरावट आई है और अगर घर खरीदने की सोच रहे हैं तो अभ समय है हाथ से ना जाने दें। लॉकडाउन के बाद बाजार में मंदी के कारण घर की कीमतें नीचे आने के संकेत मिल रहे हैं।
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सर्वे के आधार पर रिपोर्ट
एक खबर के अनुसार कंपनी 99 एकर्स डॉटकॉम जो निर्माण क्षेत्र से जुड़ी है ने दिल्ली (एनसीआर), हैदराबाद, बंगलुरू, पुणे, चेन्नई, चंडीगढ़, अहमदाबाद और लखनऊ में एक सर्वे किया है। इसमें घर खरीदने के इच्छुक 1761 लोगों से जानकारी प्राप्त की गई है। इस सर्वेक्षण में शामिल हुए 90 प्रतिशत लोगों का मानना है कि लॉकडाउन के बाद घर की कीमतें कम होंगी। इसलिए इसमें से 40 प्रतिशत लोगों ने घर खरीदने की अपनी योजना को अनिश्चित समय के लिए होल्ड पर डाल दिया है।
अन्य 60 प्रतिशत लोग आने वाले 1 साल के अंदर ही घर खरीदना चाहते हैं। यह सर्वेक्षण घरों की मांग, निवेश क्षमता, घरों की कीमतों के बारे उनकी अपेक्षा और इस क्षेत्र में आये हुए नये रुझानों के आधार पर किया गया है।
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ज्यादा झुकाव में रियल एस्टेट
सर्वे रिपोर्ट में शामिल हुए लोगों के निवेश के झुकाव के बारे में भी जानकारी प्राप्त की गई। उसके अनुसार सबसे अधिक 31 प्रतिशत सहभागियों ने रियल इस्टेट में निवेश को प्राथमिकता दी है। वहीं 24 प्रतिशत लोगों ने फिक्स्ड डिपॉजिट और सोने की खरीदारी में निवेश पर विश्वास जताया है ।