सावधान! Amazon-flipkart पर शॉपिंग करना पड़ेगा भारी, ऐसे करें Payment

29 सितंबर का लोग बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। जीं हां अमेजॉन और फ्लिपकार्ट की फेस्टिव सीजन सेल 29 सिंतबर से शुरू हो रही है। बता दें कि अमेजॉन, फ्लिपकार्ट समेत कई छोटी-बड़ी सेल भी चलेंगी। 29 सिंतबर से शुरू होने वाली ये सेल 4 अक्टूबर तक चलेगी। 

Vidushi Mishra
Published on: 13 Jun 2023 2:43 PM GMT
सावधान! Amazon-flipkart पर शॉपिंग करना पड़ेगा भारी, ऐसे करें Payment
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नई दिल्ली : 29 सितंबर का लोग बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। जीं हां अमेजॉन और फ्लिपकार्ट की फेस्टिव सीजन सेल 29 सिंतबर से शुरू हो रही है। बता दें कि अमेजॉन, फ्लिपकार्ट समेत कई छोटी-बड़ी सेल भी चलेंगी। इसके साथ ही फोरेस्टर की रिपोर्ट के हिसाब से इस बार पिछले साल की अपेक्षा अधिक ग्रोथ होने का अंदाजा लगाया जा रहा है। 29 सिंतबर से शुरू होने वाली ये सेल 4 अक्टूबर तक चलेगी।

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ऐसे होता है ऑनलाइन फ्रॉड

और हां आपको बता दें, फेस्टिव सीजन सेल के दौरान ऑनलाइन रिटेल हर साल बढ़ ही रहा है। साल 2018 में 32 % से 2019 में 93 % हो जाएगा। फोरेस्टर की रिपोर्ट के मुताबिक, 2017 में पांच दिन चलने वाली सेल के समय $1.5 बिलियन की सेल्स 2018 में बढ़कर $2.9 बिलियन हो गई थी और साल 2019 में इसके $3.8 बिलियन होने का अंदाजा लगाया जा रहा है।

इसके साथ ही आपको बता दें कि ऑनलाइन सेल और भारतीय यूजर्स में ऑनलाइन समान खरीदने के चलन के साथ-साथ जहां ऑनलाइन रिटेल के लिए नए रास्ते खुल रहे हैं, वहीं इसी के साथ एंट्री हो रही है ऑनलाइन फ्रॉड।

देश डिजिटल दुनिया की तरफ जितनी तेजी से बढ़ा रहा है। उतनी तेजी से ऑनलाइन फ्रॉड के मामले भी बढ़ रहे हैं। और शायद ये भी हो सकता है कि आपने अपने शॉपिंग कार्ट पर अपने पसंदीदा सामान सेव करे हो। और अब बस इंतजार सेल चालू होने का। पर ऑनलाइन फ्रॉड से बचने के लिए शॉपिंग शु्रू होने से पहले ही आपको बता दें कि कैसे बचा जा सकता है इस तरह से फ्रॉड से।

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इस जानकारी के बारे में जाना लें, क्योंकि क्या पता आप भी इस फ्रॉड के शिकार हो सकते हैं। आप की तरह ही इसमें कोई भी फंस सकता है या किसी से भी गलती हो सकती है। इसलिए शॉपिंग करते समय कुछ टिप्स को फॉलो करना न भूलें जिससें आप किसी तरह के फ्रॉड का शिकार ना हो पाएं।

ये हैं टिप्स...

ऑनलाइन शॉपिंग करते समय वेबसाइट से लेकर सेलर तक की पूरी सही से जानकारी लें लें। ऑनलाइन शॉपिंग करना आसान तो है, लेकिन कभी-कभी काफी महंगा भी पड़ जाता है।

ऑनलाइन शॉपिंग पर सामान का आर्डर करने के बाद कई ऐसे केस सामने आए हैं जिसमें लोगों ने बुक कुछ किया है और आया कुछ और है। फैबइंडिया जैसी ऐसी कई साइट्स हैं, जो अपने सामान खुद डिलीवर करती हैं। इसी के साथ मार्केटप्लेस जैसे- फ्लिपकार्ट, अमेजॉन, स्नैपडील पर अलग-अलग ब्रांड्स और सेलर्स होते हैं। इसलिए प्रोडक्ट आर्डर करने से पहले रिटर्न का पूरा प्रोसेस जान लें।

अमेजॉन, स्नैपडील

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फेक वेबसाइट फ्रॉड घोटलो

फेक वेबसाइट की बात करें तो फ्रॉड घोटलो का ये है कि वो असली वेबसाइट से एकदम मिलती हुई साईट आपके सामने ला देंगे। इसलिए साईट का सही यूआरएल जरूर जांच लें।

कभी-कभी ये भी होता है कि साइट सही होती है पर सेलर फेक होता है। यह परेशनी कई बड़ी साइट्स पर भी आती है। हम आपको यही राय देंगे की डिस्काउंट और ऑफर्स के चक्कर में जल्दी में आर्डर ना कर के पहले सेलर की रेटिंग और रिव्यू पर जरूर नजर डाल लें।

अगर कुछ भी गड़बड़ होगी, तो ऑनलाइन आपको कहीं-ना-कहीं फ्रॉड या फेक जैसे कीवर्ड्स मिल जाएंगे। आपका आर्डर किस सेलर का जरिये आ रहा है, यह जानना बेहद जरूरी है।

बता दें कि इस तरह के फ्रॉड से बचने के बारे में ऑथेंटिकेशन सोल्यूशंस प्रोवाइडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष नकुल पसरीचा बताते हैं कि एक निरीक्षण के अनुसार एक तिहाई ई-कॉमर्स खरीदारों को फेक प्रोडक्ट्स मिलते हैं। इससे बचने के लिए उपभोक्ताओं को खुद टू-स्टेप ऑथेंटिकेशन करना होगा।

ऑथेंटिकेशन सोल्यूशंस प्रोवाइडर्स एसोसिएशन

पहला बचाव ये है कि प्रोडक्ट्स खरीदते समय उपभोक्ताओं को ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स की जानकारी, जैसे की- सेलर, वेबसाइट लेआउट, वेबसाइट पर सिक्योर ट्रस्ट मार्क, रिटर्न पॉलिसी, रिफंड, सिक्योर पेमेंट गेटवे आदि की जांच कर लेनी चाहिए।

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दूसरा ये है कि प्रोडक्ट को रेसिव करते समय ऑथेंटिकेट करना जरूरी है। सही प्रोडक्ट की जांच के लिए हमेशा ब्रांड के किसी ऐसे मैसेज को देखें, जो हमेशा दिया जाता है। कई ब्रांड्स अपनी पैकेजिंग पर ऑथेंटिकेशन सोल्यूशंस का भी इस्तेमाल कर रहे हैं। इसे सावधानीपूर्वक पढ़ लें।

अगर ऑथेंटिकेशन सोल्यूशंस नहीं है, तो ध्यान से देखें आपके पैकेज की सील कहीं से खुली ना हो। अगर आप इस तरह इन बातों को फॉलों करेंगे तो फ्रॉड का शिकार नहीं होंगे।

Vidushi Mishra

Vidushi Mishra

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