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कंडोम लेकर चले महिलाएं, ऐसा कहने पर अब हो रही इनकी जमकर फजीहत

डायरेक्टर ने आगे लिखा, खासकर भारतीय महिलाओं को सेक्स एजुकेशन के बारे में पता होना चाहिए और महिलाओं को 100 नंबर मिलाकर पुलिस को मदद के लिए बुलाने की बजाए 18 साल से अधिक उम्र होने के बाद उन्हें अपने साथ कंडोम रखने चाहिए,और रेपिस्ट्स के साथ सहयोग करना चाहिए ताकि वे उनकी हत्या ना करें।

Shivakant Shukla
Published on: 4 Dec 2019 5:45 PM IST
कंडोम लेकर चले महिलाएं, ऐसा कहने पर अब हो रही इनकी जमकर फजीहत
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नई दिल्ली: हैदराबाद में लेडी डॉक्टर के साथ हुई हैवानियत के बाद सड़क से लेकर संसद तक अब सिर्फ एक गूंज सुनाई दे रही है कि आरोपियों को फांसी की सजा मिले। जहां पूरे देश में इस मामले को लेकर लोग रेपिस्ट्स के खिलाफ कड़े कानून की मांग हो रही है वहीं साउथ के फिल्ममेकर डेनियल श्रवण ने सोशल मीड‍िया पर एक आपत्त‍िजनक पोस्ट लिखकर बवाल मचा दिया है।

उन्होंने अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा कि सरकार को रेप को लीगल करने पर ध्यान देना चाहिए। बलात्कार के बाद महिलाओं की हत्या कर दी जाती है और सरकार को कुछ ऐसा प्रावधान लाना चाहिए जिससे बिना हिंसा के रेपिस्ट रेप को अंजाम दें।

दिशा एक्ट या निर्भया एक्ट से कोई न्याय होने वाला नहीं है

उन्होंने लिखा मर्डर एक क्राइम है और रेप करेक्टिव सजा है। दिशा एक्ट या निर्भया एक्ट से कोई न्याय होने वाला नहीं है। रेप का एजेंडा अपनी सेक्शुएल जरुरतों को पूरा करना है जो समय और मूड के हिसाब से है और अगर समाज, कोर्ट और महिला संस्थाएं इस क्राइम को इग्नोर करती हैं तो वे रेप के साथ ही साथ एक कदम आगे बढ़कर महिलाओं का मर्डर कर देते हैं।

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उन्होंने इस पोस्ट में आगे कहा था कि 18 साल से अधिक उम्र की लड़कियों को रेप को लेकर अवगत कराना चाहिए। मतलब उन्हें मर्दों की सेक्शुएल जरुरतों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। तभी ऐसी चीजें होना बंद होंगी। ये बेवकूफी है कि वीरप्पन को मार दिया तो तस्करी बंद हो जाएगी या लादेन को मार दिया तो आतंकवाद खत्म हो जाएगा। उसी तरह निर्भया एक्ट के सहारे बलात्कार को नहीं रोका जा सकता है।

महिलाओं को अपने साथ कंडोम रखने चाहिए

डायरेक्टर ने आगे लिखा, खासकर भारतीय महिलाओं को सेक्स एजुकेशन के बारे में पता होना चाहिए और महिलाओं को 100 नंबर मिलाकर पुलिस को मदद के लिए बुलाने की बजाए 18 साल से अधिक उम्र होने के बाद उन्हें अपने साथ कंडोम रखने चाहिए,और रेपिस्ट्स के साथ सहयोग करना चाहिए ताकि वे उनकी हत्या ना करें।

उसने आगे लिखा सिंपल सा लॉजिक है। अगर सेक्शुएल इच्छाएं पूरी होंगी तो मर्द औरतों का रेप नहीं करेंगे। सरकार को ऐसी ही कोई स्कीम पास करनी चाहिए ताकि रेप के बाद रेपिस्ट महिलाओं की हत्या ना करें।

यही नहीं जब श्रवण के पोस्ट पर एक यूजर ने कमेंट करते हुए बताया कि आपकी मानसिक हालत ठीक नहीं है और आपको एक साइकेट्रिस्ट को दिखाना चाहिए तो श्रवण ने कहा कि अगर ये लड़कियां बलात्कारियों के प्रपोजल को नहीं मानेंगी तो रेपिस्ट्स के पास सिवाए रेप के और क्या चारा बचेगा।

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हालांकि बाद में इस डायरेक्टर श्रवण ने विवाद होने के बाद अपनी पोस्ट को ड‍िलीट कर द‍िया और एक नए मैसेज को पोस्ट किया जिसमें उन्होंने अपने कमेंट्स के लिए माफी भी मांगीं है। उन्होंने ये भी कहा कि वो अपनी फिल्म में एक विलेन के लिए डायलॉग्स लिख रहा था और इन्हीं डायलॉग्स को उसने कमेंट्स में लिखा था और लोगों ने उसकी बात को गलत तरीके से समझा है।

Shivakant Shukla

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