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बोर्ड एग्जाम पर बड़ा आदेश, 10वीं-12वीं के रिजल्ट में नहीं जुड़ेंगे बोनस अंक

अब छत्तीसगढ़ के 10वीं और 12वीं के बच्चों की मेरिट लिस्ट अब उनके विषयों के नंबरों के आधार पर ही बनेगी। इसमें स्कूल में होने वाली अन्य एक्टिविटी जैसे- खेल-कूद के बोनस अंक नहीं जोड़े जाएंगे।

Ashiki
Published on: 9 Feb 2021 5:17 AM GMT
बोर्ड एग्जाम पर बड़ा आदेश, 10वीं-12वीं के रिजल्ट में नहीं जुड़ेंगे बोनस अंक
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बोर्ड एग्जाम पर बड़ा आदेश, 10वीं-12वीं के रिजल्ट में नहीं जुड़ेंगे बोनस अंक

रायपुर: छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल, रायपुर ने 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा के रिजल्ट में बड़ा बदलाव किया है। अब छत्तीसगढ़ के 10वीं और 12वीं के बच्चों की मेरिट लिस्ट उनके विषयों के नंबरों के आधार पर ही बनेगी। इसमें स्कूल में होने वाली अन्य एक्टिविटी जैसे- खेल-कूद के बोनस अंक नहीं जोड़े जाएंगे।

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पहली बार हुआ ऐसा बदलाव

बता दें कि राज्य में 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा के लिए ऐसा बदलाव पहली बार किया जा रहा है। सोमवार की शाम इसे लेकर माध्यमिक शिक्षा मंडल ने आदेश जारी कर दिया। आदेश में साफ कहा गया है कि इस बार बोनस अंक जोड़कर मेरिट लिस्ट नहीं बनेगी। अभी रक स्टूडेंट्स को एनएसएस, एनसीसी, स्पोर्ट्स एक्टिविटी में पार्टिसिपेट करने पर बोनस अंक दिए जाते रहे हैं।

मार्कशीट में ही बोनस नंबरों का होगा टोटल

मंडल की तरफ से बयान जारी करते हुए कहा गया कि 2 फरवरी को सामान्य सभा की बैठक में यह फैसला लिया गया गया था कि इस बार सिर्फ बच्चों की मार्कशीट में ही उनके बोनस नंबरों का टोटल होगा। यानी बोनस नंबर की मदद से छात्रों को पास होने में मदद मिलेगी, मगर मेरिट में लिस्ट में शामिल होने के लिए नहीं। बोनस के रूप में विभिन्न कैटेगरी में छात्रों को 10 से लेकर 20 नंबर तक बोनस के रूप में दिए जाते हैं।

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बोनस अंक के चक्कर में पीछे रह जाते हैं बच्चे

साथ ही बयान में यह भी कहा गया कि खेल कूद में बोनस अंक जोड़ने से एकेडमिक बच्चे पीछे रह जाते हैं, ये बच्चे सिर्फ़ पढ़ाई करने वाले होते हैं, लेकिन बोनस अंक के कारण पीछे हो जाते हैं। इसलिए अब बोर्ड की परीक्षाओं में खेल से प्राप्त बोनस अंक मैरिट सूची में नहीं जोड़ा जाएंगे।

समझें बोनस का गणित

इस हिसाब अगर समझें तो, यदि किसी छात्र ने सभी विषयों में 460 नंबर हासिल किए बोनस के रूप में उसे 10 नंबर मिले, तो कुल प्राप्तांक 470 नंबर होता है, लेकिन अब मेरिट में 460 नंबर ही मान्य होगा। दसवीं-बारहवीं के छात्रों को एनसीसी, एनएसएस, खेलकूद समेत अन्य कैटेगरी में छात्रों को बोनस के रूप में 10 से 20 नंबर तक देने का प्रावधान है। अब विषयों में मिले नंबरों के आधार पर मेरिट लिस्ट बनेगी।

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