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Chhattisgarh Election 2023: छत्तीसगढ़ का पहला चरण भाजपा-कांग्रेस दोनों के लिए अहम, कई दिग्गजों की किस्मत का फैसला करेंगे मतदाता
Chhattisgarh Election 2023: पहला चरण इसलिए भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि इसी चरण में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रहने वाले भाजपा के वरिष्ठ नेता डॉ रमन सिंह और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज समेत कई दिग्गजों की किस्मत का फैसला होना है।
Chhattisgarh Election 2023: छत्तीसगढ़ विधानसभा में आज मतदान के पहले चरण वाली वाली 20 सीटों को सियासी नजरिए से काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। पिछले चुनाव में कांग्रेस ने इनमें से 17 सीटों पर जीत हासिल की थी जबकि भाजपा को सिर्फ दो सीटों पर जीत मिली थी। इस कारण पहला चरण दोनों दलों के लिए काफी अहम हो गया है। 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 90 में से 68 सीटों पर जीत हासिल करके भाजपा को बड़ा झटका दिया था। भाजपा सिर्फ 15 सीटों पर सिमट गई थी। पहले चरण में आज बस्तर संभाग की सभी 12 और राजनादगांव लोकसभा क्षेत्र की आठ सीटों पर मतदान का काम पूरा हो जाएगा।
पहला चरण इसलिए भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि इसी चरण में छत्तीसगढ़ के तीन बार लगातार मुख्यमंत्री रहने वाले भाजपा के वरिष्ठ नेता डॉ रमन सिंह और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज समेत कई दिग्गजों की किस्मत का फैसला होना है। कई सीटें नक्सल प्रभावित इलाकों में होने के कारण आयोग सरकार और प्रशासन के लिए भी पहला चरण बड़ी चुनौती बना हुआ है।
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पिछले चुनाव में लगा था भाजपा को बड़ा झटका
छत्तीसगढ़ में 2018 के विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस ने भाजपा को बड़ा झटका देते हुए 15 साल के राज का अंत कर दिया था। 2018 में लंबे समय बाद कांग्रेस के वनवास का अंत हुआ था और पार्टी राज्य की 68 विधानसभा सीटों पर जीत हासिल करने में कामयाब रही थी। राज्य की 90 विधानसभा सीटों में से भाजपा को सिर्फ 15 सीटों पर जीत हासिल हुई थी। मायावती और जोगी के गठबंधन को सात सीटें मिली थीं।
इससे पूर्व छत्तीसगढ़ में 2013 में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा ने 49 सीटों पर जीत हासिल की थी जबकि कांग्रेस को 39 सीटों पर विजय मिली थी। एक-एक सीट बसपा और अन्य के खाते में गई थी।
नक्सली इलाकों में कड़ी सुरक्षा
छत्तीसगढ़ विधानसभा की जिन 20 सीटों पर आज मतदान का काम पूरा होगा उनमें 12 सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं जबकि एक सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। 10 सीटों पर मतदान दोपहर तीन बजे ही खत्म हो जाएगा जबकि बाकी 10 सीटों पर सुबह 8 से शाम 5 बजे तक वोटिंग होगी।
इन 20 विधानसभा क्षेत्रों में कुल 223 प्रत्याशी चुनावी अखाड़े में उतरे हैं। इनमें 198 पुरुष और 25 महिला प्रत्याशी शामिल हैं। मतदान के पहले चरण में आज 40 लाख 78 हजार 681 वोटर अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इसके लिए चुनाव आयोग की ओर से 5304 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। पहले चरण में शांतिपूर्ण मतदान के लिए सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं। विशेष रूप से नक्सली इलाकों में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है।
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शाम पांच बजे पूरा होगा मतदान
पहले चरण की 20 सीटों पर मतदान का अलग-अलग समय निर्धारित किया गया है। मोहला-मानपुर, अंतागढ़, भानुप्रतापपुर, कांकेर, केशकाल, कोंडागांव, नारायणपुर, दंतेवाड़ा, बीजापुर और कोंटा सीट पर मतदान सुबह सात बजे से दोपहर तीन बजे तक मतदान होगा। बाकी बची जगदलपुर, चित्रकोट, बस्तयर, पंडरिया, कवर्धा, खैरागढ़, डोंगरगढ़, राजनांदगांव, डोंगरगांव, खुज्जी सीटों पर मतदाता शाम पांच बजे वोट डाल सकेंगे।
इन दिग्गजों की किस्मत का होगा फैसला
छत्तीसगढ़ में मतदान के पहले चरण को इसलिए अभी महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि पहले चरण में कई सियासी दिग्गजों की किस्मत का फैसला होगा। पहले चरण में राजनादगांव की विधानसभा सीट को सबसे हॉट माना जा रहा है। इस विधानसभा सीट पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। उनका मुकाबला कांग्रेस के गिरीश देवांगन के साथ हो रहा है। इस विधानसभा सीट पर रमन सिंह की मजबूत पकड़ मानी जाती रही है। रमन सिंह एक बार सांसद और छह बार विधायक रह चुके हैं। अन्य भाजपा नेताओं में पूर्व मंत्री विक्रम उसेंडी अंतागढ़, लता उसेंडी कोंडागांव, केदार कश्यप नारायणपुर और महेश गागड़ा बीजापुर सीट से प्रत्याशी हैं।
कवर्धा विधानसभा सीट पर कांग्रेस सरकार के मंत्री मोहम्मद अकबर चुनावी अखाड़े में उतरे हैं। छत्तीसगढ़ की चित्रकोट विधानसभा सीट चर्चा का विषय इसलिए बन गई है क्योंकि इस सीट से छत्तीसगढ़ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज मैदान में हैं। दीपक बैज साल 2018 का चुनाव इस सीट से जीत चुके हैं। वे 2019 के लोकसभा चुनाव में बस्तर से सांसद का चुनाव जीते थे। बस्तर सीट से कैबिनेट मंत्री का दर्जा प्राप्त वरिष्ठ विधायक व बस्तर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष लखेश्वर बघेल और केशकाल सीट से विधानसभा उपाध्यक्ष संतराम नेताम की किस्मत दांव पर लगी हुई है।
भाजपा ने बनाया भ्रष्टाचार को बड़ा मुद्दा
छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव में मतदाताओं का समर्थन हासिल करने के लिए भाजपा और कांग्रेस दोनों दलों ने अपना चुनावी घोषणा पत्र जारी कर दिया है। दोनों दलों ने लुभावने वादों के जरिए मतदाताओं का समर्थन हासिल करने की कोशिश की है। किसानों,युवाओं और महिला मतदाताओं पर विशेष तौर पर फोकस किया गया है।
भाजपा ने छत्तीसगढ़ में भ्रष्टाचार को बड़ा मुद्दा बना रखा है और महादेव सट्टा ऐप के जरिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर तीखा हमला किया है। दूसरी ओर मुख्यमंत्री बघेल और कांग्रेस के अन्य नेताओं ने भाजपा की ओर से लगाए गए सारे आरोपों को खारिज कर दिया है। कांग्रेस का आरोप है कि सीबीआई और ईडी के जरिए कांग्रेस नेताओं को फंसाने की कोशिश की जा रही है।