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Chhattisgarh Election 2023: चुनाव परिणाम को लेकर भाजपा-कांग्रेस का अपना-अपना आकलन, बीस सीटों के नतीजे करेंगे सत्ता का फैसला
Chhattisgarh Election 2023: दोनों दलों के नेता राज्य की 20 सीटों पर कड़ा मुकाबला मान रहे हैं और इन 20 सीटों के चुनाव नतीजे ही इस बात का फैसला करेंगे कि छत्तीसगढ़ में अगले पांच वर्ष कौन सी पार्टी की सरकार राज करेगी।
Chhattisgarh Election 2023: छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के लिए दो चरणों में मतदान समाप्त होने के बाद अब सबकी निगाहें चुनाव नतीजे पर लगी हुई हैं। राज्य में कांग्रेस और भाजपा दोनों दलों की ओर से भले ही जीत के दावे किए जा रहे हों मगर दोनों दल चुनाव को लेकर वास्तविक आकलन करने में भी जुटे हुए हैं।
दोनों दलों के जानकार सूत्रों के मुताबिक दोनों दल 35-35 सीटों पर अपनी जीत तय मान रहे हैं। दोनों दलों के नेता राज्य की 20 सीटों पर कड़ा मुकाबला मान रहे हैं और इन 20 सीटों के चुनाव नतीजे ही इस बात का फैसला करेंगे कि छत्तीसगढ़ में अगले पांच वर्ष कौन सी पार्टी की सरकार राज करेगी।
20 सीटों पर क्यों फंसा हुआ है पेंच
छत्तीसगढ़ की जिन 20 सीटों पर चुनाव नतीजे का आकलन करने में कठिनाई आ रही है, उनमें से कई सीटों पर बागी प्रत्याशियों ने भी भाजपा और कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ा रखी हैं। इन सीटों पर मतदान प्रतिशत में बढ़ोतरी भी दर्ज की गई है। इसलिए इन सीटों पर चुनाव नतीजे का अंदाजा नहीं लग पा रहा है। राज्य में मतदान का दौर समाप्त होने के बाद ही से ही भाजपा और कांग्रेस के दिग्गज नतीजे को लेकर आकलन में जुट गए थे।
हालांकि दोनों दलों की ओर से खुलकर चुनाव में बहुमत हासिल करने का दावा किया जा रहा है। कांग्रेस की ओर से 75 से अधिक सीटें जीतने का दावा किया जा रहा है जबकि भाजपा भी 55 सीटों पर जीत हासिल करने का दावा कर रही है। वैसे सियासी जानकारों के मुताबिक इस बार के कड़े मुकाबले को देखते हुए कुछ भी निश्चित तौर पर नहीं कहा जा सकता। वैसे दोनों दल 35-35 सीटों पर अपनी जीत तय मान रहे हैं।
बागी प्रत्याशियों ने बढ़ाई मुश्किलें
छत्तीसगढ़ में विधानसभा की 90 सीटें हैं। पहले चरण में 20 सीटों पर मतदान कराया गया था जबकि दूसरे चरण में 70 सीटों पर मतदान का काम पूरा हुआ था। राज्य विधानसभा में बहुमत हासिल करने के लिए 46 सीटों पर जीत हासिल करना जरूरी है मगर 20 सीटों पर कड़े मुकाबले के साथ ही बागी प्रत्याशियों ने दोनों सियासी दलों की मुश्किलें बढ़ा रखी हैं। चुनावी बाजी जीतने के लिए इस बार दोनों दलों ने पूरी ताकत झोंकी है। हालांकि भाजपा की अपेक्षा कांग्रेस को बढ़त की स्थिति में माना जा रहा है।
रायपुर की इन दो सीटों पर पूर्वानुमान मुश्किल
प्रदेश की जिन सीटों पर नतीजे को लेकर दोनों दल सटीक मूल्यांकन नहीं कर पा रहे हैं,उनमें रायपुर उत्तर विधानसभा सीट भी शामिल है। इस सीट पर कांग्रेस से बगावत करने वाले अजीत कुकरेजा कांग्रेस के अधिकृत प्रत्याशी कुलदीप जुनेजा के खिलाफ मैदान में हैं। दूसरी ओर भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी पुरंदर मिश्रा के खिलाफ बगावत करते हुए सावित्री जगत ने भी इस सीट पर चुनाव लड़ा है।
Chhattisgarh Election 2023: छत्तीसगढ़ के चुनाव में भाजपा या कांग्रेस में किसको मिलेगी जीत ?
रायपुर ग्रामीण विधानसभा सीट पर कांग्रेस के प्रत्याशी पंकज शर्मा और भाजपा के प्रत्याशी मोतीलाल साहू के बीच मुकाबला है। इस विधानसभा क्षेत्र में साहू समाज का काफी वोट हैं जबकि अन्य समुदायों के भी काफी मतदाता हैं। इसलिए इस सीट का आकलन करना भी मुश्किल हो रहा है।
कई और सीटों पर भी दोनों दल आश्वस्त नहीं
जशपुर विधानसभा सीट पर प्रदीप खेस ने कांग्रेस के अधिकृत प्रत्याशी विनय भगत के खिलाफ बगावत करके चुनाव लड़ा था। दूसरी ओर भाजपा प्रत्याशी राममुनि भगत के खिलाफ शिव भगत ने बगावत करते हुए पर्चा दाखिल किया था। इस कारण इस सीट के चुनावी नतीजे को लेकर भी मुश्किल पेश आ रही है।
इन सीटों के अलावा बिलासपुर, बिल्हा, जांजगीर-चांपा, मरवाही, लुंड्रा, लैलुंगा,कवर्धा, साजा, केशकाल, दंतेवाड़ा, कोंटा, धरमजयगढ़, कटघोरा, तखतपुर, अकलतरा, दुर्ग-ग्रामीण और भिलाई नगर विधानसभा सीटों को भी फंसी हुई सीटों में गिना जा रहा है। भाजपा और कांग्रेस दोनों दल इन सीटों के नतीजे को लेकर आश्वस्त नजर नहीं आ रहे हैं।