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'बेतुके दावों से दूसरों का क्षेत्र आपका नहीं हो जाता', अरुणाचल पर चीन के नए पैंतरे को लेकर एस जयशंकर की खरी-खरी
S Jaishankar on Chinese Map: चीन की ओर से जारी मैप का नया एडिशन विवाद खड़ा करने का प्रयास है। नए मैप को लेकर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा, 'ऐसे नक्शे जारी करना चीन की पुरानी आदत है। अपने ऑफिशियल मैप में अन्य देशों के क्षेत्रों को शामिल करने का कोई मतलब नहीं।'
S Jaishankar on New Chinese Map: भारत के पड़ोसी चीन ने हाल ही में अपने मैप का नया एडिशन (China Releases New Edition of Standard Map) जारी किया है। चीन ने नए नक्शे में भारत के कई इलाकों को अपने क्षेत्र में दिखाया है। चीनी की इसी चालबाजी पर विदेश मंत्री एस. जयशंकर (S. Jaishankar) ने करारा जवाब दिया है। उन्होंने कहा, 'बेतुके दावे करने से दूसरों का क्षेत्र आपका नहीं हो जाता।'
एक खबरिया चैनल को दिए इंटरव्यू में विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा, 'चीन को ऐसे नक्शे जारी करने की आदत है। ये पहली बार नहीं है। हालांकि, अपने ऑफिशियल मैप में अन्य देशों के क्षेत्रों को शामिल करने का कोई मतलब नहीं।'
'बेतुके दावों से दूसरे के क्षेत्र आपके नहीं हो जाते'
भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने टीवी साक्षात्कार में कहा, 'चीन ने उन इलाकों के साथ अपना मैप जारी किया है, जो उसके हैं ही नहीं। ये उसकी पुरानी आदत है। केवल भारत के कुछ हिस्सों के साथ नक्शा जारी करने से कुछ भी नहीं बदलेगा। उन्होंने कहा, हमारी सरकार इस बारे में स्पष्ट है। हमें अपने क्षेत्र में क्या करना है, इसके लिए हमारी सोच है। बेतुके दावे करने से दूसरे लोगों का क्षेत्र आपका नहीं हो जाता।'
G-20 और Brics Summit के बीच आया चीन का मैप
आपको बता दें, भारत ने चीन की ओर से जारी 'स्टैंडर्ड मैप' को पूरी तरह खारिज कर दिया है। मैप के नए एडिशन में चीन 1962 के युद्ध के दौरान कब्जे वाले अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh) को दक्षिण तिब्बत कहता है। जबकि, अक्साई चिन (Aksai Chin) पर भी अपना स्वामित्व जाहिर करता रहा है। वहीं, भारत का कहना है कि अरुणाचल हमारा अभिन्न अंग है। भविष्य में भी यह भारत का ही अंग रहेगा। ज्ञात हो कि, चीन ने यह मैप नई दिल्ली में आयोजित G-20 शिखर सम्मेलन और पिछले हफ्ते दक्षिण अफ्रीका में संपन्न हुए ब्रिक्स शिखर सम्मेलन (Brics Summit) के बाद जारी किया है।
फिलीपींस-ब्रुनेई-मलेशिया को भी किया शामिल
चीनी के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स (Global Times) ने 28 अगस्त को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर कहा था कि, 'चीन ने सोमवार को 2023 का नया मानचित्र जारी किया है। इस मैप को चीन और दुनिया के विभिन्न देशों की राष्ट्रीय सीमाओं की 'ड्राइंग पद्धति' (drawing method) के आधार पर संकलित किया गया है।'