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चीनी सेना खत्म: मिनटों में दुश्मन होंगे चकना-चूर, सीमा पर तैनात हुई ये बटालियन
लद्दाख सीमा पर लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल(LAC) पर चीन की धोखबाजियों और चालबाजियों ने भारतीय सेना को और सतर्क कर दिया है। बीते कई महीनों से चीन लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल(LAC) पर घुसपैठ की कोशिश करता आ रहा है।
देहरादून : लद्दाख सीमा पर लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल(LAC) पर चीन की धोखबाजियों और चालबाजियों ने भारतीय सेना को और सतर्क कर दिया है। बीते कई महीनों से चीन लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल(LAC) पर घुसपैठ की कोशिश करता आ रहा है। चीन की हाल की गतिविधियों को ध्यान में रखते हुए भारतीय सेना ने पथौरागढ़ से लगती लिपुलेख सीमा पर अब तैनाती बढ़ा दी है। ऐसे में अब चीन की इन नापाक हरकतों को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए बॉर्डर पर कारगिर में हीरो रही बटालियन ने मोर्चा संभाल लिया है। जिसके बाद से पू्र्वी लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सेना की इन हरकतों को जवाब देने के लिए सेना अब खास रणनीति बनाते हुए बटालियनों की तैनाती कर रही है।
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चीन-नेपाल के तीखे तेवर
भारतीय सेना के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, कारगिल युद्ध में अग्रिम मोर्चे पर पाकिस्तान के दांत खट्टे करने वाली एक बटालियन को लिपुलेख में तैनात किया गया है। यह बटालियन अपने बेहतरीन युद्ध कौशल के लिए जानी जाती है। कारगिल युद्ध के समय इस बटालियन ने पाक समर्थित आतंकवादियों और पाक सेना को नाकों चने चबवा दिए थे।
फोटो-सोशल मीडिया
ऐसे में इसके अलावा अर्द्धसिनक बलों को भी जरुरत के हिसाब से तैनात किया गया है। लिपुलेख सीमा पर नाभीढांग से लिपुलेख तक 8 किलोमीटर के दायरे में भारतीय सेना और सुरक्षा बलों को चौकस किया गया है।
चीन के तीखे तेवर पर नेपाल के बदले तेवर के बाद अब भारतीय सेना इन देशों से बेहद सतर्क हो गई है। नेपाल सीमा पर किसी भी तरह की घुसपैठ को रोकने के लिए भारतीय सुरक्षा बलों की टुकड़ी 24 घंटे अत्याधुनिक उपकरणों के साथ गश्त कर रही है। सूत्रों के अनुसार, हाल के दिनों में गश्त को तेज किया गया है।
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फोटो-सोशल मीडिया
नई बीओपी खोलने की तैयारी
साथ ही सुरक्षा एजेंसियों को जानकारी मिली है कि नेपाल सशस्त्र प्रहरी बल चीन सीमा पर तिंकर, कौआ और सुनसेरा में नई बीओपी खोलने की तैयार कर रहा है। इससे पूर्व नेपाल दार्चुला जिले में लाली, जौलजीबी, दंतु, और दुमलिंग में बीओपी खोल चुका है।
इसके साथ ही नेपाल दार्चुला जिले के खलंगा में गण (हेडक्वार्टर) और छांगरु में गुल्म (कंपनी) की स्थापना कर चुका है। नेपाल ने भारतीय सीमा से सटे क्षेत्रों में पैदल रास्तों का निर्माण भी तेज कर दिया है। इसके बाद से भारतीय सेना ने चौकसी बढ़ाई है।
ऐसे में भारतीय सेना को आशंका है कि बीओपी खुलने के बाद नेपाल काली नदी के इस पार गुंजी के मनीला जगह पर भारत के कई महत्वपूर्ण सरकारी कार्यालयों के साथ सेना, आईटीबीपी और एसएसबी की पोस्टों पर आसानी से नजर रख सकता है।
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