MP News: शिवराज जी ये क्या! मुख्यमंत्री कन्या विवाह में दुल्हनों को बांटे कंडोम-गर्भनिरोधक गोलियां, कांग्रेस भड़की

MP News: मध्य प्रदेश के आदिवासी बहुल झाबुआ जिले में सामूहिक विवाह सम्मेलन में दुल्हनों के मेकअप बॉक्स में कंडोम और गर्भनिरोधक की गोलियां बांटी गई। कांग्रेस ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से पूछा कि, कोई शर्म बाकी है या नहीं?

Aman Kumar Singh
Published on: 30 May 2023 3:54 PM GMT
MP News: शिवराज जी ये क्या! मुख्यमंत्री कन्या विवाह में दुल्हनों को बांटे कंडोम-गर्भनिरोधक गोलियां, कांग्रेस भड़की
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MP News : मध्य प्रदेश के आदिवासी बहुल जिले झाबुआ से एक ऐसी तस्वीर सामने आई है, जिस पर सियासत तेज हो गई है। विपक्षी कांग्रेस सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (BJP) की शिवराज सिंह चौहान सरकार को घेर रही है। कांग्रेस ने पूरे मामले को शर्मनाक बताया। विपक्षी दल कांग्रेस ने मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए पूछा है कि, शिवराज जी, कोई शर्म बाकी है?

दरअसल, मध्य प्रदेश सरकार ने 'मुख्यमंत्री कन्यादान योजना' (Mukhyamantri Kanyadan Yojana, MP) के तहत दुल्हनों को उपहार स्वरूप कंडोम और गर्भनिरोधक गोलियां (Condoms and Birth Control Pills) बांटी गई। मामले का वीडियो सामने आते ही विपक्षी दल कांग्रेस ने मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए पूछा कि, कोई शर्म बाकी है?

क्या है मामला?

आपको बता दें, ये मामला मध्य प्रदेश के झाबुआ जिले (Jhabua District, MP) के थांदला का है। यहां 'मुख्यमंत्री कन्या विवाह' का आयोजन किया गया था। वर-वधू के 296 जोड़े सामूहिक रूप से परिणय सूत्र में बंधे। इस मौके पर सरकारी अधिकारियों ने दुल्हनों को मेकअप बॉक्स गिफ्ट किया। इस मेकअप बॉक्स के अंदर गर्भनिरोधक गोलियां और कंडोम के पैकेट रखे थे। सामूहिक विवाह में कंडोम और गर्भनिरोधक गोलियां चर्चा का विषय बन गई। जानकार बताते हैं, राज्य में ये मामला पहली बार सामने आया है। सवाल भी उठने लगे हैं। लोग पूछ रहे हैं कि, दुल्हन के सजने-संवरने वाले मेकअप बॉक्स में कंडोम के पैकेट और गर्भनिरोधक गोलियों का क्या काम। आखिर ये गोलियां किसके कहने पर दी गई?

यह कारनामा स्वास्थ्य विभाग का !

इस मामले के तूल पकड़ने के बाद प्रभारी सीईओ भूरसिंह रावत मीडिया के सामने आए। उन्होंने मामले पर सफाई दी। रावत ने कहा, 'यह कारनामा स्वास्थ्य विभाग का है, जबकि दुल्हनों को उपहार वाले बॉक्स में कंडोम देने संबंधी कोई आदेश नहीं हैं।'

डिंडोरी में हुआ था जबरन प्रेगनेंसी टेस्ट

गौरतलब है कि, आदिवासी बाहुल्य जिलों में इस तरह का ये पहला मामला नहीं है। इससे पहले डिंडोरी (Dindori) में कन्या विवाह सम्मेलन में आदिवासी महिलाओं का जबरन प्रेगनेंसी टेस्ट कराया गया था। तब भी विपक्षी कांग्रेस पार्टी ने विरोध किया था।

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