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Kapil Sibal: कपिल सिब्बल ने दी दिग्विजय सिंह को नसीहत, राहुल की लड़ाई अपनी, विदेश से समर्थन की जरूरत नहीं

Kapil Sibal: कांग्रेस के पूर्व नेता और सांसद कपिल सिब्बल को भी दिग्विजय सिंह का जर्मनी को धन्यवाद देना पसंद नहीं आया है। उन्होंने कहा कि हमें एक बात का ख्याल रखना चाहिए कि इस मामले में विदेश से समर्थन हासिल करने की कोई जरूरत नहीं है।

Anshuman Tiwari
Published on: 31 March 2023 3:15 PM GMT
Kapil Sibal: कपिल सिब्बल ने दी दिग्विजय सिंह को नसीहत, राहुल की लड़ाई अपनी, विदेश से समर्थन की जरूरत नहीं
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Kapil Sibal: कांग्रेस नेता राहुल गांधी की संसद सदस्यता रद्द जाने के प्रकरण में जर्मनी की बयानबाजी के बाद इन दिनों सियासी घमासान मचा हुआ है। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की ओर से इस बाबत जर्मनी को धन्यवाद दिए जाने पर भाजपा के कई नेताओं ने तीखी आपत्ति जताई है। उनका कहना है कि देश के आंतरिक मामलों में विदेशी ताकतों को हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए।

अब कांग्रेस के पूर्व नेता और सांसद कपिल सिब्बल को भी दिग्विजय सिंह का जर्मनी को धन्यवाद देना पसंद नहीं आया है। उन्होंने कहा कि हमें एक बात का ख्याल रखना चाहिए कि इस मामले में विदेश से समर्थन हासिल करने की कोई जरूरत नहीं है।

अपनी लड़ाई लड़ने के लिए हम एकजुट

दरअसल राहुल गांधी की संसद सदस्यता छिनने पर जर्मनी के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता की ओर से टिप्पणी की गई थी। इस पर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने ट्वीट करते हुए कहा कि भारत में कैसे राहुल को प्रताड़ित करके लोकतंत्र से समझौता किया जा रहा है। उन्होंने इस बात का संज्ञान लेने के लिए जर्मनी के विदेश मंत्रालय का शुक्रिया भी अदा किया था। अब इसी मामले में कांग्रेस के पूर्व नेता और सांसद कपिल सिब्बल की टिप्पणी भी सामने आई है। उन्होंने कहा कि यह हमारी अपनी लड़ाई है और इस लड़ाई को लड़ने के लिए हम सभी एकजुट है। इसमें विदेश से मदद लेने की कोई आवश्यकता नहीं है।

भाजपा ने जताई थी तीखी आपत्ति

दिग्विजय सिंह की ओर से ट्वीट किए जाने के बाद कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने तीखी आपत्ति जताई थी। उन्होंने तंज कसते हुए कहा था कि भारत के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करने के लिए विदेशी ताकतों को आमंत्रित करने के लिए राहुल का धन्यवाद। इसके साथ ही उन्होंने यह भी याद दिलाया था कि विदेशी ताकतें भारतीय न्यायपालिका को प्रभावित नहीं कर सकती क्योंकि भारत अब विदेशी प्रभाव को और बर्दाश्त नहीं करेगा। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और अनुराग ठाकुर समेत कई केंद्रीय मंत्रियों ने भी दिग्विजय सिंह के बयान की तीखी निंदा की थी।

चुनौतियों का खुद मुकाबला करेगी कांग्रेस

भाजपा की ओर से घेरेबंदी किए जाने के बाद कांग्रेस ने आधिकारिक रूप से खुद को दिग्विजय सिंह की टिप्पणियों से अलग कर लिया है। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डराने-धमकाने की राजनीति से देश के लोकतंत्र को खतरा पैदा हुआ है। इस खतरे से भारत की लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं को खुद ही निपटना होगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और अन्य विपक्षी पार्टियां पूरी निडरता के साथ एकजुट होकर इन चुनौतियों का सामना करेंगी। कांग्रेस के इस रुख से साफ हो गया है कि विदेशी दखल को लेकर घेरे जाने के बाद पार्टी बैकफुट पर आ गई है।

जर्मनी की इस टिप्पणी पर पैदा हुआ विवाद

इस पूरे विवाद की शुरुआत जर्मनी के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता की प्रेस ब्रीफिंग से हुई थी। जर्मनी के प्रवक्ता का कहना था कि हमने भारत के कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ फैसले और उनकी संसद सदस्यता रद्द किए जाने के मामले का संज्ञान लिया है। प्रवक्ता का कहना था कि हमने इस संबंध में जो जानकारी जुटाई है, उसके मुताबिक राहुल गांधी इस फैसले को चुनौती दे सकते हैं। उसके बाद ही यह स्पष्ट हो सकेगा कि यह फैसला टिक पाएगा या नहीं और राहुल गांधी को किस आधार पर निलंबित किया गया है। जर्मनी के विदेश मंत्रालय की इस टिप्पणी के बाद ही देश में सियासी घमासान मचा हुआ है।

Anshuman Tiwari

Anshuman Tiwari

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