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Manipur Violence: 'सर्वदलीय बैठक तब बुलाई जब प्रधानमंत्री खुद देश में नहीं...', राहुल गांधी का केंद्र सरकार पर निशान

Rahul Gandhi On Manipur Violence: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मणिपुर की ताजा स्थिति पर विचार-विमर्श के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाई है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस पर प्रतिक्रिया दी है।

Aman Kumar Singh
Published on: 22 Jun 2023 11:00 AM GMT (Updated on: 22 Jun 2023 11:05 AM GMT)
Manipur Violence: सर्वदलीय बैठक तब बुलाई जब प्रधानमंत्री खुद देश में नहीं..., राहुल गांधी का केंद्र सरकार पर निशान
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राहुल गांधी (Social Media)

Rahul Gandhi On Manipur Violence : मणिपुर हिंसा को लेकर केंद्र सरकार द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने निशाना साधा है। उन्होंने बैठक पर सवाल खड़े करते हुए कहा, '50 दिनों से मणिपुर जल रहा है, मगर प्रधानमंत्री मौन रहे। सर्वदलीय बैठक भी तब बुलाई गई जब प्रधानमंत्री खुद देश में नहीं हैं ! साफ है, कि प्रधानमंत्री के लिए ये बैठक महत्वपूर्ण नहीं है।'

गौरतलब है कि, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Union Home Minister Amit Shah) ने मणिपुर की स्थिति के मद्देनजर विचार-विमर्श के लिए 24 जून की दोपहर 3 बजे राजधानी दिल्ली में सर्वदलीय बैठक बुलाई है। इस बारे में गृह मंत्रालय की ओर से बुधवार (21 जून) को बयान जारी किया गया था।

सर्वदलीय बैठक पर ये बोले राहुल गांधी

कांग्रेस नेता अमेरिका यात्रा से वापस लौट चुके हैं। पटना में विपक्षी एकता की बैठक से पूर्व राहुल गांधी ने गुरुवार (22 जून) को एक ट्वीट किया। उन्होंने लिखा, '50 दिनों से जल रहा है मणिपुर, मगर प्रधानमंत्री मौन रहे। सर्वदलीय बैठक तब बुलाई जब प्रधानमंत्री खुद देश में नहीं हैं ! साफ है, प्रधानमंत्री के लिए ये बैठक महत्वपूर्ण नहीं है।' याद दिला दें, करीब एक सप्ताह पहले भी राहुल गांधी ने मणिपुर (Rahul Gandhi on Manipur Violence) के हालात को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा था। उन्होंने एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल को राज्य में भेजने की मांग की थी।

15 जून को राहुल ने की थी सर्वदलीय बैठक की मांग

गौरतलब है कि,15 जून, 2023 को भी राहुल गांधी ने एक ट्वीट किया था। जिसमें उन्होंने लिखा था, 'बीजेपी की नफरत की राजनीति ने मणिपुर को 40 से अधिक दिनों तक जलाए रखा। हिंसा में 100 से ज्यादा लोग मारे गए। पीएम भारत को विफल कर चुके हैं और पूरी तरह चुप हैं। हिंसा के इस चक्र को खत्म करने तथा शांति बहाल करने के लिए राज्य में एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल भेजा जाना चाहिए। आइए इस 'नफरत के बाजार' को बंद करें और मणिपुर में हर दिल में 'मोहब्बत की दुकान' खोलें।'

Aman Kumar Singh

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