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कांग्रेस ने ताली-थाली बजाने और दीया जलाने पर मोदी सरकार से पूछे ये 7 सवाल

कांग्रेस ने रविवार को कहा कि सिर्फ दीए जलाने से कोविड-19 के खिलाफ अभियान में मदद नहीं मिलेगी और सरकार से इस सवाल का जवाब मांगा कि पर्याप्त रक्षात्मक उपकरणों के “अभाव” में स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा कैसे होगी। पा

suman
Published on: 5 April 2020 5:38 PM GMT
कांग्रेस ने ताली-थाली बजाने और दीया जलाने पर मोदी सरकार से पूछे ये 7 सवाल
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नई दिल्ली कांग्रेस ने रविवार को कहा कि सिर्फ दीए जलाने से कोविड-19 के खिलाफ अभियान में मदद नहीं मिलेगी और सरकार से इस सवाल का जवाब मांगा कि पर्याप्त रक्षात्मक उपकरणों के “अभाव” में स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा कैसे होगी। पार्टी ने यह भी कहा कि जिस तरह बंद को बिना किसी तैयारी के लागू किया गया था उसी तरह बिना किसी योजना के इसे हटाया न जाए।

कोरोना से निपटने के लिए पीएम मोदी की ओर से लिए गए लॉकडाउन के फैसले पर कांग्रेस ने सवाल उठाया है। कांग्रेस का आरोप है कि सरकार केवल दिखावा कर रही है। यह सरकार कोरोना वायरस की रोकथाम और इससे होने वाले अर्थव्यवस्था के नुकसान के बारे में कुछ भी नहीं कह रही है। कांग्रेस पार्टी ने एक वीडियो जारी कर 7 बिंदुओं पर सवाल खड़े किए है। पार्टी ने वीडियो में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से ताली थाली बजाने की अपील फिर दीया जलाने के आह्वान पर भी सवाल उठाया है।

कोविड-19 से लड़ने का कोई दूसरा विकल्प नहीं

जनता कर्फ्यू के दौरान पीएम मोदी की ओर से किए गए ताली-थाली बजाने की अपील को दिखाया गया है। उसके बाद पीएम मोदी के उस संबोधन को दिखाया गया है जिसमें उन्होंने कोरोना वायरस को हराने में देश के सामूहिक संकल्प का प्रदर्शन करने के लिए पांच अप्रैल को रात नौ बजे नौ मिनट के लिए अपने घरों की बत्ती बुझाएं और मोमबत्ती, दीये या मोबाइल फोन की लाइट या टॉर्च जलाने की अपील की है।

इन सात सवालों के बाद वीडियो में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी दिखाई गई है। सोनिया गांधी ने कहा, 'हम इस अप्रत्याशित स्वास्थ्य एवं मानवीय संकट के समय मिल रहे हैं। हमारे सामने यह बहुत बड़ी चुनौती है लेकिन इससे निजात पाने का हमारा संकल्प ज्यादा बड़ा होना चाहिए।' उन्होंने कहा, 'लगातार और विश्वसनीय ढंग से चिकित्सा जांच करने के अलावा कोविड-19 से लड़ने का कोई दूसरा विकल्प नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया, '21 दिनों का लॉक डाउन जरूरी रहा होगा, लेकिन इसे योजनाबद्ध तरीके से लागू नहीं किया गया जिससे देश भर में अफरा-तफरा मची और लाखों प्रवासी कामगारों को पीड़ा हुई।'

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कांग्रेस के सवाल

* कांग्रेस ने सरकार सवाल उठाया है।कोरोना के खिलाफ जंग लड़ रहे डॉक्टर, नर्स, मेडिकल स्टॉफ लगातार व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (पीपीई) की डिमांड कर रहे हैं। पीपीई किट की कमी न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया में हो रही है।

* चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) के मुताबिक भारत अपनी क्षमता से महज 30 फीसदी ही जांच कर रहा है। माना जाता है कि किट की कमी के चलते देश में लोगों की जांच नहीं हो पा रही है।

* वेंटिलेटर की डिमांड है। अमेरिका तक में वेंटिलेटर की कमी है। कहा जाता है कि द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान जिसके पास जितने मिसाइल थे वह उतना ताकतवर था, वहीं कोरोना संकट में जिसके पास जितने वेंटिलेटर हैं वह उतना ज्यादा अपने लोगों को बचा पाएगा। भारत में वेंटिलेटर की कुल संख्या सरकारी और निजी अस्पताल मिलाकर 40 हजार के करीब है।

*लॉकडाउन में जो रोज कमाते हैं और रोज खाते हैं। ऐसे लोगों के लिए सरकार ने रहने खाने का इंतजाम नहीं किया है। लेकिन पिछले दिनों देश के अलग-अलग हिस्सों में दिहाड़ी मजदूर जमा हो गए थे।

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* कई देशों में लॉकडाउन होने से अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान पहुंचा है। कांग्रेस ने केंद्र सरकार से सवाल पूछा है कि वह अर्थव्यवस्था को सुधारने के लिए किसी पैकेज की बात क्यों नहीं कर रहे।

*आवागमन बंद होने से गैस और ईंधन की कीमतों में वृद्धि शुरू हो चुकी है। इसके अलावा लॉकडाउन के चलते किसान खेतों से सब्जियों का नहीं ला पा रहे हैं। इसके अलावा सब्जियां पर्याप्त मात्रा में गांव से शहरों में नहीं पहुंच पा रही हैं।

*कांग्रेस ने सरकार से पूछा है कि इस मुश्किल वक्त में किसानों की कैसे मदद होगी। सरकार के पास क्या इंतजाम हैं।

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