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इस राज्य में कम हो रहे कोरोना के मामले, जंग में सबसे आगे, जानें वजह
देशभर में कोरोना की रफ़्तार तेज हो गयी है। लगातार संक्रमितों की संख्या बढ़ती जा रही है। लेकिन देश का एक ऐसा भी राज्य है जहां कोरोना संक्रमण के मामले में अब धीरे-धीरे कमी आ रही है।
बेंगलुरु: देशभर में कोरोना की रफ़्तार तेज हो गयी है। लगातार संक्रमितों की संख्या बढ़ती जा रही है। लेकिन देश का एक ऐसा भी राज्य है जहां कोरोना संक्रमण के मामले में अब धीरे-धीरे कमी आ रही है। जी हां हम बात कर रहे हैं कर्नाटक की। दरअसल कर्नाटक के सीएम येडियुरप्पा सुबह के नाश्ते के लिए मशहूर मवाल्ली टिफिन रूम पहुंचे। इसे MTR के नाम से जाना जाता है।
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सीएम येडियुरप्पा के साथ राजस्व मंत्री आर अशोका और बेंगलुरु दक्षिण के सांसद तेजस्वी सूर्या भी थे। सीएम येडियुरप्पा के यहां पहुंचने का मुख्य उद्देश्य लोगों तक संदेश पहुंचाना था। वे लोगों बताना चाहते थे कि संक्रमण के दौर में अगर आप पूरी सुरक्षा से निकलते हैं तो फिर आपको कोई खतरा नहीं है।
इन्होंने की तारीफ
इसके कुछ ही घंटों के बाद नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने कर्नाटक की तरफ से उठाए जा रहे कदमों की तारीफ की। उन्होंने कहा कि अगर प्रति 10 लाख लोगों की बात की जाए तो दूसरे मेट्रो शहरों के मुकाबले बेंगलुरु में बेहद कम केस है। हर कन्फर्म केस के बाद यहां 47 कॉन्टैक्ट को ट्रेस किया गया, जबकि दिल्ली में ये संख्या सिर्फ 2.1 है। इतना ही नहीं कर्नाटक ने इन्फ्लूएंजा जैसे लक्षण वाले लोगों के भी बड़ी संख्या में कोरोना टेस्ट करवाये।
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सरकार द्वारा जारी आंकड़ों से पता चलता है कि दूसरे राज्यों के मुकाबले कर्नाटक ने कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए सराहनीय कार्य किया है। बता दें कि शनिवार तक कर्नाटक में कोरोना के 6,516 मरीज थे, जबकि इस वायरस से राज्य में 79 लोगों की मौत हुई है। इतना ही नहीं अब तक 3,440 लोग ठीक भी हो चुके हैं।
ऐसे कम हुआ संक्रमण
राज्य में संक्रमण कम होने के पीछे सबसे बड़ी वजह है बड़ी संख्या में लोगों के कॉनटैक्ट को ट्रेस करना। इसके अलावा बड़े पैमाने पर कोरोना की टेस्टिंग ICMR की एक स्टडी के अनुसार दूसरों के सम्पर्क में आने वाले लोंगो की सबसे ज्यादा कोरोना टेस्ट कर्नाटक में हुई है। यहां 22 जनवरी से 30 अप्रैल के बीच कोरोना मरीजों के सम्पर्क में आने वाले 93 लोगों की औसतन टेस्ट हुए, जबकि देश में ये संख्या सिर्फ 20 है।
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CM येडियुरप्पा ने किया कमाल
कोरोना के लिए सीएम येडियुरप्पा की चारो ओर तारीफ हो रही है। यहां तक कि विपक्ष के लोग भी उनकी सरहाना कर रहे हैं। लॉकडाउन से पहले ही येडियुरप्पा ने तैयारी शुरू कर दी थी। यही वजह है कि कर्नाटक में कड़ाई से लॉकडाउन का पालन किया गया।
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