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इस गांव से डरा कोरोना, किया ऐसा कि जमकर हो रही तारीफ
खतरनाक वायरस कोरोना को हराने के लिए पूरा देश एकजुट हो गया है। संक्रमण को रोकने के लिए पूरे देश की जनता 21 दिन के लॉकडाउन के आदेेशों का पालन करती नजर आ रही है। लोगों में जागरूकता फैलाई जा रही है।
नई दिल्ली : खतरनाक वायरस कोरोना को हराने के लिए पूरा देश एकजुट हो गया है। संक्रमण को रोकने के लिए पूरे देश की जनता 21 दिन के लॉकडाउन के आदेेशों का पालन करती नजर आ रही है। लोगों में जागरूकता फैलाई जा रही है। इसी के चलते इसमें गांव कस्बें सभी शामिल हैं। ऐसे में मुरादाबाद के डिलरा-रायपुर गांव के लोगों ने आपस में चंदा जुटाकर सैनिटाइजर तैयार किया और अब वे खुद के गांव को सुरक्षित करने के लिए एकजुट हो गए हैं। वे हर सावधानी बरत रहे हैं जिससे गांव में रह रहे किसी भी इंसान को कोई परेशानी न झेलनी पड़े।
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बता दें कि कुछ दिन पहले मुरादाबाद के मूंढापांडे में विदेश से आई एक युवती को कोरोना वायरस पॉजिटिव पाया गया जिससे पूरे क्षेत्र के लोग दहशत में आ गए। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने आसपास के गांवों को सैनिटाइज कर दिया। जिस जगह पर संक्रमण का शिकार हुई युवती रहती थी, वहां से दस किमी दूर डिलरा-रायपुर गांव में भी लोगों ने सजगता दिखाई।
सामाजिक दूरी का ध्यान रखते हुए
संक्रमण से बचाव के लिए पूर्व प्रधान अजयवीर सिंह ने अपने साथियों के साथ मिलकर गांव को सैनिटाइज करने का निर्णय लिया। सभी ने सहमति जताई और सभी अपने-अपने तरह से जुट गए। सामाजिक दूरी का ध्यान रखते हुए धनराशि ऑनलाइन एप से माध्यम से जुटाई, कुछ ने अपने स्तर से सामान लाने में सहायता की।
इसके साथ ही गांव के रहने वाले चिकित्सकों डॉ. नवदीप व डॉ. प्रमोद ने भी इसमें सहायता की, सुझाव दिया कि लोगों को सैनिटाइजर दिया जाएं और गांव को भी सैनिटाइज कर दिया जाए। इस तरह सभी ने मिलकर सैनिटाइजर तैयार किया। लेकिन बहुत सावधानी से कहीं भी लोगों को जमावड़ा नहीं होने दिया गया, बल्कि दो-दो लोगों ने अपने-अपने हिस्से का काम किया।
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इसी गांव की प्रधान सावित्री देवी ने बताया कि गांव में लगभग 2000 लोग रहते हैं। कोराना वायरस के नाम से सभी परेशान थे। गांव सैनिटाइज होने से अब सभी खुश हैं। गांव के गुलाब सिंह यादव, कल्लू, सतेन्द्र, सुरेंद्र पाल सिंह आदि ने बताया कि थोड़े-थोड़े अंतराल पर गांव को निरंतर सैनिटाइज करने का अभियान चलेगा।
इस तरह सैनिटाइजर किया तैयार
इस कार्य की प्लानिंग बताते हुए अजयवीर ने बताया कि सैनिटाइजर बनाने के लिए 10 लीटर स्प्रिट, एक किलो फिटकरी, हाइड्रोजन पैरॉक्साइड के साथ ही एंटीलार्वा दवा जुटाई गई। पांच लीटर स्प्रिट में 60 मिली ग्राम एंटीलार्वा के साथ ही हाइड्रोजन पैरॉक्साइड व इत्र डालकर सैनिटाइजर तैयार किया गया।
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कोरोना वायरस से लडऩे को लेकर जागरूकता
गांव के लोगों को हाथ धोने के लिए सैनिटाइजर मुहैया कराने के साथ ही गांव को सैनिटाइज करने के लिए खेत में दवा का छिड़काव करने वाली मशीनों को जुटाया गया। इसके बाद पूरे गांव को सैनिटाइज करने का काम शुरू हुआ।
एक मशीन में लगभग 15 लीटर सैनिटाइजर भरा गया। दो मशीनों के सहयोग से गांव को सैनिटाइज किया गया। पूछने पर वरिष्ठ फिजीशियन डॉ. नितिन बत्रा ने बताया कि इस पर कोई शोध सामने नहीं है कि सैनिटाइजर से कोरोना वायरस खत्म होगा, लेकिन ग्रामीणों द्वारा तैयार सैनिटाइजर से काफी हद तक जीवाणु खत्म होंगे। हाथ धोने से संक्रमण का खतरा कम होगा और सबसे बड़ी बात यह कि इस रूप में लोगों में कोरोना वायरस से लडऩे को लेकर जागरूकता और एकजुटता का संचार हुआ।
तो इस तरह से इस गांव के लोग कोरोना से जंग लग रहें है और सावधानीपूर्वक सैनिटाइज करने काम कर रहें हैं।
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