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गणतंत्र परेड पर कोरोना की छाया: दर्शकों की घटी संख्या, रूट में होगा ये बदलाव
कोरोना के कारण इस बार परेड के दौरान लोगों की संख्या भी काफी सीमित रहेगी। सिर्फ 25000 लोगों को परेड के दौरान आने की अनुमति दी जाएगी।
नई दिल्ली: कोरोना संकट काल में 2021 के गणतंत्र दिवस के दौरान नजारा बिल्कुल बदला हुआ रहेगा। गणतंत्र दिवस के मौके पर विजय चौक से राजपथ पर निकलने वाली मुख्य परेड को कोरोना महामारी की वजह से बेहद सीमित कर दिया गया है।
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कोरोना के कारण इस बार परेड के दौरान लोगों की संख्या भी काफी सीमित रहेगी। सिर्फ 25000 लोगों को परेड के दौरान आने की अनुमति दी जाएगी। परेड में निकलने वाली झांकियों की संख्या में तो कटौती नहीं की गई है मगर परेड का रास्ता 8 किलोमीटर से घटाकर सिर्फ 3 किलोमीटर कर दिया गया है।
सिर्फ 25000 लोगों को देखने की अनुमति
परेड का आयोजन करने वाले रक्षा मंत्रालय से जुड़े सूत्रों का कहना है कि आमतौर पर परेड देखने के लिए करीब सवा लाख से अधिक लोग आते हैं मगर इस बार कोरोना महामारी के कारण इतने ज्यादा लोगों को अनुमति नहीं दी जाएगी। सिर्फ 25000 लोगों को ही परेड देखने की अनुमति दी जाएगी। परेड के दौरान दर्शक दीर्घा और वीवीआईपी की संख्या में भी भारी कटौती करने की योजना बनाई गई है।
चार काउंटरों से बिकेंगे सिर्फ 4500 हजार टिकट
रक्षा मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक गणतंत्र दिवस समारोह में भीड़ को कम करने के लिए इस बार टिकटों की बिक्री और विशेष अतिथि पास की संख्या में बेहद कटौती की गई है। इस बार सिर्फ चार काउंटरों से गणतंत्र दिवस कार्यक्रम के टिकट बेचने की योजना है।
भीड़ को नियंत्रित करने के लिए 4500 हजार से अधिक टिकट नहीं बेचे जाएंगे। पिछले साल के गणतंत्र दिवस की परेड के दौरान करीब 32000 टिकटों की बिक्री की गई थी मगर इस बार संख्या में काफी कटौती की गई है।
मीडिया कर्मियों और उनके परिजनों को दिए जाने वाले पास में भी कटौती की गई है। इसकी संख्या 5000 से घटाकर इस बार 300 कर दी गई है।
झांकियों की संख्या में नहीं होगी कटौती
वैसे परेड के दौरान निकलने वाली झांकियों में कोरोना का असर नहीं होगा और झांकियों की संख्या में किसी भी प्रकार की कटौती नहीं की जाएगी। इस बार की परेड में 16 राज्यों और 6 केंद्रीय विभागों की झांकियां शामिल होंगी मगर सेना और अर्धसैनिक बलों की मार्चिंग टुकड़ियों में जवानों की संख्या में कटौती की गई है।
बांग्लादेश का बैंड भी होगा शामिल
परेड में सिर्फ चार स्कूलों की दो डांस टोलियों को शामिल होने की इजाजत दी गई है। पिछली बार की परेड के दौरान 8 स्कूलों ने गणतंत्र दिवस परेड में हिस्सा लिया था।
गणतंत्र दिवस की परेड में इस बार बांग्लादेश का बैंड भी शामिल होगा। 1971 के युद्ध के दौरान भारतीय सेना की अहम भूमिका के कारण पाकिस्तान से अलग होकर बांग्लादेश अलग राष्ट्र बना था।
8 किमी की जगह सिर्फ 3 किमी का रूट
अभी तक गणतंत्र दिवस की परेड विजय चौक से शुरू होकर राजपथ होते हुए लाल किले पर जाकर समाप्त होती थी मगर इस बार गणतंत्र दिवस की परेड के रूट में भी कटौती की गई है।
इस बार परेड विजय चौक से निकलने के बाद नेशनल स्टेडियम पर ही खत्म हो जाएगी। इस तरह परेड का रास्ता 8 किलोमीटर से घटाकर सिर्फ 3 किलोमीटर कर दिया गया है।
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ब्रिटेन के प्रधानमंत्री होंगे मुख्य अतिथि
इस बार की गणतंत्र दिवस परेड में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन मुख्य अतिथि होंगे। गणतंत्र दिवस परेड के इतिहास में यह छठा मौका है जब परेड में ब्रिटेन के मुख्य अतिथि होंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जॉनसन से मुख्य अतिथि बनने का अनुरोध किया था और जानसन ने पीएम मोदी का यह अनुरोध स्वीकार कर लिया है।
रिपोर्ट- अंशुमान तिवारी
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