×

कोरोना संकट: सोनिया गांधी ने पीएम मोदी को लिखा पत्र, की ये बड़ी मांग

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा है कि हम एक महामारी का सामना कर रहे हैं। ऐसे में कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए कड़े कदमों की जरूरत है।

SK Gautam
Published on: 24 March 2020 10:02 AM GMT
कोरोना संकट: सोनिया गांधी ने पीएम मोदी को लिखा पत्र, की ये बड़ी मांग
X

नई दिल्ली: देश में कोरोना का कहर दिन-प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है। जिसको देखते हुए कई राज्यों में लाकडाउन की घोषणा की गयी है। इस बीच कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक पत्र लिखा है। सोनिया गांधी ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह किया है कि कोरोना वायरस के संकट के मद्देनजर निर्माण क्षेत्र में काम करने वाले कामगारों के लिए आपात कदम उठाए जाएं और कुछ निश्चित राशि की मदद उन्हें दी जाए।

उपकर के माध्यम से 49,688 करोड़ रुपये की राशि का संग्रह

प्रधानमंत्री मोदी को लिखे पत्र में सोनिया ने कहा कि उन्हें जानकारी मिली है कि निर्माण क्षेत्र के कामगारों के कल्याण के लिए बने राज्य बोर्डों ने उपकर के माध्यम से 31 मार्च, 2019 तक 49,688 करोड़ रुपये की राशि का संग्रह किया था और इसमें से सिर्फ 19,380 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं।

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा है कि हम एक महामारी का सामना कर रहे हैं। ऐसे में कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए कड़े कदमों की जरूरत है। इन कदमों से आर्थिक गतिविधियां व्यापक रूप से बाधित हुई हैं जिसका असंगठित क्षेत्र पर काफी बुरा असर पड़ा है। लाखों प्रवासी कामगार बड़े शहरों से अपने कस्बों और गांवों की तरफ कूच कर गए हैं।

ये भी देखें: कोरोना वायरस: आज शाम चार बजे योगी सरकार कर सकती है बड़ा एलान

कामगारों के सामने जीविका का संकट

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, 'अब निर्माण क्षेत्र में काम करने वाले 4.4 करोड़ से अधिक कामगारों का भविष्य अधर में पड़ गया है। शहरों के बंद करने के कड़े कदमों से बहुत सारे कामगारों के सामने जीविका का संकट भी पैदा हो गया है। सोनिया के मुताबिक, कनाडा समेत कई देशों ने कोरोना वायरस के संकट के बीच आर्थिक योजना सामने रखी है।

ये भी देखें: पुणे में तैयार होगी कोरोना टेस्ट की किट, इस कम्पनी को मिली मंजूरी

ऐसे में यहां की अप्रत्याशित स्थिति को देखते हुए कागमारों के हित में कदम उठाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि निर्माण क्षेत्र में काम करने वाले कामगारों के लिए आपात कदम उठाए जाएं और कुछ निश्चित राशि की मदद उन्हें दी जाए।

SK Gautam

SK Gautam

Next Story