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वैक्सीनेशन 2.0: ये सावधानियां रखनी जरूरी, जानें क्या करें-क्या नहीं

दूसरे टीका लगवाने वाले व्यक्ति को अच्छी तरह से खाना चाहिए और दवाइयां लेनी चाहिए, यदि टीकाकरण से पहले ये दवाइयां खाने को बताया गया हो तो ऐसा करना चाहिए। जितना संभव हो सके उतना आराम करने की कोशिश करनी चाहिए। तनावग्रस्त लोगों के लिए यह सुझाव महत्वपूर्ण है।

Shreya
Published on: 4 March 2021 11:05 AM GMT
वैक्सीनेशन 2.0: ये सावधानियां रखनी जरूरी, जानें क्या करें-क्या नहीं
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वैक्सीनेशन 2.0: टीका लगवाने से पहले बरतें ये सावधानियां, जानिए क्या करें, क्या नहीं

रामकृष्ण वाजपेयी

नई दिल्ली: देश में अब जबकि सरकार टीकाकरण अभियान को युद्ध स्तर पर चला रही है और लोगों में इसे लेकर उत्साह है यह जानना जरूरी है कि टीका लगने के बाद हमें क्या सावधानियां बरतनी चाहिए क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए। हालांकि फिलहाल इस वैक्सीन के किसी पर किसी प्रतिकूल प्रभाव का कोई मामला अब तक सामने नहीं आया है, लेकिन कुछ लोगों ने हल्की बीमारी की बात कही है।

लेकिन बावजूद इसके किसी को टीका लगवाने से पीछे नहीं हटना चाहिए। क्योंकि यही नहीं कोई भी टीका लगने के बाद थोड़ी बहुत दिक्कत स्वाभाविक रूप से होती है।

टीकाकरण से पहले अपनाएं ये सावधानियां

विशेषज्ञों का स्पष्ट रूप से कहना है कि देश में इस्तेमाल होने वाले दोनों टीके, भारत बायोटेक के कोवाक्सिन और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया का कोविशिल्ड पूरी तरह से सुरक्षित हैं। ऐसे में कुछ चीजें जान लेना आवश्यक हैं। यह वह सावधानियां हैं जो टीका लगवाने से पहले अपनायी जानी चाहिए।

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वैक्सीनेशन से पहले

यदि किसी व्यक्ति को दवा, या ड्रग्स से एलर्जी है, तो चिकित्सक से राय ले लेना महत्वपूर्ण है। दूसरे टीका लगवाने वाले व्यक्ति को अच्छी तरह से खाना चाहिए और दवाइयां लेनी चाहिए, यदि टीकाकरण से पहले ये दवाइयां खाने को बताया गया हो तो ऐसा करना चाहिए। जितना संभव हो सके उतना आराम करने की कोशिश करनी चाहिए। तनावग्रस्त लोगों के लिए यह सुझाव महत्वपूर्ण है।

मधुमेह या रक्तचाप वाले लोगों को इन दोनों के निर्धारित स्तर पर नियंत्रण रखने की आवश्यकता है। कैंसर रोगियों, विशेष रूप से कीमोथेरेपी वालो रोगियों को चिकित्सक की सलाह पर अमल करना चाहिए।

ऐसे बीमार लोग जिन को कोविड -19 उपचार के दौरान रक्त प्लाज्मा या मोनोक्लोनल एंटीबॉडी दिये गए हैं, या जो पिछले डेढ़ महीने में संक्रमित हुए हैं, उन्हें सलाह दी जाती है कि वे अभी वैक्सीन न लें।

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टीकाकरण के बाद

एलर्जिक मरीजों को किसी भी तत्काल गंभीर रिएक्शन से बचाव के लिए वैक्सीन प्राप्त करने वाले वैक्सीन केंद्र पर ही नजर रखी जाती है। यह स्पष्ट होने के बाद ही टीका लगवाने वाले को जाने दिया जाता है कि उसे कोई रिएक्शन तो नहीं हो रहा।

व्यक्ति के शरीर के जिस स्थान पर टीका लगता है वहां दर्द और बुखार जैसे दुष्प्रभाव आम हैं। इनसे घबड़ाने की जरूरत नहीं है। ठंड लगने और थकान जैसे लक्षण भी दिख सकते हैं इनसे भी न घबड़ाएं, ये कुछ ही दिनों में दूर हो जाते हैं।

महत्वपूर्ण बात टीके हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली को सिखाते हैं कि बाहरी खतरे को कैसे पहचाना और लड़ना चाहिए। आमतौर पर वायरस के खिलाफ सुरक्षा (प्रतिरक्षा) का निर्माण करने के लिए शरीर के टीकाकरण के बाद कुछ सप्ताह लगते हैं।

इसका मतलब ये है कि टीकाकरण के तुरंत बाद यदि उस व्यक्ति ने कोविड-19 गाइडलाइन का पालन नहीं किया तो वह व्यक्ति कोविड -19 से संक्रमित हो सकता है। इसलिए सावधान रहें।

इसलिए सार्वजनिक स्थानों पर चेहरे के मास्क से ढककर जाएं, हाथों को सेनेटाइज करते रहें और शारीरिक दूरी के नियम का पालन करें।

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