×

दिल्ली से निकला पैदल: रास्ते में हुआ प्यार, फिर ऐसे हुआ निकाह

लॉकडाउन में अपने घर से दूर फंसे हजारों लोग पैदल का रास्ता नाप रहे हैं। ऐसे में कई मामले सामने आए जिन्होंने देश को झकझोर कर रख दिया। लेकिन इस बीच एक ऐसा मामला सामने आया है, जो किसी फिल्मी लव स्टोरी से कम नहीं है।

Shreya
Published on: 29 May 2020 11:52 AM GMT
दिल्ली से निकला पैदल: रास्ते में हुआ प्यार, फिर ऐसे हुआ निकाह
X

नई दिल्ली: लॉकडाउन में अपने घर से दूर फंसे हजारों लोग पैदल का रास्ता नाप रहे हैं। ऐसे में कई मामले सामने आए जिन्होंने देश को झकझोर कर रख दिया। लेकिन इस बीच एक ऐसा मामला सामने आया है, जो किसी फिल्मी लव स्टोरी से कम नहीं है। सीतामढ़ी, बिहार का रहने वाला एक सलमान नाम का शख्स अपने घर जाने के लिए दिल्ली से पैदल ही परिवार के साथ निकल गया था। इस सफर में पलवल के बाद का सलमान के जिंदगी में दस्तक हुई मोहब्बत की।

प्यार का इजहार होने पर प्यार में हुई तू-तू, मैं-मैं

लेकिन जब आगरा पहुंचकर मोहब्बत का इजहार हुआ तो कानपुर से घर वालों के बीच तू-तू, मैं-मैं शुरू हो गई। और फिर दोनों का गोरखपुर में निकाह हो गया। अपने घर पहुंचने से पहले ही दोनों को अपने प्यार की मंजिल मिल गई। तो चलिए आपको सलमान के इस अनोखी प्रेम कहानी के बारे में बताते हैं।

यह भी पढ़ें: ऐसा होगा Lockdown-5.0: जारी हुए दिशा-निर्देश, इस बार मिलेगी इनमें छूट

18 मई को परिवार के साथ निकला था सलमान

सलमान ओखला में अपने परिवार के साथ रहता है और एक दुकान पर उर्दू टाइपिंग का काम करता है। साथ ही चाय का ठेला भी लगाता हैं। लॉकडाउन के दौरान काफी सलमान और उसके परिवार को काफी तकलीफों का सामना करना पड़ा लेकिन वो लोग पैदल खर वापसी के लिए तैयार नहीं थे। लेकिन 18 मई को किराए का घर छोड़ने के बाद वो सीतामढ़ी, बिहार के लिए निकल पड़े।

सफर के दौरान मिले पापा के दोस्त और वो लड़की

तभी सफर के दौरान थककर पलवल और बल्लबगढ़ के बीच एक जगह पर सलमान और पूरा परिवार आराम करने लगा। तभी सलमान के पिता के एक दोस्त मिले, वो भी बिहार ही जा रहे थे। वो भी ओखला में ही रोजदारी पर मजदूरी करते थे। उनका परिवार भी उनके साथ ही था। जिसमें 12वीं पास शहनाज भी थी। फिर सब साथ में होकर ही सफर करने लगे। कहीं भी साथ में ही रूकते, खाना-खाते और आराम करते। तभी सलमान को लगा कि शहनाज खाने के वक्त उसका खास ख्याल रखती है।

यह भी पढ़ें: योगी सरकार ने दिया बड़ा बयान, मनरेगा के तहत कार्य सूची में किए जाएं बदलाव

क्या आप मुझे ताजमहल दिखाएंगे

मथुरा के बाद से बदलकर वो सभी यमुना एक्सप्रेस वे पर आ गए। और फिर सीधे चलते हुए आगरा जाकर रुके थे। तभी शहनाज ने सलमान से पूछा कि ये कौन सा शहर है। सलमान ने जवाब देते हुए कहा कि ताजमहल का शहर। सलमान ने बताया तब तक उन दोनों के बीच कुछ खास बातचीत नहीं हुई थी। उसके बाद शहनाज ने कहा कि क्या आप भी मुझे ताजमहल दिखाएंगे। इस पर सलमान को एहसास हुआ कि दोनों एक जैसा ही सोच रहे हैं।

कानपुर पहुंचने तक दोनों परिवारों के बीच बंद हुई बातचीत

वहीं कानपुर पहुंचने से पहले ही दोनों के पिता के बीच बातचीत लगभग-लगभग बंद हो चुकी थी। कानपुर पहुंच कर शहनाज के पिता ने कहा कि मैं सब देख रहा हूं, पहल तुम्हारे लड़के की ओर से बढ़ी है। यहीं बात सलमान के पिता ने भी शहनाज के पिता को बोली। लेकिन उस दौरान सलमान खामोश रहा। कानपुर के बाद से दोनों के बीच तू-तू, मैं-मैं बढ़ती चली गई।

यह भी पढ़ें: यहां बंदरों को मारने की मंजूरी, मंत्रालय ने जारी की अधिसूचना

गोरखपुर पहुंचकर हुआ निकाह

जब सभी गोरखपुर पहुंचे तो सलमान और शहनाज के बीच थोड़ी बातचीत हुई। तो उन्होंने तय किया कि वो बिहार नहीं जाएंगे। अगर दिन सलमान के पिता ने अपने दोस्त की तरफ इशारा करते हुए बोला कि इनसे पहले निकलेंगे और अब साथ में नहीं चलेंगे। लेकिन सलमान ने ऐसा करने से मना कर दिया और कहा कि साथ चले से क्या फर्क पड़ता है।

इस पर जब पिता ने डांटा तो सलमान ने कहा कि शहनाज को लेकर ही जाऊंगा। सलमान ने कहा कि जब तक निकाह नहीं होगा तब तक मैं सीतामढ़ी नहीं जाऊंगा। यह बात शहनाज के पिता ने सुन ली तो उन्होंने पहले चलने की बात की तो उधर शहनाज ने जाने से मना कर दिया।

यह भी पढ़ें: iPhone हो गया हैक: इसने ठोका अरबों का केस, देने पड़ सकते हैं पैसे

इस तरह हुआ दोनों का निकाह

सलमान और शहनाज की बात सुन घर वाले गुस्से में भर गए। लंगर वाले भी वहां पर आ गए। सबको लग रहा था कि ये लव जिहाद का मामला है, लेकिन जब उन्हें पता चला कि दोनों मुस्लिम हैं तो वो शांत हो गए। गांव वालों ने भी उनकी बात सुन उनकी शादी के लिए हामी भर दी। देर शाम तक दोनों परिवार भी शादी के लिए तैयार हो गए। रात आठ बजे गांव वाले एक हाफिज को बुला लिया। और दोनों का निकाह हो गया।

गांव वाले निकाह में शामिल हुए। दूसरे दिन गांव वालों ने सलमान और शहनाज दोनों को कुछ कपड़े और पैसे भी दिए और कहा कि ये हमारे गांव की बेटी है। शहनाज को कई लोगों ने अपना नंबर देकर बोला कि घर पहुंचने के बाद दोनों परिवार में से कोई भी निकाह को मानने से इंकार करे तो हमें फोन कर देना बस।

यह भी पढ़ें: टिड्डियों का नाश्ता: कभी सोच नहीं सकते आप, लेकिन यहां चाव से खाते हैं लोग

देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।

Shreya

Shreya

Next Story