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राजस्थान में बिग कोरोना फेल्योर, ऐसा क्या हुआ रोकना पड़ा एंटीबॉडी रैपिड टेस्ट

राजस्थान ने कोरोना वायरस का एंटीबॉडी रैपिड टेस्ट रोक दिया है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने बताया कि यह एंटीबॉडी रैपिड टेस्ट किट गलत परिणाम (Result) दे रहा है।

Shreya
Published on: 21 April 2020 6:48 AM GMT
राजस्थान में बिग कोरोना फेल्योर, ऐसा क्या हुआ रोकना पड़ा एंटीबॉडी रैपिड टेस्ट
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जयपुर: देश भर में कोरोना वायरस का संकट तेजी से बढ़ रहा है। तेजी से बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्र सरकार से लेकर राज्य सरकारें टेस्ट करने की स्पीड को बढ़ा रही हैं। ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों की जांच की जा सके। इस बीच खबर है कि राजस्थान ने कोरोना वायरस का एंटीबॉडी रैपिड टेस्ट रोक दिया है।

गलत परिणाम दे रहा टेस्टिंग किट

इस बारे में जानकारी देते हुए राज्य के स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने बताया कि यह एंटीबॉडी रैपिड टेस्ट किट गलत परिणाम (Result) दे रहा है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रक्रिया में कोई चूक नहीं हो रही। यह टेस्टिंग किट इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) की ओर से भेजी गई थी और इस बारे में ICMR को सूचना दे दी गई है।

किट की विश्वसनीयता पर खड़े हो रहे सवाल

दरअसल, राज्य में रैपिड टेस्ट किट की विश्वसनीयता को लेकर बड़ा सवाल खड़ा हो गया था। इस टेस्टिंग किट के जरिए सवाई मानसिंह अस्पताल में भर्ती करीब 100 कोरोना के मरीजों का टेस्ट किया गया था। जिसमें से इस किट ने केवल 5 मरीजों को ही कोरोना पॉजिटिव बताया। यह किट केवल 5 फीसदी सफलता ही हासिल कर पाया है। यह रैपिड टेस्ट किट जांच में विफल साबित हुआ है।

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दूसरे लॉट का किया जा रहा परीक्षण

एंटीबॉडी रैपिड टेस्ट किट के विफल होने पर डॉक्टरों ने कहा कि किट के दूसरे लॉट का भी परीक्षण किया जा रहा है। इसके जरिए ये पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि कहीं पहले लॉट में ही तो दिक्कत नहीं थी। अगर ऐसा पाया गया तो सरकार इस किट को वापस लौटा देगी। इस किट के जरिए कोरोना जांच कराने पर केवल 600 रुपये का ही खर्च आता है।

सबसे पहले राजस्थान में रैपिड किट से टेस्टिंग की शुरुआत

बता दें कि राजस्थान ऐसा पहला राज्य है, जहां पर एंटीबॉडी रैपिड किट से टेस्टिंग की शुरुआत की गई। राज्य में बीते सोमवार को इस किट के जरिए 2 हजार लोगों का टेस्ट किया गया था। इसमें केवल एक परिवार के 5 लोग ही पॉजिटिव मिले। जिसके बाद किट की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े हो रहे हैं। इसके साथ ही किट के विफल होने से राजस्थान सरकार के सामने एक बड़ा संकट खड़ा हो गया है।

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राजस्थान में कोरोना के 52 नए मामले

बता दें कि राजस्थान में कोरोना के करीब 52 नए मामले सामने आए हैं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी किए ताजा आंकड़ों के मुताबिक, भीलवाड़ा में 4, टोंक में 2, सवाईमाधोपुर में एक, दौसा में 2, नागौर में एक, झुंझुनु में एक, जयपुर में 34, जोधपुर में 5 और जैसलमेर से 2 मामले सामने आए हैं। इसी के साथ ही राजस्थान में कोरोना के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 1628 हो गई है।

भारत में संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 18 हजार के पार

वहीं अगर पूरे देश की बात की जाए तो भारत में संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 18 हजार के पार पहुंच गया है। इनमें से 14,255 केस एक्टिव हैं। स्वस्थ होने वाले मरीजों की संख्या भी बढ़कर 2841 हो गयी है। इस वायरस से अब तक 559 लोगों की जान जा चुकी है।

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