×

TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

कोरोना का कहर: भारत समेत इन देशों में हो रही ये खतरनाक बीमारी, मचा हाहाकार

भारत समेत कई देशों के लिए एक और डराने वाली खबर सामने आई है। कोरोना वायरस के कारण भारत, अमेरिका और यूरोप में कई कोरोना वायरस के मरीजों में फेफड़ो में बड़ी दिक्कत होने की समस्या सामने आ रही है। अगर ये समस्या गंभीर हुई तो मरीज की मौत भी हो सकती है।

Newstrack
Published on: 27 Nov 2020 7:52 PM IST
कोरोना का कहर: भारत समेत इन देशों में हो रही ये खतरनाक बीमारी, मचा हाहाकार
X
कोरोना वायरस के कारण भारत, अमेरिका और यूरोप में कई कोरोना वायरस के मरीजों में फेफड़ो में बड़ी दिक्कत होने की समस्या सामने आ रही है।

नई दिल्ली: कोरोना वायरस ने दुनियाभर में तबाही मचा रखी है। इस जानलेवा महामारी की अभी तक कोई दवा नहीं बना पाई। कई देश कोरोना वायरस की वैक्सीन बनाने में लगे हुए हैं। भारत समेत दुनिया के कई देशों की कोरोना वैस्सीन का परीक्षण अंतिम चरण में है। तो वहीं रूस ने दो कोरोना वैक्सीन बनाने का दावा किया है। इसके साथ ही कई देशों में कोरोना वायरस को लेकर रिसर्च हो रहा है जिसमें कई चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं।

अब भारत समेत कई देशों के लिए एक और डराने वाली खबर सामने आई है। कोरोना वायरस के कारण भारत, अमेरिका और यूरोप में कई कोरोना वायरस के मरीजों में फेफड़ो में बड़ी दिक्कत होने की समस्या सामने आ रही है। अगर ये समस्या गंभीर हुई तो मरीज की मौत भी हो सकती है। कोरोना मरीजों को फेफड़ों के इस संक्रमण के कारण थकान की समस्या होती रहती है। इसके साथ ही सांस लेने में बहुत दिक्कत होती है। यह दिक्कत भारत, अमेरिका और यूरोप में कई मरीजों में देखी गई है।

लंग फाइब्रोसिस नाम की बीमारी

कोरोना वायरस के कारण लंग फाइब्रोसिस नाम की बीमारी हो रही है। इस खतरनाख बीमारी को पल्मोनरी फाइब्रोसिस भी कहा जाता है। इसके बीमारी को लेकर लंग इंडिया नाम के मेडिकल जर्नल में एक आर्टिकल प्रकाशित किया गया है। इस आर्टिकल को डॉ. जरीर एफ. उदवादिया, डॉ. परवैज ए. कौल और डॉ. लूका रिडेल्डी ने लिखा है। तीनों डॉक्टरों ने इसे पोस्ट कोविड-19 इंटरस्टिशियल लंग डिजीस (PC-ILD) का नाम दिया है।

ये भी पढ़ें...सरकारी कर्मचारियों को बड़ा तोहफा: इस नियम में हुआ बदलाव, अब होगा बंपर फायदा

Covid-19

दुनियाभर में 6 करोड़ से ज्यादा लोग कोरोना संक्रमित

एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि दुनियाभर में 6 करोड़ से अधिक लोगों को कोरोना वायरस हो चुका है। इनमें से अधिकतर लोग हल्के या मध्यम संक्रमण के शिकार है। सिर्फ 10 प्रतिशत को गंभीर कोरोना वायरस निमोनिया हुआ है। 5 प्रतिशत लोग एक्यूट रेस्पिरेटरी डिस्ट्रेस सिंड्रोम (ARDS) नाम की बीमारी से जूझ रहे हैं। इन्हीं 5 से 10 प्रतिशथ लोगों को लंग फाइब्रोसिस की समस्या हो रही है।

ये भी पढ़ें...शर्मनाक: चाकू की नोक पर लड़की से रेप, तीन दोस्त घर के बाहर दे रहे थे पहरा

लंग फाइब्रोसिस बीमारी होने के कारण फेफड़ों के अंदर मौजूद ऊतक यानी टिश्यू में सूजन आने लगती है। इसके कारण फेफड़ों में हवा का स्थान कम होना शुरू हो जाता है। इसके कारण सांस लेने में समस्या होती है। इसके कारण इंसान को थकान महसूस होती है। अगर स्थिति ज्यादा गंभीर होने पर मरीज की मौत हो सकती है या उसे दिल का दौरा पड़ने संभावना रहती है।

ये भी पढ़ें...डोभाल की बड़ी बैठक: इन देशों से करेंगे वार्ता, समुद्री सुरक्षा पर होगी बात

दोस्तों देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।



\
Newstrack

Newstrack

Next Story