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कोरोना हुआ बहुत खतरनाक: मरीजों को हो रहीं ये परेशानियां, जानिए क्या है वजह
इस महामारी के दौर में कोरोना पर चल रही शोध में एक अहम शोध सामने आया है, जिसमें पाया गया है कि जिन लोगों को दोबारा कोरोना वायरस संक्रमण हो रहा है, उन्हें पहले की तुलना में कहीं अधिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
नई दिल्ली: पिछले 10 महीनों से पूरी दुनिया कोरोना वायरस के संक्रमण की महामारी झेल रही है। संक्रमण और मौतों का सिलसिला अभी खत्म नहीं हुआ है। अब तक 10 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं वैज्ञानिक स्तकर पर इस वायरस और संक्रमण (Covid 19) को समझने के लिए कई शोध लगातार जारी हैं।
दुबारा कोरोना होने पर ज्यादा खतरा
बताया जा रहा है कि इस महामारी के दौर में कोरोना पर चल रही शोध में एक अहम शोध सामने आया है, जिसमें पाया गया है कि जिन लोगों को दोबारा कोरोना वायरस संक्रमण हो रहा है, उन्हें पहले की तुलना में कहीं अधिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। शोध में कहा गया है कि इससे यह पता चलता है कि कोरोना वायरस संक्रमण पहले से कहीं अधिक खतरनाक हो रहा है।
कोरोना वायरस संक्रमण से एक नया इंफेक्शस डिसीज
कोरोना वायरस संक्रमण पर हुए एक शोध मंगलवार को इंफेक्शस डिसीज का पता चला है। इसमें अमेरिका में एक व्यक्ति को हुए दोबारा कोरोना वायरस संक्रमण के पहले केस के बारे में जानकारी दी गई है। इसमें भविष्य में कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर आशंकाओं के बारे में भी बताया गया है।
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दूसरी बार हुआ संक्रमण पहले वाले से काफी घातक
शोध में बताया गया है कि नेवाडा के 25 साल के एक युवक में 48 दिनों में दो बार कोरोना वायरस संक्रमण का वायरस पाया गया है। उसमें Sars-Cov-2 के दो अलग प्रकार पाए गए हैं। वैज्ञानिकों ने शोध में पाया कि दूसरी बार हुआ संक्रमण पहले वाले से काफी घातक है। दूसरी बार इंफेक्शेन होने पर अस्प ताल में ऑक्सीनजन सपोर्ट पर रहना पड़ता है। शोध में चार और ऐसे मामलों की जानकारी दी गई है, जिनमें लोगों को दूसरी बार कोरोना संक्रमण हुआ। इनमें एक बेल्जियम, नीदरलैंड, हांग कांग और इक्वाइडोर शामिल हैं।
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संक्रमण क्यों अधिक गंभीर रूप में सामने आ रहे
एक शोधकर्ता ने बताया है कि हमें यह समझने के लिए और अधिक शोध की आवश्यकता है कि SARS-CoV-2 के संपर्क में आने वाले लोगों के लिए इम्युनिटी कितनी लंबी हो सकती है और इनमें से कुछ अन्य संक्रमण क्यों अधिक गंभीर रूप में सामने आ रहे हैं।