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भारत में कर्फ्यू: इन राज्यों में लागू हुए सख्त नियम, कोरोना का कहर उफान पर
मध्य प्रदेश के भी पांच शहरों में नाइट कर्फ्यू घोषित कर दिया गया है। उत्तर प्रदेश में शादियों में मेहमानों की सूची को घटाकर 200 से 100 कर दिया गया है। इसके साथ ही दिल्ली से आने वाले यात्रियों का कोरोना टेस्ट अनिवार्य कर दिया गया है।
नई दिल्ली: देश के कई राज्यों में कोरोना के बढ़ते मामलों के बाद राज्य सरकारों ने कड़ा रुख अख्तियार कर लिया है। खासतौर पर दिल्ली, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में कोरोना की रफ्तार बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है और उसके बाद राज्य सरकारें कोरोना के केसों को काबू में रखने में जुट गई हैं। राजस्थान में शाम सात बजे बाजार बंद करने के आदेश के साथ ही राजधानी जयपुर सहित आठ शहरों में रात आठ बजे से सुबह छह बजे तक का कर्फ्यू घोषित कर दिया गया है।
मध्य प्रदेश के भी पांच शहरों में नाइट कर्फ्यू घोषित कर दिया गया है। उत्तर प्रदेश में शादियों में मेहमानों की सूची को घटाकर 200 से 100 कर दिया गया है। इसके साथ ही दिल्ली से आने वाले यात्रियों का कोरोना टेस्ट अनिवार्य कर दिया गया है।
राजस्थान के इन शहरों में नाइट कर्फ्यू
राजस्थान सरकार की ओर से कोरोना का संक्रमण रोकने के लिए नई गाइडलाइन जारी की गई है। सरकार की ओर से दिए गए आदेश के मुताबिक बाजार और ऑफिस समेत कॉमर्शियल एक्टिविटीज को शाम सात बजे बंद करने का आदेश दिया गया है ताकि सभी लोग नाइट कर्फ्यू की शुरुआत से पहले ही घर पहुंच सकें। कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित आठ जिलों जयपुर, जोधपुर, बीकानेर, उदयपुर, अजमेर, कोटा, अलवर और भीलवाड़ा में रात आठ बजे से सुबह छह बजे तक कर्फ्यू लगाने का एलान कर दिया गया है।
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मास्क ना पहनने वालों पर बढ़ा जुर्माना
राजस्थान सरकार ने मास्क को लेकर भी अब सख्ती बरतने का फैसला किया है। सार्वजनिक स्थानों पर मास्क न पहनने वालों से वसूली जाने वाली जुर्माने की राशि 200 से बढ़ाकर 500 कर दी गई है। वैसे सरकार की ओर से शादी में हिस्सा लेने के लिए जाने वालों को नाइट कर्फ्यू से छूट भी दी गई है। इसके साथ ही दवा की दुकानों, बस- ट्रेन और हवाई जहाज से सफर करने वालों सहित जरूरी सेवाओं को भी नाइट कर्फ्यू से मुक्त रखा गया है। परीक्षा देने के लिए आने वाले छात्र-छात्राओं को भी इस दौरान छूट मिलेगी।
जयपुर और जोधपुर में काफी तेज संक्रमण
राजस्थान में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं और शनिवार को 3000 केस सामने आए थे। जयपुर और जोधपुर में संक्रमण की रफ्तार एक बार फिर काफी तेज हो गई है। कोरोना प्रभावित जिलों में सौ से ज्यादा कर्मचारी वाले सरकारी और निजी ऑफिसों में 75 फ़ीसदी कर्मचारियों को ही ड्यूटी पर बुलाया जा सकेगा। स्वास्थ्य विभाग को कंटेनमेंट जोन में घर-घर जाकर सर्वे करने का आदेश दिया गया है।
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दिल्ली से आने वालों की यूपी में जांच जरूरी
उत्तर प्रदेश सरकार ने भी कोरोना से संक्रमित मरीजों की पहचान के लिए बड़ा फैसला किया है। अब दिल्ली से उत्तर प्रदेश आने वाले सभी यात्रियों का कोरोना टेस्ट जरूरी कर दिया गया है। मुख्य सचिव आरके तिवारी ने बताया कि फ्लाइट, बस या ट्रेन से आने वाले सभी यात्रियों की जांच की जाएगी। उन्होंने बताया कि दिल्ली-नोएडा बॉर्डर पर अपनी व्यक्तिगत गाड़ियों से यात्रा करने वाले लोगों की भी रैंडम जांच शुरू हो चुकी है।
शादियों में अब सिर्फ सौ मेहमान
उन्होंने बताया कि शादियों में हिस्सा लेने वाले मेहमानों की संख्या भी अब घटा दी गई है। अब 200 की जगह 100 मेहमानों को ही शादियों में बुलाया जा सकेगा। उन्होंने बताया कि कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर सरकार की ओर से यह कदम उठाया गया है।
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मध्य प्रदेश के भी कई शहरों में नाइट कर्फ्यू
इस बीच मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्य में बढ़ते कोरोना केसों के मद्देनजर समीक्षा बैठक की है। सूत्रों के मुताबिक राज्य के 9 जिलों इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, विदिशा, रतलाम, दतिया, धार, अशोकनगर और शिवपुरी जिले में संक्रमण की रफ्तार सबसे ज्यादा है। प्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए 5 शहरों भोपाल,इंदौर, ग्वालियर, रतलाम और विदिशा में रात दस बजे से सुबह छह बजे तक नाइट कर्फ्यू लागू कर दिया गया है।
अफसरों को मुख्यमंत्री का सख्त निर्देश
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इन जिलों के अधिकारियों को एहतियाती उपाय बरतने और क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप के फैसलों को लागू करने का निर्देश दिया है। शिवपुरी में भी रात दस बजे से सुबह छह बजे तक नाइट कर्फ्यू लगाने का आदेश भी दिया गया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि वे लॉकडाउन के पक्ष में नहीं हैं क्योंकि इससे आर्थिक गतिविधियां बुरी तरह प्रभावित होती हैं। उन्होंने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया कि जिला प्रशासन सख्ती बरतने की जगह व्यापारियों से बाजार को बंद रखने की अपील करें। उन्होंने राज्य के लोगों से भी कोरोना गाइडलाइन का पालन करने का अनुरोध किया है। राज्य में कोरोना की स्थिति की समीक्षा के लिए मंगलवार को फिर बैठक बुलाई गई है।
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केंद्र ने कई राज्यों में भेजीं टीमें
पूरे देश में कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर केंद्र सरकार ने चार राज्यों में हाई लेवल टीमें भी भेजी हैं। केंद्र सरकार की ओर से भेजी गई टीमें उत्तर प्रदेश, पंजाब, हिमाचल प्रदेश और छत्तीसगढ़ में संक्रमण की रोकथाम के उपाय बताएंगे। टीमें राज्य सरकारों को कंटेनमेंट, निगरानी, टेस्टिंग और मरीजों को बेहतर इलाज मुहैया कराने में भी मदद करेंगी। इससे पहले केंद्र की ओर से गुजरात, राजस्थान, हरियाणा और मणिपुर में भी केंद्रीय टीमों को भेजा गया है।
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