×

जानिए क्यों भारत की शरण में पहुंचा डरा चीन, समुद्री जहाजों के लिए मांगी पनाह

चक्रवाती तूफान वायु को लेकर मौसम विभाग ने रेल अलर्ट जारी किया है। भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक तूफान मंगलवार शाम तक घोर चक्रवाती तूफान में परिवर्तित होने की आशंका है और हवा की रफ्तार 115 किलोमीटर प्रतिघंटा तक पहुंच सकती है।

Dharmendra kumar
Published on: 11 Jun 2019 11:23 PM IST
जानिए क्यों भारत की शरण में पहुंचा डरा चीन, समुद्री जहाजों के लिए मांगी पनाह
X

नई दिल्ली: चक्रवाती तूफान वायु को लेकर मौसम विभाग ने रेल अलर्ट जारी किया है। भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक तूफान मंगलवार शाम तक घोर चक्रवाती तूफान में परिवर्तित होने की आशंका है और हवा की रफ्तार 115 किलोमीटर प्रतिघंटा तक पहुंच सकती है, बुधवार शाम तक हवा की रफ्तार 135 किलोमीटर प्रतिघंटा तक पहुंचने की आशंका जताई गई है और यही स्थिति गुरुवार सुबह तक बने रहने की आशंका भी है।

इस बीच तूफान वायु से बचने के लिए 10 चीनी पोतों ने भारत में शरण ली है। इन पोतों को महाराष्ट्र के रत्नागिरी बंदरगाह में शरण दी गई। भारतीय तटरक्षक महानिरीक्षक केआर सुरेश ने बताया कि भारतीय तटरक्षक बल ने उन्हें सुरक्षा घेरा के तहत वहां रहने की इजाजत दी है।

यह भी पढ़ें…सतर्कता आयुक्त शरद कुमार अंतरिम CVC नियुक्त, भसीन का कार्यकाल हुआ पूरा

मौसम विभाग के मुताबिक अरब सागर में कम दबाव का क्षेत्र बन गया है। ऐसे में वायु चक्रवात गुजरात तट से 13 जून को टकरा सकता है। अगले 24 घंटे में वायु और तेज हो सकता है। वायु गुजरात के वेरावल के पास टकरा सकता है। भारत के तटीय इलाकों में टकराते समय इसकी गति 110 से 135 किलोमीटर प्रति घंटे हो सकती है।

मौसम विभाग ने कोंकण और गोवा में 11 जून के लिए भारी बरसात की पीली, 12 जून के लिए नारंगी और 13 जून के लिए पीली चेतावनी जारी की हुई है। गुजरात के सौराष्ट्र और कच्छ के लिए 12 जून को भारी बरसात की पीली और 13 जून को रेड अलर्ट जारी की गई है।

यह भी पढ़ें…9 दिन से लापता भारतीय वायुसेना के विमान AN-32 को लेकर आई ये बड़ी खबर

मौसम विभाग ने दक्षिणी गुजरात क्षेत्र के लिए भी 12 और 13 जून को चेतावनी जारी की है। मौसम विभाग जब पीले रंग की चेतावनी जारी करता है तो उसका अर्थ हर घटना से अपडेट रहना होता है, नारंगी चेतावनी का अर्थ किसी भी स्थिति से निपटने की तैयारी और रेड अलर्ट का अर्थ बिना समय गंवाए सुरक्षित जगह पर पहुंचना होता है।

Dharmendra kumar

Dharmendra kumar

Next Story