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US President Security: दिल्ली में 300 गार्डों के साथ होंगे बिडेन, साथ में होगी ये न्यूक्लियर अटैक वाली कार
US President Joe Biden security: विदेशी मेहमानों में सबसे ज्यादा कड़ी सुरक्षा व्यवस्था अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन की रहेगी। बाइडेन सात से दस सितंबर तक भारत में रुकेंगे। बाइडेन के रहने का इंतजाम दिल्ली के आईडीसी मौर्य होटल में किया गया है।
US President Joe Biden security: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में होने वाले जी-20 समिट को लेकर तैयारियां जोरो पर हैं। पूरी दिल्ली को दुल्हन की तरह सजाया जा गया है। दिल्ली में जिस जगह बैठक होगी वहां आसमान से लेकर जमीन तक कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की जा रही है, जिससे दुश्मनों की साजिशों को नाकाम किया जा सके। बैठक में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, जापान के प्रधानमंत्री और फ्रांस के राष्ट्रपति भी शामिल होंगे इसके अलावा चीन, जर्मनी, कनाडा, इटली, ऑस्ट्रेलिया और सऊदी अरब के राष्ट्राध्यक्ष शामिल होगें। ये सभी विदेशी मेहमानों और उनके साथ आने वाले प्रतिनिधियों को दिल्ली के 23 और एनसीआर के 9 होटल्स ठहराया जाएगा।
यहां ठहरेंगे जो बाइडेन
इन सभी विदेशी मेहमानों में सबसे ज्यादा कड़ी सुरक्षा व्यवस्था अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन की रहेगी। बाइडेन सात से दस सितंबर तक भारत में रुकेंगे। बाइडेन के रहने का इंतजाम दिल्ली के आईटीसी मौर्य होटल में किया गया है। बाइडेन को होटल की 14वीं मंजिल पर प्रेजिडेंशियल सुइट में ठहराया जाएगा। होटल के 400 कमरे बुक किए गए हैं।
बाइडेन की होगी तगड़ी सुरक्षा व्यवस्था
जानकारी के मुताबिक अमरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन यूएस सीक्रेट सर्विस के 300 कमाडों के सुरक्षा घेरे में रहेंगे। दिल्ली की सड़कों पर निकलने वाला उनका सबसे बड़ा काफिला होगा। उनके काफिले में 55-60 वाहन शामिल होंगे। बाइडेन सात सितंबर को एयरफोर्स वन से दिल्ली एयरपोर्ट पर उतरेंगे, जिसके बाद उनका काफिला आईटीसी मौर्य होटल के लिए रवाना होगे। उनके साथ करीब 400 लोगों की टीम आईटीसी मौर्य होटल में रूकेगी।
अमेरिका की सीक्रेट सर्विस विंग ने भारत की लॉ इंफोर्समेंट एजेंसियों के साथ मिलकर पहले ही होटल की सुरक्षा घेरा तैयार कर लिया है। वहीं, जिस वाहन में बाइडेन होंगे, उसे अमेरिका से दिल्ली लाया जाएगा। इसके बारे में कहा जाता है कि उस पर भारी हथियारों का असर नहीं होता। बाइडेन की बुलेटफ्रूफ कार पर हैंड ग्रेनेड, IED या मिसाइल अटैक कोई असर नहीं होता है। यहां तक कि केमिकल अटैक और न्यूक्लियर अटैक से भी ये गाड़ी सुरक्षित रहती है। राष्ट्रपति की गाड़ी के टायर भी बुलेटप्रूफ होते हैं।
कार में न्यूक्लियर स्विच
अमेरिकी राष्ट्रपति के काफिले में ऐसी कुल मिलाकर 3 गाड़ियां होती हैं जिस कार में बाइडेन होंगे उसमें फुटबॉलनुमा एक उपकरण लगा रहेगा। यानी एक ऐसा स्विच जिसका इस्तेमाल वो इमरजेंसी के दौरान कर सकेंगे। ये असल में एक न्यूक्लियर स्विच होता है। अगर अमेरिकी राष्ट्रपति की गैरमौजूदगी में अमेरिका में कुछ ऐसा होता है कि उन्हें न्यूक्लियर पावर का इस्तेमाल करना जरूरी लग रहा है, तब वो दिल्ली में अपनी कार के अंदर बैठे-बैठे ही इसका इस्तेमाल कर सकेंगे।
वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति जिस भी देश की यात्रा करते हैं तो उस वक्त उनके साथ डॉक्टरों की एक टीम भी मौजूद रहती है जिनके पास राष्ट्रपति के ब्लड ग्रुप का ब्लड पैकेट होता है और वो आपात हालात में उन्हें बचाने के लिए इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।