TRENDING TAGS :
भारत में अलर्ट: आखिरी हाथी हुआ गायब, 2 महीने बाद मिली कामयाबी
दो महीने पहले दिल्ली से गायब हुई हथिनी लक्ष्मी का पता चल गया है। 6 जुलाई को खबर आई थी कि यमुना किनारे से 30 वर्षीय हाथी गायब हो गई है। तब से हाथी लक्ष्मी की खोज के लिए पूरे देश में अलर्ट जारी किया गया था।
नई दिल्ली: दो महीने पहले दिल्ली से गायब हुई हथिनी लक्ष्मी का पता चल गया है। 6 जुलाई को खबर आई थी कि यमुना किनारे से 30 वर्षीय हाथी गायब हो गई है। तब से हाथी लक्ष्मी की खोज के लिए पूरे देश में अलर्ट जारी किया गया था। दिल्ली पुलिस और वन विभाग दोनों मिलकर हाथी लक्ष्मी की खोज कर रहे थे। अब उसका पता चल गया है। वो दिल्ली में ही है। हाथी के साथ-साथ उसका ख्याल रखने वाला महावत भी गायब था। जिसके बाद हाथी का ख्याल रख रहे महावत के परिवार से वन विभाग की झड़प हो गई थी। वन अधिकारी लक्ष्मी को अपने कब्जे में लेना चाहते थे।
अली ने दिल्ली में ही छिपाया था हाथी को-
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, करीब दो महीने बाद हाथी का महावत यानि यूसुफ अली मिला है। उसका कहना है कि मैं और लक्ष्मी कभी दिल्ली से बाहर नहीं गए। 6 जुलाई को हुई घटना के बाद मैंने हाथी को छिपा दिया था। मैंने कुछ दिनों के लिए लक्ष्मी को यमुना के जंगलों में छिपा कर रखा था। इस दौरान मैंने अपना घर भी बदल लिया था।
यह भी पढ़ें: जयाप्रदा ने किया मुलायम पर पलटवार, भीख मांग कर नहीं बनती यूनिवर्सिटी
पुलिस की नजरों से बचाने के लिए छिपाया था हाथी-
कुछ दिनों बाद मेरे एक दोस्त ने कहा कि उसके पास एक बड़ा फॉर्म हाउस है जहां मैं उसे रख सकता हूं। मैं रोजाना उसे शाम को लेकर जाया करता था। अली ने बताया कि दो सप्ताह से पुलिस की नजरों से बचाने के लिए मैंने उसे छिपाया था। जिसके लिए अली ने अपना फोन नंबर तक बदल लिया था। अली ने बताया ये मेरे लिए मुश्किल वक्त था, लेकिन मैंने तब भी उसका(हाथी) पूरा ख्याल रखा। कई बार मेरे घर में खाना न होने के बावजूद मैं रोजाना उसके लिए खाने-पीने की व्यवस्था की। मैं उसके लिए रोजाना 500 लीटर पानी, गन्ना और ज्वार की व्यवस्थता करता था।
अली के खिलाफ गैर जमानती वारंट हुआ जारी-
वहीं अली के वकील शैलेंद्र बब्बर ने जानकारी दी कि अली के खिलाफ अभी गैर जमानती वारंट जारी हुआ है। अली का कहना है कि कोर्ट जैसा कहेगा मैं वैसा करूंगा। लेकिन ये मेरी हथिनी है। इसके साथ हमारा भावनात्मक लगाव जुड़ा हुआ है। अगर कोर्ट का फैसला वन विभाग के पक्ष में होता है तो मैं हाथी को उन्हें सौंप दूंगा। तब तक ये मेरे पास है। उससे पहले कोर्ट को भी मेरा पक्ष सुनना होगा और अगर वो उसे दिल्ली से बाहर भेजना चाहते हैं तो उसे मेरी देखरेख में रखना होगा।
यह भी पढ़ें: PM मोदी के जन्मदिन पर BJP सासंद ने किया ऐसा काम, फोटो हुई वायरल