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मर्डर करने के बाद मौज की जिंदगी जी रहा था हत्यारा, एक 'टैटू' ने ऐसे पहुंचा दिया जेल
अवैध सम्बन्धों के शक में पहले भी पति, पत्नी या दोस्त की हत्या किये जाने के मामले सामने आते रहे हैं। शक की वजह से कई परिवारों की खुशियां उजड़ चुकी हैं। लेकिन बहुत से ऐसे लोग हैं जो अभी भी शक की जिन्दगी जी रहे हैं। ऐसे लोग कब क्या कर बैठे, कुछ भी कहा नहीं जा सकता। ऐसे लोग न केवल अपने बल्कि अपने आस पास रहने वाले लोगों के लिए भी बड़ा खतरा हैं।
नई दिल्ली: इस वक्त की बड़ी खबर राजधानी दिल्ली से आ रही है। दिल्ली के अशोक विहार में पांच दिन पहले बैग के अंदर टुकड़ों में मिली लाश की शिनाख्त हो गई है।
पीड़ित की बांह पर बने दो टैटू की वजह से उसकी पहचान सम्भव हो पाई। पुलिस ने नरेश नाम के एक शख्स को गुड़गांव से अरेस्ट किया है। बताया जा रहा है कि वह उत्तर प्रदेश के सहारनपुर का रहने वाला है।
पुलिस को पूछताछ में उसने बताया है कि मृतक संदीप उसका फ्रेंड था। नरेश एक संदेह करने वाला शख्स है। उसे लगता था कि उसकी बीवी से उसके दोस्त का अफेयर चल रहा है। इस वजह से उसने उसकी हत्या कर दी।
लोगों को हत्या के बारें में उस वक्त पता चला जब सेक्टर 81 में रहने वाले साहिब कालरा को उनके एक कर्मचारी ने 15 अक्टूुबर को बताया कि एक कंस्ट्रक्शन साइट पर पड़े दो प्लाास्टिक बैग्स से बहुत दुर्गन्ध आ रही है।
कालरा ने पुलिस को फोन किया। जिसके बाद मौके पर पुलिस पहुंची तो लाश मिली जिसकी गर्दन और कंधे पर चोट के निशान थे। अगले दिन केस दर्ज किया गया। उसके बाद से पुलिस जांच में जुट गई।
शराब की प्रतीकात्मक फोटो(सोशल मीडिया)
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साथ में बैठकर पी जमकर शराब
प्राप्त जानकारी के मुताबिक नरेश ऑटोरिक्शा चलाने का काम करता है। पुलिस की पूछताछ में उसने बताया कि वह बजघेड़ा में अपनी बच्ची और चार बच्चों के साथ एक छोटे से मकान में रहता है।
13 अक्टूबर की रात 11 बजे तक वह संदीप के ढाबे पर बैठकर उसके साथ शराब पी रहा था। उसके बाद वह उसे बजघेड़ा में अपने घर ले आया। नरेश और संदीप दूर के रिश्तेदार भी थे। दोनों का घर भी ज्यादा दूर नहीं था। वहीं पर इस वारदात को अंजाम दिया।
क्राइम सीन की फोटो(सोशल मीडिया)
एकांत जगह पर फेंक दी लाश
पुलिस ने बताया कि नरेश की पत्नीं और बच्चे एक कमरे में थे और संदीप और नरेश दूसरे में रुके थे। संदीप को जब नींद आ गई तो नरेश ने धारदार हथियार से उसका गला रेत कर उसकी हत्या कर दी।
14 अक्टूबर को नरेश ने अपनी बीवी और बच्चों को ढाबे पर काम करने भेज दिया। इसके बाद उसने लाश के दो टुकड़े किए, प्लास्टिक बैग में भरा और घर के अंदर खून के धब्बों को साफ किया। जिसके बाद उसने देर रात अशोक विहार में एक अंडर-कंस्ट्रक्शन बिल्डिंग में बैग्स लाकर छोड़ दिया।
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ऐसे हुई मृतक की पहचान
बताया जा रहा है कि लाश मिलने के दो दिन बाद ही पुलिस ने उसकी पहचान करने में कामयाबी पा ली। मृतक संदीप के हाथ पर दो टैटू बने हुए थे। जिसमें एक में 'संदीप' लिखा हुआ था और दूसरे में 'ॐ'। पुलिस ने 18 अक्टूबर को पता लगा लिया था कि संदीप सहारपुर का रहने वाला है। उसका गुड़गांव में एक ढाबा था और वह बजघेड़ा का रहने वाला है।
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