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फंस गए सुपरस्टार रजनीकांत, हो रही उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग, जानिए वजह...

साउथ के सुपरस्टार रजनीकांत को थंथई पेरियार (पेरियार ईवी रामासामी) के खिलाफ टिप्पणी करना महंगा पड़ सकता है। कोयंबटूर में द्रविडर विद्धुथलाई कझगम ने रजनीकांत के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। डीवीके की ओर से तमिल सुपरस्टार रजनीकांत के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई है।

suman
Published on: 17 Jan 2020 8:40 PM IST
फंस गए सुपरस्टार रजनीकांत, हो रही उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग, जानिए वजह...
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नई दिल्ली साउथ के सुपरस्टार रजनीकांत को थंथई पेरियार (पेरियार ईवी रामासामी) के खिलाफ टिप्पणी करना महंगा पड़ सकता है। कोयंबटूर में द्रविडर विद्धुथलाई कझगम ने रजनीकांत के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। डीवीके की ओर से तमिल सुपरस्टार रजनीकांत के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई है। उनके खिलाफ यह शिकायत तंथाई पेरियार के खिलाफ की गई टिप्पणी की वजह से दर्ज कराई गई है। शिकायत में रजनीकांत के खिलाफ आईपीसी की धारा 153 ए के तहत केस दर्ज करने की मांग की गई है।

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द्रविड़ विदुथलई कषगम (डीवीके) ने शुक्रवार को सुपरस्टार रजनीकांत पर समाज सुधारक पेरियार द्वारा 1971 में की गयी रैली के सिलसिले में ‘सरासर झूठ बोलने का’ आरोप लगाया, उनसे इस संदर्भ में माफी मांगने की मांग की है।डीवीके अध्यक्ष कोलाथुर मणि ने एक बयान में आरोप लगाया कि रजनीकांत ने सरासर झूठ बोला कि 1971 में सलेम में अंधविश्वास उन्मूलन सम्मेलन के तहत भगवान राम और सीता की निर्वस्त्र फोटो दिखायी गयी थीं।संगठन ने कहा कि रजनीकांत ने 14 जनवरी को कार्यक्रम में यह टिप्पणी की उसके लिए बिना शर्त माफी मांगने की मांग की और कहा कि उनके संगठन ने उनके विरूद्ध पुलिस में शिकायत दर्ज करायी है।

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बता दें कि रजनीकांत ने एम करुणानिधि और पेरियार ईवी रामसामी पर कथित तौर पर अपमानजनक टिप्पणी की थी। रजनीकांत ने कहा था 'पेरियार हिंदू देवताओं के कट्टर आलोचक थे लेकिन उस समय किसी ने पेरियार की किसी ने आलोचना नहीं की। 'यह केवल चो (रामासामी) थे जिन्होंने पेरियार से मोर्चा लिया जो करुणानिधि को पसंद नहीं आया। चो को करुणानिधि के क्रोध का सामना करना पड़ा। डीएमके के संरक्षक ने उन्हें मुफ्त में पब्लिसिटी दे दी और पूरे देश में लोकप्रिय बना दिया। रामासामी उस समय की सरकार के कट्टर विरोधी थे।'



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