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दिवाली में हर बार बांटते थे कार-फ्लैट, मंदी ने कर दी ऐसी हालत

हीरा के मशहूर कारोबारी सावजी ढोलकिया जो हर बार रअपने कर्मचारियों को दिवाली पर फ्लैट और गाड़ियों जैसे तोहफे देते हैं।

Shreya
Published on: 20 Jun 2023 10:09 PM IST
दिवाली में हर बार बांटते थे कार-फ्लैट, मंदी ने कर दी ऐसी हालत
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दिवाली में हर बार बांटते थे कार-फ्लैट, मंदी ने कर दी ऐसी हालत

अहमदाबाद: हीरा के मशहूर कारोबारी सावजी ढोलकिया जो हर बार रअपने कर्मचारियों को दिवाली पर फ्लैट और गाड़ियों जैसे तोहफे देते हैं। इस बार मंदी का सामना कर रहे हीरा कारोबारी सावजी ढोलकिया अपने कर्मचारियों को कोई तोहफा नहीं देंगे। इस बारे में श्री हरि कृष्ण एक्सपोर्ट के चेयरमैन सावजी ढोलकिया ने कहा कि, इस मंदी का असर हीरों का शहर कहे जाने वाले शहर सूरत पर भी पड़ा है। जिससे करीब 5 लाख से ज्यादा लोगों का कारोबार जुड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि इस बार मंदी इतनी है कि वो अपने कर्मचारियों को दीवाली का बोनस नहीं दे पायेंगे।

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अपने कर्मचारियों को देते हैं ये खास तोहफे-

बता दें कि सावजी ढोलकिया अपने कर्मचारियों को दिवाली पर महंगे तोहफे देने के लिए मशहूर हैं। सावजी ढोलकिया ने साल 2015 में अपने कर्मचारियों को फिएट कार, फ्लैट, डैटसन रेटी गो, मारुति आल्टो कार, सोने और हीरे के गहने गिफ्ट किए थे। वहीं साल 2016 में उन्होंने अपने 6 हजार से अधिक कर्मचारियों को फ्लैट, कार, सोने और हीरे के गहने दिवाली पर बोनस दिया था। सावजी ढोलकिया हीरा के मशहूर कारोबारी हैं, ये विदेशों में भी ज्यूलरी निर्यात करते हैं।

2008 की महामंदी से भी बुरा है ये वक्त- सावजी

मंदी की मार झेल रहे सावजी ढोलकिया ने कहा कि, इस वक्त मंदी का जो समय चल रहा है, वो 2008 की महामंदी से भी बुरा है। सावजी ने कहा कि पूरे हीरा बाजार में सुस्ती छाई हुई है, धंधा आधे से भी कम हो गया है। ऐसे में वो बोनस या गिफ्ट कैसे दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें अपने कर्मचारियों की आजीविका की अधिक चिंता है, पिछले सात महीनों में 40 हजार से भी ज्यादा लोगों को नौकरी छोड़ कर जाना पड़ा है।

सावजी ने बताया कि आज जितने लोग डायमंड इंडस्ट्री में काम कर रहे हैं, उन सभी की सैलरी बढ़ाने के बजाय 40 प्रतिशत कम कर दी गई है। उन्होंने कहा कि जो भी कंपनियां इस मंदी में भी काम कर रही हैं, क्योंकि व्यवहार बनाने की मजबूरी है। सूरत डायमंड एसोसिएशन के लोगों के अनुसार बीते सात महीनों में लगभग 20 फीसदी डायमंड यूनिट काम करना बंद कर चुकी है।

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