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प्रचार में सैनिकों और सेना की तस्वीरों का इस्तेमाल न करें : निर्वाचन आयोग

चुनाव आयोग ने सभी राजनीतिक पार्टियों को सलाह दी है कि सेना और सैन्य अभियानों की तस्वीरें चुनावी अभियान में प्रयोग न की जाएं। आयोग ने  2013 में जारी परामर्श का हवाला देते हुए सभी राजनीतिक दलों के प्रमुखों से अपने पार्टी प्रतिनिधियों और उम्मीदवारों से इसका सख्ती से पालन सुनिश्चित करने को कहा।

Rishi
Published on: 10 March 2019 6:00 AM GMT
प्रचार में सैनिकों और सेना की तस्वीरों का इस्तेमाल न करें : निर्वाचन आयोग
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नई दिल्ली: चुनाव आयोग ने सभी राजनीतिक पार्टियों को सलाह दी है कि सेना और सैन्य अभियानों की तस्वीरें चुनावी अभियान में प्रयोग न की जाएं। आयोग ने 2013 में जारी परामर्श का हवाला देते हुए सभी राजनीतिक दलों के प्रमुखों से अपने पार्टी प्रतिनिधियों और उम्मीदवारों से इसका सख्ती से पालन सुनिश्चित करने को कहा। आयोग ने एक राजनीतिक दल के पोस्टर में अभिनंदन की तस्वीर के कथित प्रयोग पर संज्ञान लेते हुए दलों को ऐसा करने से बचने का परामर्श दिया।

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आपको बता दें, दिसंबर 2013 में रक्षा मंत्रालय की शिकायत पर आयोग ने परामर्श जारी किया था।

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आयोग ने अपने परामर्श में कहा, सुरक्षा बल देश की सीमाओं और राजनीतिक तंत्र की सुरक्षा के तटस्थ पहरेदार हैं। ऐसे में राजनीतिक दलों और उनके नेताओं को अपने चुनावी अभियान में सैन्य बलों के संदर्भ का किसी भी रूप में सहारा लेते समय अत्यधिक सावधानी बरतने की जरूरत है।

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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