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कोरोना वायरस से बचने के लिए डॉक्टर ने खाई दवा, हुई मौत, मचा हंगामा
गुवाहाटी में एक निजी अस्पताल के ऐनेस्थेटिस्ट ने कोरोना के संक्रमण से बचने के लिए हाइड्रॉक्सिक्लोरोक्वीन लिया था। रविवार को डॉक्टर...
नई दिल्ली: गुवाहाटी में एक निजी अस्पताल के ऐनेस्थेटिस्ट ने कोरोना के संक्रमण से बचने के लिए हाइड्रॉक्सिक्लोरोक्वीन लिया था। रविवार को डॉक्टर की हार्ट अटैक से मौत हो गई। मरने से पहले डॉक्टर ने अपने एक सहकर्मी डॉक्टर को वॉट्सऐप ग्रुप में मैसेज भेजा था। इसमें उसने लिखा कि दवा लेने के बाद से उसे कुछ समस्या हो रही है।
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थोड़ी देर पहले भेजा था वाट्सऐप संदेश
बता दें कि यह वही दवा है जो संक्रमण से बचाने के लिए दूसरो डॉक्टरों को भी दी जा रही है। डॉ. उत्पलजीत बर्मन (44) ने प्रत्यूषा अस्पताल में ऐनेस्थेटिक्स टीम का नेतृत्व किया था। रविवार को घर पर दिल का दौरा पड़ने से उनकी मौत हो गई। मौत के करीब आधे घंटे पहले उन्होंने वॉट्सऐप ग्रुप पर एक संदेश भेजा था, जिसमें लिखा था, 'हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन रोग से बचाने के लिए अच्छी नहीं है। बहुत सारे मुद्दे हैं। मुझे लगता है कि इसे लेने के बाद मुझे कुछ समस्याएं हो रही हैं।'
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अस्पताल ने झाड़ा पल्ला
हालांकि, यह अभी तक साफ नहीं है कि क्या दवा के कारण डॉक्टर को सीधा साइड इफेक्ट हुआ या उनकी मौत का कोई और कारण था। गुवाहाटी के आंतरिक चिकित्सा विशेषज्ञ स्वरूप ज्योति सैकिया ने कहा कि पोस्टमॉर्टम के बिना कोई भी व्यक्ति बर्मन की मृत्यु के बारे में स्पष्ट नहीं कह सकता है लेकिन यह एक चिंता का विषय है। डॉक्टरों ने कहा कि वे इस मामले की पूरी जांच करेंगे।
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मलेरिया और गठिया के लिए उपयोगी दवा
प्रत्यूषा अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक निर्मल हजारिका ने कहा कि उन्होंने भी इस दवा को लिया है। न केवल डॉक्टर बर्मन, बल्कि अन्य डॉक्टर भी हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन ले रहे हैं। बर्मन की मौत हार्ट अटैक से हुई है। मलेरिया रोधी दवा का उपयोग आमतौर पर गठिया के इलाज के लिए किया जाता है।
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