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कांपा दुश्मन देश: सुपरसोनिक मिसाइल का सफल परीक्षण, युद्ध में इस तरह देगी साथ
DRDO ने आज SMART के सुपरसोनिक मिसाइल असिस्टेड रिलीज का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है। जिस पर राजनाथ सिंह ने डीआरडीओ को बधाई दी है।
नई दिल्ली: भारत ने रक्षा क्षेत्र में एक और सफलता हासिल की है। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (Defence Research and Development Organisation- DRDO) ने आज यानी सोमवार को टॉरपीडो, SMART के सुपरसोनिक मिसाइल (Supersonic Missile) असिस्टेड रिलीज का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है। यह पनडुब्बी रोधी युद्ध (Anti-Submarine Warfare) में स्टैंड-ऑफ क्षमता के लिए एक प्रमुख प्रौद्योगिकी सफलता होगी। वहीं इस मौके पर केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defence Minister Rajnath Singh) ने कहा कि इस उपलब्धि के लिए मैं DRDO और अन्य टीम को बधाई देता हूं।
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रक्षा मंत्रालय ने ट्वीट कर दी जानकारी
वहीं इस मामले में रक्षा मंत्रालय की ओर से ट्वीट करते हुए कहा गया कि टारपीडो (SMART) के सुपरसोनिक मिसाइल असिस्टेड रिलीज को ओडिशा के तट से दूर व्हीलर द्वीप से सोमवार सुबह 11 बजकर 45 मिनट पर सफलतापूर्ण परीक्षण (Successful Tested) किया गया है। यह प्रक्षेपण पनडुब्बी रोधी युद्ध (Anti-Submarine Warfare) क्षमता स्थापित करने में महत्वपूर्ण है।
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युद्ध के समय बढ़ाएगी विरोधी पनडुब्बियों को मार गिराने की क्षमता
सुपरसोनिक मिसाइल असिस्टेड रिलीज का ये परीक्षण ओडिशा के व्हिलर आईलैंड पर किया गया। बता दें कि यह ट्रैकिंग स्टेशन (रडार, इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल सिस्टम) तट और टेलीमेट्री स्टेशनों के अलावा नीचे के जहाजों सहित सभी चीजों की निगरानी कर सकती है। रक्षा मंत्री ने कहा कि ये तकनीक युद्ध के समय विरोधी पनडुब्बियों को मार गिराने की हमारी क्षमता बढ़ाएगी।
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लड़ाकू जहाजों पर किया जाएगा तैनात
बता दें कि परीक्षण के दौरान इसकी रेंज, एल्टीट्यूड, टॉरपीडो को छोड़ने की क्षमता और VRM पर स्थापित करने की क्षमता ने पूरी तरह से सही काम किया, इसी लिए रक्षा मंत्रालय की ओर से इसे सफल परीक्षण करार दिया गया है। स्मार्ट मिसाइल मुख्त रूप से Torpedo सिस्टम का हल्का रूप है, जिसे लड़ाकू जहाजों पर तैनात किया जाएगा। बताते चलें कि इसे तैयार करने के लिए हैदराबाद, विशाखापट्टनम समेत अन्य शहरों में मौजूद DRDO की लैब में काम किया गया है।
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