413 बार कांपा भारत: लगातार ताबड़तोड़ आए झटके, तबाही के मिले संकेत

इस साल 2020 जहां एक तरफ महामारी ने पूरी दुनिया में तबाही मचा रखी है, वहीं दूसरी तरफ भूकंप के ताबड़तोड़ झटको ने कहर ढा रखा है। देश में बार-बार आ रहे भूकंप की वजह से वैज्ञानिक समेत लोगों में डर का माहौल बना हुआ है।

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Published on: 18 Sep 2020 10:55 AM GMT
413 बार कांपा भारत: लगातार ताबड़तोड़ आए झटके, तबाही के मिले संकेत
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इस साल 2020 जहां एक तरफ महामारी ने पूरी दुनिया में तबाही मचा रखी है, वहीं दूसरी तरफ भूकंप के ताबड़तोड़ झटको ने कहर ढा रखा है।

नई दिल्ली: इस साल 2020 जहां एक तरफ महामारी ने पूरी दुनिया में तबाही मचा रखी है, वहीं दूसरी तरफ भूकंप के ताबड़तोड़ झटको ने कहर ढा रखा है। देश में बार-बार आ रहे भूकंप की वजह से वैज्ञानिक समेत लोगों में डर का माहौल बना हुआ है। झटके महसूस होते ही लोगों घरों से, ऑफिस से, अपार्टमेंट से चाहे दिन हो या रात हो, बाहर भागते हैं। चलिए आपको बताते हैं कि इस साल अभी तक यानी बीते 7 महीनों में कितनी बार झटकों से धरती थर्राई है। कितनी बार भूकंप के झटकों से धरती कांपी है।

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413 भूकंप के झटकें

भूकंप के ताबड़तोड़ झटकों से लोग सहमे हुए हैं। बीते 7 महीनों में यानी 1 मार्च 2020 से लेकर 8 सितंबर 2020 तक भारत में कुल 413 बार भूकंप आ चुका हैं। ऐसे में भूकंप के ये आंकड़ें नेशनल सीसमोलॉजी नेटवर्क (NSN) द्वारा पृथ्वी विज्ञान मंत्रालाय को दिए गए हैं।

बता दें, इन 413 भूकंप के झटकों में से 135 झटके ऐसे हैं जो आपको पता नहीं चले क्योंकि इनकी तीव्रता बाकियों से बेहद कम थी। वॉल्कैनो डिस्कवरी डॉट कॉम के अनुसार ,पिछले पूरा साल यानी 2019 में 4.2 तीव्रता से ऊपर के 338 भूकंप आए थे। जबकि, इस साल सात महीनों में ही 75 भूकंप ज्यादा आए हैं।

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3.0 से लेकर 3.9 तीव्रता

इसके साथ ही 135 झटके जो आपको महसूस नहीं हुए वो रिक्टर पैमाने पर 3 की तीव्रता से कम के थे। लेकिन 153 भूकंप के झटके ऐसे थे जो छोटे थे। लोगों को महसूस तो हुए लेकिन इनसे कहीं कोई नुकसान नहीं हुआ। ये जानकारियां डॉ. हर्षवर्धन ने राज्यसभा में NSN से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार दी।

रिपोर्ट के अनुसार, इन झटकों की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 3.0 से लेकर 3.9 तीव्रता तक थी। ऐसे भूकंप ज्यादातर अप्रैल और मई के महीने में आए हैं। इस बारे में दुनियाभर के भूगर्भशास्त्रियों और भूकंप के विशेषज्ञों का मानना है कि इस समय धरती की टेक्टोनिक प्लेटें खिसक रही हैं, जिसकी वजह से इतने भूकंप आ रहे हैं।

हल्का-फुल्का नुकसान भी देखने को मिला

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सामने आई रिपोर्ट में देश में रिक्टर पैमाने पर 4.0 से लेकर 4.9 तीव्रता के 114 भूकंप आए। देश के बड़े इलाकों में महसूस किए गए। झटकों से लोगों डरे भी। ऐसे में कुछ जगहों पर हल्का-फुल्का नुकसान भी देखने को मिला। लेकिन अच्छी बात ये रही कि किसी के मरने या घायल होने की खबर नहीं आई।

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भूकंप 3.5 से 4 तीव्रता के 57 झटके, 4 से 4.5 तक के 45 भूकंप, 4.5 से लेकर 5.0 तक के 51 झटके महसूस किए गए। 5.0 से लेकर 5.5 तीव्रता के कुल 9 भूकंप आए। फिर 5.5 से लेकर 6.0 तीव्रता के 2 भूकंप आए। और सबसे तगड़ा भूकंप का झटका अंडमान-निकोबार द्वीप पर 17 जुलाई को महसूस किया गया। इसकी तीव्रता 6.1 थी।

इसके बाद रिक्टर पैमाने पर 5.0 से लेकर 5.9 तीव्रता के 11 झटके महसूस किए गए। इन तीव्र 11 झटकों को देश के कई राज्यों ने महसूस किया। लोग घरों और दफ्तरों से बाहर निकल आए। कुछ जगहों पर लाइट चली गई। वहीं कुछ कमजोर इमारतों और ढांचों को मामूली नुकसान पहुंचा।

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