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Chandrayaan-3 : चन्द्रमा पर आया भूकंप ! ISRO ने रिकॉर्ड की प्राकृतिक घटना का कंपन, रोवर प्रज्ञान और पेलोड ने भेजा डेटा
Chandrayaan 3 Update: चंद्रमा पर आए भूकंप को लेकर ISRO ने कहा कि, प्राकृतिक घटना को रिकॉर्ड किया गया है। रोवर प्रज्ञान और अन्य पेलोड ने भी डेटा भेजा है। अब घटना की जांच जारी है।
Chandrayaan-3 Update: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने गुरुवार (31 अगस्त) को जानकारी दी, कि चंद्रमा पर आए प्राकृतिक भूकंप (Natural Earthquake on Moon) को रिकॉर्ड किया गया है। इसे चंद्र भूकंपीय गतिविधि (ILSA) पेलोड ने दर्ज किया।
ISRO ने कहा कि, चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) के लैंडर विक्रम जो अभी सतह पर काम कर रहा है, ने चंद्रमा पर भूकंपन की घटना के बारे में पता लगाया है। इसे लेकर प्रज्ञान रोवर (Pragyan Rover) तथा अन्य पेलोड ने भी डेटा भेजा है। अब घटना की जांच जारी है।
ISRO बोली- चंद्रमा पर भूकंप की संभावना के संकेत
बता दें, चंद्रमा पर पहला माइक्रो इलेक्ट्रो मैकेनिकल सिस्टम (MEMS) प्रौद्योगिकी आधारित उपकरण ने रोवर की एक्टिविटी को रिकॉर्ड किया है। इसरो ने बताया कि, चंद्र भूकंपीय गतिविधि (ILSA) पेलोड ने एक घटना को रिकॉर्ड किया। यह प्राकृतिक नजर आ रहा है। विक्रम लैंडर (Vikram Lander) द्वारा पता लगाई गई ये घटना चंद्रमा पर भूकंप की संभावना का संकेत देती है। मगर, लेकिन इसकी सटीक प्रकृति की अभी जांच जारी है। इसरो ने आगे कहा, 'इसके अतिरिक्त, इसने 26 अगस्त को एक प्राकृतिक घटना को रिकॉर्ड किया था। इस घटना के स्रोत की जांच की जा रही है।'
Chandrayaan-3 Mission:
In-situ Scientific Experiments
Instrument for the Lunar Seismic Activity (ILSA) payload on Chandrayaan 3 Lander
-- the first Micro Electro Mechanical Systems (MEMS) technology-based instrument on the moon --
has recorded the movements of Rover and other… pic.twitter.com/Sjd5K14hPl— ISRO (@isro) August 31, 2023
चंद्रयान-3 मिशन का मकसद पूरा
उल्लेखनीय है कि, ऐसा तब हुआ है जब भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने कहा कि, चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) के दो या तीन मिशन सफल रहे। पहले 2 मिशन चंद्रमा की सतह पर सुरक्षित और सॉफ्ट लैंडिंग का प्रदर्शन तथा चंद्रमा पर रोवर आंदोलन का प्रदर्शन सफल रहा है। वहीं, तीसरा मिशन, जो चंद्रमा पर इन-सीटू (in-situ) वैज्ञानिक प्रयोग है, ये वर्तमान में जारी है। इस मिशन ने भारत को चंद्रमा की सतह पर उतरने वाला चौथा देश बना दिया है। साथ ही, चांद के अज्ञात दक्षिणी ध्रुव (South Pole of Moon) तक पहुंचने वाला पहला देश बना दिया।