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भूकंप से थर्राया देश: दहशत में घर से निकले लोग, ठंड के बीच हिल गया शहर

इससे जानमाल के नुकसान की कोई सूचना नहीं है। मौसम विभाग ने कहा कि चमोली और उसके आसपास के क्षेत्रों में भूकंप के झटके शाम करीब 5 बजकर 35 मिनट पर आये। भूकंप का केंद्र जिले में उत्तरपूर्व में जमीन से पांच किलोमीटर की गहरायी में स्थित था

Shivakant Shukla
Published on: 13 Dec 2019 6:17 PM IST
भूकंप से थर्राया देश: दहशत में घर से निकले लोग, ठंड के बीच हिल गया शहर
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नई दिल्ली: उत्तराखंड से बड़ी खबर आ रही है। यहां के चमोली इलाके में भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.4 मापी गई। यह जानकारी मौसम विभाग ने दी।

इससे जानमाल के नुकसान की कोई सूचना नहीं है। मौसम विभाग ने कहा कि चमोली और उसके आसपास के क्षेत्रों में भूकंप के झटके शाम करीब 5 बजकर 35 मिनट पर आये। भूकंप का केंद्र जिले में उत्तरपूर्व में जमीन से पांच किलोमीटर की गहरायी में स्थित था। राज्य के अधिकतर हिस्से उच्च भूकंपीय गतिविधि क्षेत्र में पड़ते हैं। बता दें कि उत्तराखंड़ में आए दिन भूकंप आते रहते हैं।

इसके पहले यहां आया था भूकंप

बता दें कि इससे पहले 2 दिसंबर को म्यांमार-भारत सीमा क्षेत्र पर सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। रिक्टर पैमाने पर 4.5 की इस भूकंप की तीव्रता रही। फिलहाल इस भूकंप में किसी के भी हताहत नहीं हुआ था। इस पहले अल्बानिया शहर में विनाशकारी भूकंप आया था। इस भूकंप में कम से कम 50 लोगों की मौत हो गई थी। जबकि काफी संख्या में लोग घायल हो गए थे।

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इससे पहले थोड़ दिन पहले दिल्ली और गुजरात में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे,लेकिन राहत की बात यह रही है कि इस भूकंप में किसी भी प्रकार का नुकसान नहीं हुआ। बताते चले कि इससे पहले इंडोनेशिया शहर में कई बार भूकंप के झटके महसूस किए जा चुके हैं। इस शहर में भी भूकंप में मरने वाले लोगों की संख्या काफी उच्च स्तर पर पहुंची थी।

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इन वजहों से आता है भूकंप

भूगोल के अनुसार, पृथ्वी 12 टैक्टोनिक प्लेटों पर स्थित है, जिसके नीचे तरल पदार्थ लावा के रूप में है। ये प्लेटें लावे पर तैर रही होती हैं। इनके टकराने से ही भूकंप आते हैं। टैक्‍टोनिक प्लेट्स अपनी जगह से हिलती रहती हैं और खिसकती भी हैं।

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जानकारी के लिए बता दें कि हर साल ये प्लेट्स करीब 4 से 5 मिमी तक अपने स्थान से खिसक जाती हैं। इस क्रम में कभी-कभी ये प्लेट्स एक-दूसरे से टकरा जाती हैं। जिनकी वजह से भूकंप आते हैं।

Shivakant Shukla

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