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New Delhi News: मां को नहीं थी अपनी मौत की चिंता, करंट लगने के बाद भी कहती रही बच्चों को मुझसे दूर रखो...

New Delhi News: नई दिल्ली रेलवे स्टेशन परिसर में करंट ने साक्षी अहूजा की जान ले ली, करंट लगने के बाद भी साक्षी को अपनी मौत की चिंता नहीं थी। उन्हें फिक्र थी तो अपने दोनों बच्चों की, उन्हें यह चिंता सताए जा रही थी कि कहीं बच्चे न मुझे बचाने के लिए मेरे पास आ जाएं और उन्हें भी न कुछ हो जाए।

Ashish Pandey
Published on: 26 Jun 2023 12:20 PM GMT (Updated on: 26 Jun 2023 12:22 PM GMT)
New Delhi News: मां को नहीं थी अपनी मौत की चिंता, करंट लगने के बाद भी कहती रही बच्चों को मुझसे दूर रखो...
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करंट लगने से 35 साल की साक्षी आहूजा की मौत: Photo- Social Media

New Delhi News: कहतें हैं दुनिया में अगर किसी का स्थान सबसे उंचा है तो वह है मां। यहां एक मां की खुद तो जान जा रही है लेकिन उसे अपनी चिंता नहीं थी उसे चिंता थी तो अपने दोनों बच्चों की। मेरे बच्चों को मुझसे दूर रखो... यह शब्द आपको रूला कर रख देंगे। यह उस मां के शब्द हैं जिसकी जान खुद तो जा रही थी लेकिन वह अपनी जान की परवाह किए बिना अपने बच्चों को अपने से दूर रहने को बार बार कर रही थी ताकि उसके बच्चों को कुछ न हो और वे सही सलामत रहें। यह शब्द उस महिला साक्षी के थे जिस समय उन्हें करंट लगा और वह अपने बच्चों की जान बचाने के लिए यह शब्द बार-बार करती रहीं।

यह घटना नई दिल्ली रेलवे स्टेशन परिसर की है जहां साक्षी फिसल गईं और गिरने से बचने के लिए एक पोल का सहारा लिया लेकिन उन्हें क्या पता था कि जिस पोल को वह अपने हाथ से पकड़ रही हैं वही उनकी जान ले लेगा। साक्षी की नई दिल्ली रेलवे स्टेशन परिसर में करंट लगने से जान चली गई। 35 साल की साक्षी आहूजा की मौत ने दिल्ली ही नहीं, पूरे देश के लोगों को हिला कर रख दिया है। दो बच्चों की मां साक्षी खुद टीचर होने के साथ-साथ पूरे परिवार को संभालती थीं। दोनों बच्चों की उम्र केवल 7 और 9 साल है। साक्षी अपने दोनों बच्चों के साथ रविवार सुबह वंदे भारत एक्सप्रेस पकड़ने के लिए नई दिल्ली रेलवे स्टेशन 5.30 बजे ही पहुंच गई थीं। उस समय बारिश शुरू हो गई थी और पार्किंग एरिया में जगह-जगह पानी भरा था।

पोल में करंट दौड़ रहा था

वह पहाड़गंज की ओर से गेट नंबर 2 पर बनी पार्किंग से होते हुए रेलवे स्टेशन जा रही थीं। इसी बीच साक्षी का पैर फिसला और गिरने से बचने के लिए उन्होंने पोल को पकड़ लिया। तार खुले होने के कारण पोल में करंट दौड़ रहा था और साक्षी उसकी चपेट में आ गईं। वह करंट से तड़पने लगीं, चिल्ला रही थीं लेकिन एक मां की ममता देखिए उस समय भी उन्हें अपने बच्चों की चिंता थी कि कहीं वे न मुझे बचाने को आ जाएं और उनको भी न करंट लग जाए। वह उस समय अपने बच्चों को दूर करने के लिए कह रही थीं। वह बार-बार चिल्ला रही थीं कि बच्चों को यहां से दूर हटा दो। जिसने भी इस घटना के बारे में सुना वह दंग रह गया। सोचिए कैसा रहा होगा वह खौफनाक मंजर, इसका अंदाजा भी नहीं लगाया जा सकता।

सफर को लेकर काफी खुश थे बच्चे-

गर्मी की छुट्टियां शुरू होने के बाद से ही साक्षी के दोनों बच्चे घूमने की जिद कर रहे थे। उस समय उनका उत्साह दोगुना हो गया, जब पता चला कि मां ने चंडीगढ़ जाने के लिए वंदे भारत एक्सप्रेस का टिकट कराया है, लेकिन उन्हें क्या पता था कि यह छुट्टी उनसे उनकी मां को हमेशा-हमेशा के लिए छीन लेगी। करंट लगने से साक्षी की मौत हो गई और बच्चे अपनी आंखों के सामने मां के इस दर्दनाक मौत को देखते ही रह गए। किसी की लापरवाही का खामियाजा दो बच्चों की मां को इस तरह अपनी जान गवां कर चुकाना पड़ा।

साक्षी के रिश्तेदार राजेश चोपड़ा ने बताया कि दोनों बच्चे अपनी पहली ट्रेन यात्रा को लेकर काफी खुश थे। उन्होंने वंदे भारत के बारे में काफी सुना और पढ़ा था। घरवालों ने बताया कि पहले साक्षी ने कार से जाने का प्लान बनाया था, लेकिन बाद में ट्रेन का टिकट बुक करा लिया। उन्होंने नम आंखों से कहा, ‘इतनी कम उम्र में अपनी मां को खोने से बड़ा गम और क्या हो सकता है?‘

परिवारवालों का कहना है कि हम दिल्ली को स्मार्ट सिटी कहते हैं लेकिन यही सुविधा है? हमने कभी नहीं सोचा था कि अपनी साक्षी को हम आखिरी बार देख रहे हैं। एक रिश्तेदार ने बताया, ‘यह बहुत दर्दनाक था। साक्षी अपने बच्चों को बहुत प्यार करती थी। घटना के समय भी वह बार-बार चिल्लाते हुए कह रही थी कि उसके बच्चों को वहां से दूर कर लो।‘ साक्षी पूर्वी दिल्ली के प्रीत विहार इलाके में रहती थीं। वह एक आर्किटेक्ट भी थीं।

उधर, रेलवे का कहना है कि इंसुलेशन फेल्योर होने के कारण केबल से करंट पोल में आ गया था। तस्वीरों में साफ देखा जा सकता है कि पोल से कुछ तार बाहर निकले हुए हैं।

Ashish Pandey

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