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इस गैंगस्टर का नाम सुनते ही कांपने लगते थे बड़े-बड़े नेता, अब सता रहा हत्या का डर
महाराष्ट्र की शायद ही कोई बड़ी जेल होगी, जिसमें छोटा राजन गिरोह के लोग बंद न हों, या उनकी पहुंच वहां तक न हो। रवि पुजारी पर तो राजन की निगाहें तब से है जब बैंकाक में उस पर हमला हुआ था।
मुंबई: गैंगस्टर रवि पुजारी। अपराध जगत का एक ऐसा नाम, जिसके एक फोन से बड़े-बड़े लोग, नेता से लेकर अफसर तक, सभी लोग थर-थर कांपने लगते थे। न जानें कितनी बड़ी अपराधिक घटनाएं उसने अंजाम दी होंगी। आज उसी रवि पुजारी को अपनी जान का खतरा सता रहा है।
वह इन दिनों कर्नाटक की जेल में है। मुंबई में दर्ज मामलों को लेकर पुलिस उससे पूछताछ करना चाहती है। इसके लिए बेंगलुरु के सत्र न्यायालय ने उसे मुंबई ले जाने की परमिशन भी दे दी है।
इसके बावजूद रवि मुंबई नहीं आना चाहता है, उसे मुंबई पुलिस से ज्यादा डर मुंबई की जेलों में बंद छोटा राजन के साथियों से लग रहा है। उसे आशंका है कि यदि उसे मुंबई या ठाणो की किसी जेल में रखा गया, तो उसकी हत्या की जा सकती है।
इस गैंगस्टर का नाम सुनते ही कांपने लगते थे बड़े-बड़े नेता, अब सता रहा हत्या का डर(फोटो:सोशल मीडिया)
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सबसे ज्यादा केस कर्नाटक में दर्ज
बता दें कि गैंगस्टर रवि पुजारी को बीते वर्ष फरवरी के महीने में दक्षिण अफ्रीका के सेनेगल से प्रत्यापित कर भारत लाया गया था। उस पर सबसे ज्यादा केस उसके गृहराज्य कर्नाटक में दर्ज हैं, इसलिए उन मामलों में बेंगलुरु पुलिस ने उससे पूछताछ शुरू की।
कर्नाटक में उस पर 107 आपराधिक केस दर्ज हैं। लेकिन मुंबई पुलिस को भी डेढ़ दर्जन से ज्यादा मामलों में उसकी तलाश है। वह उसे कस्टडी में लेकर सवाल-जवाब करना चाहती है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार उसने छोटा राजन के गिरोह से अलग होने के बाद मुंबई में हफ्ता वसूली एवं हत्या की कई वारदातों को अंजाम दिया था। उसने कई नेताओं और अधिकारियों को भी फ़ोन पर धमकाया था।
यही वजह है उसने प्रशासनिक एवं राजनीतिक हल्के में अपने लिए तमाम दुश्मन खड़े कर लिए हैं। साथ ही अब उसे अपने पुराने आका छोटा राजन का भी डर है।
जेल (फोटो:सोशल मीडिया)
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छोटा राजन के गैंग से रवि पुजारी को सबसे ज्यादा डर
महाराष्ट्र की शायद ही कोई बड़ी जेल होगी, जिसमें छोटा राजन गिरोह के लोग बंद न हों, या उनकी पहुंच वहां तक न हो। रवि पुजारी पर तो राजन की निगाहें तब से है जब बैंकाक में उस पर हमला हुआ था। ऐसा माना जाता है कि जेल की कोठरी में पहुंचकर अपराधी अपेक्षाकृत ज्यादा सुरक्षित रहते हैं।
जेल के अंदर पूर्व में कई बड़े अपराधियों की हत्या भी हो चुकी है। इसलिए अब रवि पुजारी को भी इस बात का डर सता रहा है कि अगर उसकी जेल बदली गई तो उसकी भी हत्या कराई सकती है।
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