TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

भारत में कोरोना मरीजों का अब इस नए तरीके से होगा इलाज, ICMR ने दी मंजूरी

कोरोना वायरस ने दुनिया भर में तबाही मचा रखा है अब तक इस महामारी की वजह से एक लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। इस जानलेवा वायरस से निपटने के लिए दुनिया भर के विशेषज्ञ, वैज्ञानिक और डॉक्टर इसका सफल इलाज ढूंढने में जुटे हुए हैं।

Dharmendra kumar
Published on: 11 April 2020 9:13 PM IST
भारत में कोरोना मरीजों का अब इस नए तरीके से होगा इलाज, ICMR ने दी मंजूरी
X

नई दिल्ली: कोरोना वायरस ने दुनिया भर में तबाही मचा रखा है अब तक इस महामारी की वजह से एक लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। इस जानलेवा वायरस से निपटने के लिए दुनिया भर के विशेषज्ञ, वैज्ञानिक और डॉक्टर इसका सफल इलाज ढूंढने में जुटे हुए हैं।

अब इस बीट श्री चित्रा तिरुनल इंस्टीट्यूट फॉर मेडिकल साइंसेज एंड टेक्नोलॉजी (SCTIMST) और इंस्टीट्यूशन ऑफ नेशनल इंपोर्टेंस ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी ने इस जानलेवा वायरस से पीड़ित रोगियों को ज्यादा कारगर इलाज देने के लिए एक नया तरीक खोज लिया है।

यह भी पढ़ें...अब ड्रोन के जरिए होगी थर्मल स्क्रीनिंग, मरीजों तक भेजा जाएगा जरूरी सामान

इस नई तकनीक को 'प्लाज्मा थेरेपी' कहते हैं। उपचार के इस नए तरीके में रोगी से ठीक हुए एक शख्स के इम्यून (रोग प्रतिरोधक) सिस्टम की क्षमता के जरिए बीमार शख्स का इलाज होता है।

भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) ने भारत में इस तरीके से उपचार के लिए SCTIMST को मंजूरी प्रदान कर दी है। SCTIMST की निदेशक डॉ आशा किशोर ने बताया कि हमने भारत के ड्रग कंट्रोलर जनरल (DCGI) को ब्लड डोनेशन के मानदंडों में छूट की अनुमति के लिए आवेदन दिया है।

यह भी पढ़ें...खाद्य सामग्री बांटते समय फोटो ली तो खैर नहीं, इस धारा के तहत होगी कार्रवाई

कांस्टेलेसेंट-प्लाज्मा थेरेपी है क्या?

इस उपचार प्रणाली में नए मरीजों के खून में पुराने ठीक हो चुके मरीज का खून डालकर उसके प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाकर बीमारी से लड़ने के लिए एंटीबॉडी तैयार किया जाता है।

एंटीबॉडी के माध्यम शरीर में वायरस की पहचान की जाती है। इसके बाद मानव शरीर में पाए जाने वाले श्वेत रक्त कोशिकाएं ऐसे वायरस को शरीर के भीतर ही मार देती है जिससे शरीर को संक्रमण से छुटकारा मिल जाता है।

यह भी पढ़ें...लाॅकडाउन: प्राइवेट नर्सिंग होम्स में लटका ताला, मोबाइल बंद कर घरों में छिपे डाॅक्टर

एंटीबॉडीज क्या होता है?

एंटीबॉडी संक्रमण के लिए फ्रंट-लाइन प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया में सबसे अहम भूमिका निभाता है। ये विशेष प्रकार के प्रोटीन होते हैं जिन्हें बी लिम्फोसाइट्स नामक प्रतिरक्षा कोशिकाएं शरीर में निकालती हैं। जब ये एक शरीर पर हमला करने वाले वायरस का सामना करते हैं तो प्रतिरक्षा प्रणाली एंटीबॉडी को डिजाइन करती है जो प्रत्येक हमलावर वायरस को नष्ट करने लगते हैं जिससे संक्रमण मुक्त हो जाता है।



\
Dharmendra kumar

Dharmendra kumar

Next Story