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जरा संभलकर! कहीं आप भी तो नहीं लगा रहे दाल में नकली जीरे का तड़का

इस जीरे जंगली घास, स्टोन पाउडर और गुड़ के शीरे से बनाया जाता है। इस फैक्ट्री से पुलिस को 2000 किलो से ज्याद गुड़ का शीरा मिला, वहीं करीब 1500 किलो जंगली घास मिला। करीब 20 फीसदी नकली जीरे में 80 फीसदी असली जीरा मिलाया जाता है और इसे बेचकर लाखों का मुनाफा कमाया जाता है।

Shivakant Shukla
Published on: 20 Nov 2019 4:07 PM IST
जरा संभलकर! कहीं आप भी तो नहीं लगा रहे दाल में नकली जीरे का तड़का
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लखनऊ: सभी घरों में दाल और सब्जी में जीरे का तड़का लगाया जाता है। लोग बेझिझक इसका इस्तेमाल भी करते हैं, लेकिन बहुत कम ही लोगों को पता है कि मार्केट में अब जीरा भी मिलावटी आने लगा है, जो स्वाद तो क्या आपकी सेहत ही खराब कर देगा।

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दरअसल, दिल्ली पुलिस ने बवाना में एक फैक्ट्री में छापा मारकर 2000 किलो नकली जीरा बरामद किया है और 5 लोगों को गिरफ्तार किया है। अब आप सोच रहे होंगे कि आखिरी जीरा कैसे नकली हो सकता है, लेकिन पुलिस ने जब इस फैक्ट्री पर रेड मारी तो वहां से जंगली घास मिली, जिसका इस्तेमाल झाड़ू बनाने के लिए किया जाता है।

इस घास से बनाते थे नकली जीरा

पुलिस ने जब आरोपियों से पूछा तो पता चला कि हरिनंदन होलसेल मार्केट में आरोपी अपने मसाला कारोबारियों को बीस रुपये किलो में नकली जीरा बेचा करते था। उसको आगे मसाला कारोबारी 100 रुपये किलो में खुला बेच देते थे। पुलिस को पता चला कि नकली जीरा बनाने के लिए सिर्फ तीन चीजों की जरूरत पड़ती है। सबसे पहले जंगली घास। यह घास नदियों के किनारे उगती है। इस घास की खासियत है कि इसमें जीरे के साइज की छोटी-छोटी हजारों पत्तियां चिपकी होती हैं। इस घास को फूल झाड़ू में भी इस्तेमाल किया जाता है। नकली जीरे के धंधे से जुड़े अधिकतर लोग जंगली घास को यूपी में नदियों व नहर किनारे से लाते हैं। तो आइए आपको बताते हैं कैसे बनता है नकली जीरा?

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कैसे बनता है नकली जीरा?

इस जीरे जंगली घास, स्टोन पाउडर और गुड़ के शीरे से बनाया जाता है। इस फैक्ट्री से पुलिस को 2000 किलो से ज्याद गुड़ का शीरा मिला, वहीं करीब 1500 किलो जंगली घास मिला। करीब 20 फीसदी नकली जीरे में 80 फीसदी असली जीरा मिलाया जाता है और इसे बेचकर लाखों का मुनाफा कमाया जाता है।

नकली जीरे का कारोबार सिर्फ दिल्ली तक ही नहीं बल्कि यूपी-गुजरात तक सप्लाई किया जाता है। पूछताछ में एक शख्स मे बताया कि कैसे वो ये जीरा कारोबारियों को 20 रुपये में बेचा करता था और कारोबारी उसी नकली जीरे को 100 रुपये में बेचकर लोगों की सेहत से खिलवाड़ कर रहे हैं। जानकारी के अनुसार इस जीरे से किडनी और लीवर से जुड़ी बीमारियों का भी खतरा है।

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Shivakant Shukla

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