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फिर किसान की मौत: सिंघु बॉर्डर पर खाया जहर, टूटी हिम्मत, उठा सरकार से विश्वास

दिल्ली के सिंघु बॉर्डर पर शनिवार को एक किसान ने जहर खा लिया। गंभीर हालत में उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।

Shivani Awasthi
Published on: 9 Jan 2021 3:19 PM GMT
फिर किसान की मौत: सिंघु बॉर्डर पर खाया जहर, टूटी हिम्मत, उठा सरकार से विश्वास
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नई दिल्ली: कृषि कानूनों के खिलाफ लगभग ढेड़ महीने से दिल्ली को घेर कर बैठे किसानों की मांगे सरकार के कानों तक नहीं पहुँच पा रही है। शायद यहीं वजह हैं कि आंदोलनरत किसान आत्महत्या कर रहे हैं। दिल्ली बॉर्डर पर किसानों की आत्महत्या के कई मामले अब तक सामने आ चुके हैं। इसी कड़ी में शनिवार को सिंघु बॉर्डर पर एक किसान ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली है। सूत्रों के मुताबिक, एक और किसान ने कृषि कानूनों के विरोध में जान देती।

सिंघु बॉर्डर पर 40 साल के किसान ने खाया जहर, मौत

दिल्ली के सिंघु बॉर्डर पर शनिवार को एक किसान ने जहर खा लिया। गंभीर हालत में उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। जानकारी के मुताबिक, मृतक किसान पंजाब के फतेहगढ़ साहिब जिले का रहने वाला था, उसकी पहचान अमरिंदर सिंह के तौर पर हुई है। किसान की मौत के बाद सिंघु बॉर्डर पर साथी किसान शोक में दिखे। वहीं इस खबर के बाद किसानों का आक्रोश और अधिक बढ़ गया है।

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अब तक 40 से ज्यादा किसानों की मौत

बता दें कि जब से आंदोलन शुरू हुआ है, तब से अब तक 40 से ज्यादा किसानों की मौत हो चुकी हैं। कुछ किसानों ने आत्महत्या कर ली तो वहीं कई ऐसे किसान भी थे, जिनकी आंदोलन के दौरान तबीयत खराब होने के कारण मौत हो गयी। इसके पहले एक किसान का शव दिल्ली बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे किसानों के शौचालय में मिला था। वहीं एक संत, जो किसान आंदोलन में शामिल था, ने खुद को गोली मार ली थी। वहीं टिकरी बॉर्डर पर 3 जनवरी को एक 58 साल के किसान की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई थी।

farmers suicide

किसानों का सरकार को अल्टीमेटम

गौरतलब है कि किसान संगठनों ने सरकार को अल्टीमेटम दिया है कि अगर उनकी मांगों को नहीं माना जाता तो 26 जनवरी को दिल्ली में परेड के दौरान एक लाख ट्रैक्टर-ट्रॉली के साथ बड़ी संख्या में किसान मार्च करेंगे। ऐसे में पूरा देश इस बार जवान और किसान की परेड देखेगा।

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चौधरी सुरेंद्र ने कहा कि वह जिस खाप का नेतृत्व करते हैं, वहां पर शोषण का प्रवेश निषेद्य है। उन्होंने कहा कि सरकार जब अपनी जिद पर है तो किसान भी सड़कों पर आंदोलन में बैठा है। वहीं, देश खाप के चौ. जोगेंद्र सिंह सरकार को चेतावनी दी। कहा कि ट्रैक्टरों से परेड की तैयारी शुरू कर दी गई है।

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Shivani Awasthi

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