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किसान नेताओं पर कार्रवाई से उठे सवाल, झंडा फहराने वाले कैसे बचे

26 जनवरी को हुई दिल्ली हिंसा पर सवाल उठने लगा है कि आखिरी लालकिले पर झंडा फहराने वालों की शिनाख्त कब होगी और साजिश का भांडा कैसे फूटेगा?

Shivani Awasthi
Published on: 31 Jan 2021 9:33 PM IST
किसान नेताओं पर कार्रवाई से उठे सवाल, झंडा फहराने वाले कैसे बचे
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नई दिल्ली। दिल्ली के लालकिला पर गणतंत्र दिवस के मौके पर झंडा फहराने वालों के खिलाफ अभी तक राष्ट्रीय सुरक्षा जांच एजेंसी ठोस कार्रवाई नहीं कर सकी है जबकि किसान नेताओं के खिलाफ मुकदमे दर्ज हुए हैं।

लाल किले पर उपद्रव करने वाले अब तक गिरफ्तार क्यों नहीं

ऐसे में सवाल उठने लगा है कि आखिरी झंडा फहराने वालों की शिनाख्त कब होगी और साजिश का भांडा कैसे फूटेगा? विपक्ष की ओर से यह सवाल भी पूछा जा रहा है कि लालकिला पर कानून-व्यवस्था को ध्वस्त करने वाले अब तक पुलिस के कब्जे में क्यों नहीं हैं? उन्हें दिल्ली से बाहर जाने का मौका कैसे मिला?

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किसानों पर केस, आंदोलन की रिपोर्टिंग करने वाला पत्रकार गिरफ्तार

किसान आंदोलन से जुड़े नेताओं पर पुलिस की ओर से मुकदमा दर्ज किए जाने और नोटिस की कार्यवाही के बाद अब सरकारी मशीनरी के काम-काज पर भी उंगली उठने लगी है। रविवार की सुबह लोगों को मालूम हुआ कि किसान आंदोलन की रिपोर्टिंग करने वाले पत्रकार को भी पुलिस पकडक़र ले गई है।

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इन किसान नेताओं पर केस

दूसरी ओर गणतंत्र दिवस को लालकिले पर हुई घटना के अगले ही दिन दिल्ली पुलिस ने कई किसान नेताओं के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। जिसमें राकेश टिकैत और उनके सहयोगी, जगबीर सिंह टाडा, भोग सिंह मनसा, सुखपाल सिंह डाफर, ऋषि पाल अंबावता, प्रेम सिंह गहलोत, सुरजीत सिंह फूल, कृपाल सिंह नातुवाला, वीएम सिंह, सतपाल सिंह, मुकेश चंद्र, जोगिंदर सिंह, बलवीर सिंह राजेवाल, बूटा सिंह, योगेंद्र यादव, सतनाम पन्नू, सरवन सिंह, दर्शन पाल के नाम शामिल हैं।

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डकैती समेत कई धाराओं में मुकदमा

दिल्ली पुलिस ने लालकिले में डकैती का मामला भी दर्ज किया है। दस से ज्यादा विभिन्न धाराओं में आपराधिक मुकदमा दर्ज किया गया है। किसान नेताओं के नाम पर लुकआउट नोटिस भी जारी किया जा चुका है जिससे कोई भी किसान नेता देश छोडक़र बाहर न जा सके। 200 से ज्यादा आंदोलनकारियों को हिरासत में लिया गया है लेकिन अब किसान नेता ही सवाल उठा रहे हैं कि लालकिले पर झंडा फहराने वाले तथाकथित किसानों को अब तक क्यों नहीं पकड़ा गया है।

Farmers

लाल किले पर झंडा फहराकर दिल्ली से बाहर कैसे निकले उपद्रवी

ऐसे लोग झंडा फहराने के बाद दिल्ली से बाहर कैसे निकल गए। उन्हें किन लोगों ने बाहर निकलने का मौका दिया। भाकियू नेता राकेश टिकैत ने भी कहा है कि लालकिला पर झंडा फहराने वालों पर सरकार तुरंत कार्रवाई करे। उनकी धर-पकड़ की जाए लेकिन पिछले पांच दिनों के दौरान अब तक पुलिस यह जानकारी भी नहीं जुटा पाई है कि लालकिला पर झंडा फहराने में प्रमुख भूमिका किन लोगों की है। वह इस समय कहां हैं।

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दीप सिंह सिद्दू भी पकड़ से बाहर

दीप सिंह सिद्धू को भी अब तक पुलिस नहीं पकड़ सकी है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस मामले में गृहमंत्री को जवाबदेह बताया है कि लेकिन फिलहाल दिल्ली पुलिस के अधिकारी भी इस बारे में आधिकारिक बयान जारी करने के लिए तैयार नहीं है।

अखिलेश तिवारी

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