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दुष्कर्मी मां से मिला तो रो पड़ा! निर्भया के दोषी को सताने लगा डर, कहा- बचा लो मुझे

फांसी से पहले दोषियों के परिवार वाले इनसे मिलने के लिए तिहाड़ जेल पहुंच रहे हैं। इसी कड़ी में शनिवार को जेल प्रशासन ने दोषी मुकेश सिंह को परिवारवालों को मिलने की इजाजत दी। बता दें कि मुकेश सिंह मां से मिलते ही  भावूक हो गया और फूट-फूटकर रोने लगा। 

SK Gautam
Published on: 12 Jan 2020 3:55 PM IST
दुष्कर्मी मां से मिला तो रो पड़ा! निर्भया के दोषी को सताने लगा डर, कहा- बचा लो मुझे
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नई दिल्ली: जैसे- जैसे निर्भया गैंगरेप केस के दोषियों की फांसी की तारीख नजदीक आ रही है उनकी नींद उडती जा रही है। इन दुष्कर्मियों को 22 जनवरी को फांसी की सज़ा दी जाएगी। फांसी से पहले दोषियों के परिवार वाले इनसे मिलने के लिए तिहाड़ जेल पहुंच रहे हैं। इसी कड़ी में शनिवार को जेल प्रशासन ने दोषी मुकेश सिंह को परिवारवालों को मिलने की इजाजत दी। बता दें कि मुकेश सिंह मां से मिलते ही भावूक हो गया और फूट-फूटकर रोने लगा।

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परिवार वालों ने समझाया कि सुप्रीम कोर्ट में क्यूरेटिव पेटिशन डाला

बताया जा रहा है कि मुलाकात के दौरान वो कई बार रोया, लेकिन इस दौरान परिवार वालों ने उसे ये समझाया कि सुप्रीम कोर्ट में क्यूरेटिव पेटिशन डाला गया है और ऐसे में जल्द सब ठीक हो जाएगा। साथ ही उन्होंने दया याचिका के बारे में भी बताया। जेल अधिकारियों के मुताबिक ये फिलहाल आखिरी मुलाकात जैसा नहीं था। नियमों के मुताबिक उन्हें हफ्ते में दो बार परिवार से मिलने की इजाजत दी गई है।

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जैसे-जैसे फांसी की तारीख नज़दीक आ रही है दोषियों का डर बढ़ता जा रहा है।कहा जा रहा है कि निर्भया के चारों दोषियों ने फिलहाल जेल में किसी से भी बातचीत करना बंद कर दिया है।पिछले हफ्ते जेल कर्मी से किसी बात पर बहस के दौरान हाथापाई की नौबत भी आ गई थी।

सुप्रीम कोर्ट में क्यूरेटिव याचिका की सुनवाई 14 जनवरी को होगी

बता दें कि निर्भया केस में दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट से डेथ वारंट जारी होने के बाद दो दोषियों की ओर से क्यूरेटिव याचिका दायर की गई है। सुप्रीम कोर्ट में इस पर 14 जनवरी को सुनवाई होगी। इसी दिन पता चल जाएगा कि निर्भया के दोषियों को 22 जनवरी को फांसी दी जाएगी या फिर अभी दोषियों को कुछ दिन की और मोहलत मिलेगी।

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याचिका में फांसी की सजा को उम्रकैद में बदलने की मांग की गई है।विनय ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट सहित सभी अदालतों ने मीडिया और नेताओं के दबाव में आकर उन्हें दोषी ठहराया है।गरीब होने के कारण उसे मौत की सजा सुनाई गई है।

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