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महाराष्ट्र के राजनीति उठापटक में किस्मत बदली जयपुर के इन गांवों की,जानिए कैसे?
कहते है कि जिसकी किस्मत बदलने वाली हो उसके लिए पूरी कायनात एक हो जाती है। कुछ ऐसा हा जयपुर के इन गांवों के साथ हुआ । जयपुर के ये गांव जहां गुमनामी व दयनीय स्थिति से गुजर रहे थे अचानक यहां सब बदल गया। ये सब हुआ महाराष्ट्र से आएं कांग्रेस के विधायकों की वजह से।
जयपुर: कहते है कि जिसकी किस्मत बदलने वाली हो उसके लिए पूरी कायनात एक हो जाती है। कुछ ऐसा हा जयपुर के इन गांवों के साथ हुआ । जयपुर के ये गांव जहां गुमनामी व दयनीय स्थिति से गुजर रहे थे अचानक यहां सब बदल गया। ये सब हुआ महाराष्ट्र से आएं कांग्रेस के विधायकों की वजह से।
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जयपुर से 20 किलोमीटर दूर कुंडा की तलाई में बना रिजॉर्ट ब्यूना विस्ता इन दिनों सुर्खियों में है। 5 दिन वीआईपी मूवमेंट की वजह से क्षेत्र में अब कच्ची सड़क पक्की में तब्दील होने लगी है। आज भले महाराष्ट्र सरकार नहीं बनी, लेकिन जयपुर के 4 गांवों हालत सुधर गई। जब महाराष्ट्र में राजनीतिक उठा-पठक चल रही थी तब कांग्रेस ने अपने 44 विधायकों को जयपुर में ठहराया।
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जयपुर से 20 किलोमीटर दूर एक ग्रामीण क्षेत्र के रिजॉर्ट में ये विधायक ठहरे थें। उस रिजॉर्ट तक पहुंचने के लिए जो सड़क थी वो जयपुर जिले के आमेर तहसील के चार गांवों से होकर गुजरती थी।इन विधायकों के आने से पहले उन सड़कों पर इतने गड्ढे थे कि लोगों को शाम ढलने के बाद गाड़ी लेकर निकलने में डर लगता था। बिजली का नामोंनिशान नहीं था।
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मगर जब महाराष्ट्र के विधायक इस रिजॉर्ट में आए तो राज्य की गहलोत सरकार में शामिल मंत्रियों को भी उनकी आवभगत के लिए आना पड़ा। जब उनकी गाड़ियां हिचकोले खाने लगी और रात के अंधेरे में धूल में गाड़ियों की लाइटें भी परेशान करने लगी तो विधायकों को हकीकत का पता चला कि यहां जीवन कितना मुश्किल है। फिर क्या 5 दिनों के अंदर सड़के बनकर तैयार व रात-दिन एक करके अधिकारियों ने एक करके आड़े तिरछे लगे खंभों पर एलईडी ट्यूबलाइट लगा दी।