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इस दिग्गज नेता की चार इमारतें ढहाई गई, फ्रांस के खिलाफ किया था बड़ा प्रोटेस्ट
बता दें कि भोपाल में आरिफ मसूद ने 29 अक्टूबर को फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के खिलाफ इकबाल मैदान में एक बड़े प्रदर्शन की अगुवाई की थी, जिसमें हजारों लोगों की भीड़ जुटी थी।
इंदौर: फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के खिलाफ दुनिया भर में अलग-अलग स्थानों पर विरोध प्रदर्शन हो रहा है। लोग बड़ी संख्या में रोज हाथों में तख्तियां और पोस्टर लेकर उनके खिलाफ सड़कों पर उतरकर नारेबाजी कर रहे हैं।
वे इमैनुएल मैक्रों से अपने बयान के लिए माफ़ी मांगने को कह रहे हैं। इसी कड़ी में फ्रांस के राष्ट्रपति के खिलाफ भारत के भोपाल शहर में भी विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया गया था। जिसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए थे।
इसका आयोजन कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने किया था। अब उनके खिलाफ बड़ी कार्रवाई की गई है। भोपाल नगर निगम ने इंदिरा प्रियदर्शनी कॉलेज में कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद के चार अवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया है। बीते दिनों ही विधायक के खिलाफ केस भी दर्ज किया गया था।
फ्रांस के राष्ट्रपति के खिलाफ सड़कों पर विरोध प्रदर्शन करते लोग(फोटो:सोशल मीडिया)
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अवैध निर्माण पर चला बुलडोजर
अभी तक जो जानकारी निकलकर सामने आ पाई है। उसके मुताबिक भोपाल नगर निगम ने गुरुवार को खानू गांव स्थित बड़े तालाब के कैचमेंट एरिया में निर्मित बिल्डिंगों पर कार्रवाई शुरू कर दी थी।
यहां विधायक आरिफ मसूद का इंदिरा प्रियदर्शनी कॉलेज भी बना हुआ है। 50 मीटर के दायरे में यानी कैचमेंट एरिया में आने के कारण कांग्रेस विधायक के चार अवैध निर्माण को ढहा दिया गया।
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फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों(फोटो:सोशल मीडिया)
विरोध प्रदर्शन में जुटी थी हजारों की भीड़
बता दें कि भोपाल में आरिफ मसूद ने 29 अक्टूबर को फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के खिलाफ इकबाल मैदान में एक बड़े प्रदर्शन की अगुवाई की थी, जिसमें हजारों लोगों की भीड़ जुटी थी। जिसके बाद से मध्य विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था।
प्राप्त जानकारी के अनुसार इकबाल मैदान में प्रदर्शन के दौरान कोरोना से बचाव के नियमों की जमकर धज्जियां उड़ाई गई थी। नियमों को ताक पर रखकर फ्रांस के राष्ट्रपति के खिलाफ प्रदर्शन किया गया था। जिसके बाद आरिफ मसूद सहित 200 लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया था।
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